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भारतीय नौसेना दिवस 2022: Indian Navy Day का महत्व, इतिहास और ऑपरेशन ट्राइडेंट के बारे में जानकारी Indian Navy Day 2022: नौसेना दिवस हर साल 4 दिसम्बर को देश के नौसैनिक बल की उपलब्धियों और शान को दर्शाने के उद्देश्य से मनाया जाता है। इस दिन 1971 के युद्ध में भारत द्वारा पाकिस्तान के खिलाफ चलाए गए ऑपरेशन ट्राइडेंट की सफलता का जश्न मनाया जाता हैं। इस साल 2022 में इंडियन नेवी डे की 51वीं वर्षगांठ 04 दिसम्बर को रविवार के दिन मनायी जा रही है। पिछली साल ही 1971 के भारत-पाक युद्ध और भारतीय सशस्त्र बलों की ऐतिहासिक जीत की 50वीं वर्षगांठ थी जिसे स्वर्णिम विजय वर्ष कहा गया।(Indian Navy Day के बारे में जानकारी in Hindi) 

 

 

Indian Navy Day

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भारतीय

सशस्त्र सेना तीन प्रमुख भागों में विभाजित की गई है जिसमें थल सेना, वायु सेना और नौसेना यानी जल सेना आती है। इनमें से नौसेना हमारी समुंद्र में रक्षा करती है, तो वहीं धरती पर थलसेना और आकाश में वायु सेना हमारी रक्षा के लिए तत्पर रहती है। नौसेना दिवस की शुरूआत कैसे हुई? (इतिहास)? 1971 में भारत-पाक युद्ध के दौरान पाकिस्तान के खिलाफ भारतीय नौसेना द्वारा चलाए गए ‘ऑपरेशन ट्राइडेंट‘ की जीत के उपलक्ष में हर साल 4 दिसंबर को भारतीय नौसेना दिवस (Indian Navy Day) मनाया जाता है। जिसमें भारतीय नौसेना ने पाकिस्तानी सैनिकों को धूल चटाई थी। मई 1972 में वरिष्ठ नौसेना अधिकारियों के सम्मेलन में, 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान अरब सागर और बंगाल की खाड़ी में सफल नौसैनिक कार्यों की स्मृति में 4 दिसंबर को नौसेना दिवस मनाए जाने का निर्णय लिया गया था। हालंकि आजादी से पहले 21 अक्टूबर 1944 को रॉयल इंडियन नेवी ने पहली बार नेवी डे मनाया था।

 

 

 

 

 

ऑपरेशन ट्राइडेंट क्या है? (Operation Trident in Hindi)

बात सन् 1971 की है जब 3 दिसंबर को पाकिस्तानी सेना द्वारा भारतीय सीमावर्ती क्षेत्र और हवाई क्षेत्र में हमला किया गया और इस हमले की जवाबी कार्यवाही में भारतीय सेना ने ‘ऑपरेशन ट्राइडेंट‘चलाया। Operation Trident की योजना नौसेना प्रमुख ‘एडमिरल एस. एम. नंदा‘ के नेतृत्व में बनाई गई और ‘भान यादव‘ को इस पूरे टास्क की जिम्मेदारी दी गई जो 25वें स्क्वाडर्न कमांडर थे। इस Operation के तहत कराची स्थित पाकिस्तानी नौसेना के मुख्यालय पर गुजरात के ओखा पोर्ट से रात 2:00 बजे हमला किया गया। रात का समय हमले के लिए इसलिए चुना गया क्योंकि पाकिस्तान के पास रात के समय बमबारी करने वाले विमान नहीं थे। हिंदुस्तान ने अपनी जवाबी कार्रवाई में 10 विद्युत क्लास मिसाइल बोट, दो एंटी सबमरीन और एक टैंकर शामिल किया गया, साथ ही 1971 के इस युद्ध में भारत द्वारा पहली बार जहाज पर मार करने वाले ‘एंटी शिप मिसाइल‘ से हमला किया गया। इस हमले में पनडुब्बी मिसाइल – आईएनएस निरघाट, आईएनएस वीर और आईएनएस निपत ने भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इस जवाबी कार्यवाही में भारत की ओर से छह मिसाइलों को दागा गया और भारतीय सेना द्वारा चार पाकिस्तानी जहाजों को भी डुबोया गया।

 

 

 

 

7 दिन तक जलता रहा कराची तेल डिपो:

ऑपरेशन ट्राईडेंट के तहत भारतीय नौसेना द्वारा पाक को दिए मुहतोड़ जवाब ने ‘कराची हर्बल फ्यूल स्टोरेज‘ पूरी तरह से तबाह कर दिया था। और कराची के तेल टैंकरों में लगी आग इतनी भयानक थी कि इसकी लपटें 60 किलोमीटर की दूरी से भी देखी जा सकती थी और यह आग इतनी भीषण थी कि इसे 7 दिनों और सात रातों तक भी बुझाया नहीं जा सका। 90 मिनट तक चलने वाले इस ऑपरेशन में कोई भी भारतीय जवान शहीद नहीं हुआ जबकि पाकिस्तान के कई नौसैनिक मारे गए जबकि 700 से अधिक घायल हुए।

 

 

 

 

भारतीय जल सेना दिवस कैसे मनाया जाता है? (Navy Day Celebration)

भारत में नौसेना दिवस बड़े ही उत्साह और भव्य तरीके से मनाया जाता है, इसका कार्यक्रम मुख्य रूप से RK Beach में स्थित ‘युद्ध स्मारक‘ में पुष्पांजलि अर्पित करने के साथ शुरू हो जाता है और कई दिनों तक चलता है।

