Croton Plant Information in Hindi: आज हम एक ऐसे लोकप्रिय पौधे के बारे में जानेगे जिसका उपयोग सबसे ज्यादा घरो, बगीचों और ऑफिस के अंदर लगाने के लिए किया जाता है। आप में से कई लोगो ने इस पौधे को घरो में या फिर बगीचे में जरूर देखा होगा, लेकिन इसका नाम सभी को नहीं पता होता है। जिस पौधे के बारे में आज हम बात करने वाले है, उसका नाम क्रोटन (Croton Plant in Hindi) है। क्रोटन के पौधे की पत्तियों का रंग बहुत ही सुन्दर और कई रंगो में होता है। तो चलिए इस खूबसूरत पौधे के बारे में सभी जानकारी जानते है।
Croton Plant Meaning in Hindi
क्रोटन एक प्रकार का सजावटी पौधा है, जिसे सबसे ज्यादा घरो के अंदर Indoor में एक सजावटी पौधे के रूप में लगाया जाता है। इस पौधे की पत्तियां चमकीली होती है, और यह कई रंगो में प्रजाति के अनुसार पाया जाता है। क्रोटन का वानस्पतिक नाम Scientific Name – Codiaeum Variegatum है।
Information About Croton Plant in Hindi
क्रोटन का पौधा दिखने में बहुत सुन्दर और आकर्षक होता है, यह एक मध्यम आकर का प्लांट है। इसकी पत्तियों का रंग प्रजाति के अनुसार अलग अलग होता है। इसका उपयोग ज्यादातर घरो के अंदर तथा बालकोनी में लगाने के लिए किया जाता है। अगर आप इस ऐसे प्लांट की तलाश में है, जिसके किसी भी प्रकार का रोग नहीं लगता है, और दिखने में सुन्दर और आकर्षक हो तो Croton Plant आपके लिए एक अच्छा विकल्प है।
क्रोटन के पौधे को रुश्फ़ोइल प्लांट के नाम से जाना जाता है, यह “स्परेज” परिवार का पौधा है। इस प्रजाति में ज्यादातर रगीन पत्तियों वाले पौधे उगते है। इन पौधों को जॉर्ज एबर्ड रम्फियस द्वारा कई सौ साल पहले यूरोपीय लोगों के लिए पेश किया गया था। क्रोटन का वानस्पतिक नाम Codiaeum Variegatum है। क्रोटन का नाम ग्रीक भाषा के ότρicο k (krótos) शब्द से आया है, जिसका अर्थ “टिक” होता है। यह कुछ प्रजातियों के पौधों के बीजो के आकर को भी दर्शाता है।
क्रोटन प्लांट की प्रजातियां
क्रोटन प्लांट की लगभग 100 से अधिक प्रजातियां पायी जाती है। प्रजाति के अनुसार पत्तियों का आकर और रंग अलग अलग होता है। शारद ऋतू के दौरान क्रोटन के सभी पौधे अच्छी बढ़वार करते है। इस मौसम में बढ़ने वाले पौधों की पत्तियों का रंग हरा, लाल, पीला, ब्राउन, भूरा, गुलाबी, और हल्का बैंगनी होता है। क्रोटन के प्लांट की कुछ लोकप्रिय प्रजातियाँ इस प्रकार है।
S. N. | Croton Plant Varieties | Botanical Name |
1 | Magnificent Croton | Codiaeum Varigatum ‘Magnificent’ |
2 | Zanzibar Croton | Codiaeum Varigatum ‘Zanzibar’ |
3 | Florida Select Croton | Codiaeum Varigatum ‘Florida Select’ |
4 | Gold Dust Croton | Codiaeum Variegatum ‘Gold Dust’ |
5 | Oakleaf Croton | Codiaeum Variegatum ‘Oak Leaf’ |
6 | Mother and Daughter Croton | Codiaeum ‘Mother and Daughter’ |
7 | Petra Croton | Codiaeum Variegatum ‘Petra’ |
8 | Victoria Gold Bell Croton | Codiaeum ‘Victoria Gold Bell’ |
9 | Superstar Croton | Codiaeum Variegatum ‘Superstar’ |
10 | Mrs. Iceton Croton | Codiaeum Variegatum ‘Mrs. Iceton’ |
11 | Bush on Fire Croton | Codiaeum Variegatum ‘Bush on Fire’ |
12 | Eleanor Roosevelt Croton | Codiaeum Variegatum ‘Eleanor Roosevelt’ |
13 | Lauren’s Rainbow Croton | Codiaeum Varigatum ‘Lauren’s Rainbow’ |
14 | Gold Star Croton | Codiaeum Varigatum ‘Gold Star’ |
15 | Mammy Croton | Codiaeum Varigatum ‘Mammy’ |
16 | Red Iceton Croton | Codiaeum ‘Red Iceton’ |
17 | Sunny Star Croton | Codiaeum Varigatum ‘Sunny Star’ |
18 | Yellow Iceton Croton | Codiaeum Variegatum ‘Yellow Iceton’ |
क्रोटन के पौधे की पत्तियों का आकर लगभग 2 से 7 इंच लम्बा होता है। इन पत्तियों की लम्बाई और चौड़ाई ज्यादातर इनकी प्रजाति पर निर्भर करती है। सामान्यतौर पर इनकी पत्तियां अंडाकार और घूमी हुई होती है। क्रोटन के पौधों को उगाने के लिए उष्णकटिबंधीय जलवायु सबसे अच्छी होती है। इन पौधों को हल्का गर्म मौसम पसंद होता है। यह पौधे 13 से 27 डिग्री सेल्सियस के तापमान में बहुत अच्छी तरह बढ़ते है। अगर तापमान इससे निचे या ऊपर जाता है, तो इन पौधों की पत्तियां ख़राब होना शुरू हो जाती है।
क्रोटन के फायदे और उपयोग Croton Plant Uses / Benefits in Hindi
- क्रोटन का उपयोग घर की शोभा बढ़ने के लिए भी किया जाता है।
- क्रोटन एक Air Purifying Plants है। जो घर की हवा को शुद्ध करता है।
- क्रोटन का उपयोग आयुर्वेदिक औषिधियों में भी किया जाता है।
- इसके पौधे से तेल भी निकला जाता है।
How to Grow Croton Plants From Cuttings in Hindi
अभी तक हमने क्रोटन के बारे में सभी सामान्य जानकारी जान ली है। अब जानते है, की क्रोटन प्लांट कैसे लगाएं? क्रोटन के पौधे को कई प्रकार से लगाया जाता है। ज्यादातर लोग इसे कटिंग के माध्यम से लगते है। लेकिन इसकी कुछ प्रजातियों के पौधे पत्तियों से भी उगाये जाते है।
क्रोटन प्लांट लगाने का सही समय क्या है? क्रोटन प्लांट को हमेशा जुलाई, अगस्त, और सितम्बर के महीने में लगाना चाहिए। इन दिनों यह बहुत ही आसानी से उग जाते है। अब जानते है, क्रोटन प्लांट को लगाने की पूरी जानकारी –
- क्रोटन प्लांट को कटिंग से लगाने के लिए, सबसे पहले 5 से 6 लम्बी कटिंग काट लें। यह सभी कटिंग नरम होनी चाहिए।
- इसके बाद आपको किसी बर्तन या गमले का चयन करना है, जिसमे लगभग 4 से 5 क्रोटन कटिंग आसानी से लग जाएँ।
- गमला हमेशा ऐसा चुने जिसके निचे छेद होना बहुत जरुरी है।
- इसके बाद गमले के अंदर रेत और थोड़ी बजरी दोनों को अच्छी तरह से मिलकर भर लें।
- गमले में मिटटी का मिश्रण भरने के बाद इसमें अच्छी तरह से पानी दें।
- जब गमले की रेत पूरी तरह से नम हो जाए, तो उसके अंदर किसी लकड़ी से कटिंग की गिनती के अनुसार गड्डे कर दें।
- अपनी सभी क्रोटन की कटिंग के निचे के दो पत्तो को हटा दें, और ऊपर से भी पत्तियों को आधा काट दें।
- इसके बाद आपको सभी कटिंग का निचला हिस्सा लगभग 2 पानी में डुबोकर उस पर रूटिंग हार्मोन पाउडर लगाएं।
- रूटिंग हार्मोन पाउडर कटिंग में जड़े निकलने में बहुत ज्यादा फायदा करता है।
- सभी कटिंग पर रूटिंग हार्मोन पाउडर लगाने के बाद, गमले में किये गए गड्डो में कटिंग को लगा दें।
- इसके बाद फिर से गमले में भरपूर मात्रा में पानी डाल दें।
- इन सभी कटिंग में से जड़े निकलने में लगभग एक महीने का समय लग सकता है।
- जब तक पौधे से जड़े निकलना शुरू नहीं हो जाती तब तक समय समय पर गमले में पानी डालते रहे।
How to Care Croton Plant in Hindi
- क्रोटन प्लांट को हमेशा एक ऐसी जगह पर रखे, जहाँ पर हलकी धुप आती हो। अगर पौधे को बिलकुल भी धुप नहीं लगती है, तो इससे इसकी पत्तियों का रंग हल्का हो जाता है।
- जब भी क्रोटन का पौधा लगाएं या फिर नर्सरी से लाये, तो इसकी मिटटी का हमेशा ख्याल रखे है। इस पौधे को रेतीली मिटटी ज्यादा पसंद होती है। Croton Plant Information in Hindi अगर आपने अपना पौधा चिकनी मिटटी में लगाया है, तो आपको इसकी मिटटी बदलनी चाहिए।
- पौधा लगते समय एक बात का हमेशा ध्यान रखना चाहिए, की जिस गमले में आप अपना क्रोटन प्लांट लगा रहे है, उसके नीचे पानी निकलने के लिए छेद होना बहुत ही जरुरी है।
- इन पौधों को ज्यादा फर्टीलिज़ेर की आवश्यकता नहीं होती है। Croton Plant Information in Hindi आप 4 से 5 महीने में एक बार भी अगर गमले में खाद डालते है, तो इसके लिए यह काफी है।
- क्रोटन के पौधे को कभी भी ज्यादा पानी की आवश्यकता नहीं होती है। जब तक गमले की मिटटी लगभग एक सुख ना जाए तब तक पौधे को पानी नहीं देना चाहिए। ज्यादा पानी देने से इसकी जड़े ख़राब होने लगती है।
- कुछ लोगो का सवाल होता है, की How to Care for Croton Plant Indoors यानि की घर के अंदर अगर यह प्लांट लगाया हुआ है, तो उसकी देखभाल कैसे करें। तो आपको बता दे, की चाहे आप क्रोटन को घर के अंदर लगाएं या बहार इसकी देखभाल करने के लिए बताई गई जानकारी दोनों के लिए है।