इस दुरान युद्ध में शहीद हुए सैनिकों के सम्मान के बाद नौसैनिकों द्वारा पनडुब्बियों जहाजों और विमानों का परिचालन प्रदर्शन किया जाता है जिसमें वह अपने उपकरणों की क्षमताओं संसाधनशीलता और तीव्रता का प्रदर्शन करते हैं।

 

बीटिंग रिट्रीट सेरेमनी

नौसेना दिवस की पूर्व संध्या पर मुंबई में गेटवे ऑफ इंडिया पर ‘बीटिंग रिट्रीट समारोह’ (Beating Retreat ceremony) का आयोजन करती है। इससे पहले अरब सागर में इसके लिए रिहर्सल भी की जाती है।

कार्यक्रमों का आयोजन पश्चिमी और दक्षिणी नौसेना कमांड के मुख्यालय में खास तौर पर किया जाता है।

यह दिन भारतीय जल सेना द्वारा सबसे मनोरंजक रूप से मनाया जाता है, इस दिन नेवी फेस, नेवी क्वीन और नेवी बोल जैसे प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाता है।

 

 

 

 

Theme for the Navy Week 2022

हर साल दिसम्बर का पहला सप्ताह 01 से 07 दिसंबर नौसेना सप्ताह (Navy Week) के रूप में मनाया जाता है। यह एक ख़ास थीम पर आधारित होता है इस साल 2022 की थीम घोषित की जानी बाकी है। पिछली साल 2021 की थीम ‘स्वर्णिम विजय वर्ष‘ थी।

  • 2021: “Swarnim Vijay Varsh“.
  • 2020: “Combat Ready, Credible & Cohesive“.
  • 2019: “Silent, Strong and Swift“.
  • 2018: “Indian Navy, Mission-deployed and Combat-ready“.
  • 2015: “Ensuring Secure Seas for a Resurgent Nation.”
  • 2014: “Ensuring Secure Seas for a Resurgent Nation.”
  • 2012: “Maritime Power for National Prosperity“.
  • 2008: “Reaching Out to Maritime Neighbours“.

यह भी पढ़ें: भारतीय सेना दिवस की जानकारी

 

भारतीय नौसेना के बारे में तथ्य (Facts About Indian Navy)

नौसेना की स्थापना ईस्ट इंडिया कंपनी द्वारा सन 1612 में अपने जहाज़ों की रक्षा के लिए ‘इंडियन मैरिन‘ के रूप में हुई थी।

    • 1. आजादी से पूर्व भारतीय नौसेना को रॉयल इंडियन नेवी कहा जाता था लेकिन स्वतंत्रता के बाद 1950 में भारत के गणतंत्र बनाने पर इसका पुनर्गठन कर इसके नाम से ‘रॉयल‘ शब्द हटाकर भारतीय नौसेना (Indian Navy) कर दिया गया।

 

    • 2. भारत के वर्तमान नौसेना अध्यक्ष एडमिरल आर. हरि कुमार है, इनसे पहले एडमिरल करमबीर सिंह भारतीय नौसेना अध्यक्ष थे।

 

    • 3. यह भारतीय सशस्त्र बलों की समुद्री शाखा है और भारत के राष्ट्रपति इसके कमांडर-इन-चीफ हैं।

 

    • 4. इसकी स्थापना 408 वर्ष पूर्व 5 सितंबर 1612 में हुई थी। नौसेना का ध्येय वाक्य है:- शं नो वरुणः!

 

    • 5. मराठा सम्राट, छत्रपति शिवाजी भोसले को ‘भारतीय नौसेना का पिता’ माना जाता है।

 

    • 6. यह दुनिया के टॉप 10 नौसेना बलों में से एक है।

 

    • 7. द्वितीय विश्व युद्ध में भारतीय नौसैनिक बलों द्वारा महत्वपूर्ण भूमिका निभाई गई थी।

 

    • 8. भारतीय नौसेना का मुख्यालय दिल्ली में स्थित है।

 

    • 9. भारतीय नौसेना के तीन कमांड और उनके मुख्यालय:› पश्चिमी नौसेना कमांड (मुंबई में मुख्यालय)

      › पूर्वी नौसेना कमांड (विशाखापत्तनम में मुख्यालय)

      › दक्षिणी नौसेना कमांड (कोच्चि में मुख्यालय)

 

  • 10. मरीन कमांडो फोर्स (मार्कोस) भारतीय सेना की स्पेशल फोर्स यूनिट है जो वर्ष 1987 में अस्तित्व में आई, इसका मुख्य उद्देश्य आतंकवाद से निपटना है।

 

 

 

 

 

भारतीय नौसेना का महत्व:

भारतीय नौसेना भारत के समुद्र तटीय क्षेत्रों पर मुस्तैदी से भारत की रक्षा करती है यह भारतीय सशस्त्र सेना की समुद्री टुकड़ी है। भारतीय जल सेना का भारत की सुरक्षा में महत्वपूर्ण योगदान रहा है साथ ही इसके कारण ही हमारे अन्य देशों से भी रिश्ते मजबूत हुए हैं। जल सेना आपदा की स्थिति में भी अपने लोगों की रक्षा करने के लिए तत्पर रहती है। इसकी ताकत को कुछ इस तरह से समझा जा सकता है कि इसके पास तकरीबन 67000 कर्मचारी और करीब 295 हथियार है। इतना ही नहीं इंडियन नेवी को दक्षिण एशिया का सबसे शक्तिशाली नौसेना बल माना जाता है। Indian Navy का गोवा को पुर्तगालियों से मुक्त कराने में भी अहम योगदान रहा है। यहाँ पढ़े गोवा मुक्ति दिवस के बारे में

 

 

 

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