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Frangipani Flower in Hindi फूल हमारी प्रकृति की सुंदरता का एक हिस्सा होते है, इन्ही फूलों में से एक बहुत ही खूबसूरत Frangipani Flower भी होता है। यह फूल बहुत ज्यादा आकर्षक और सुन्दर होता है, आपने “Frangipani Flower” को कही ना कही जरूर देखा होगा। तो आज आपको इसी फूल से सम्बंधित विस्तार जानकारी मिलने वाली है। जिसमे हम जानेगे की, चंपा का पेड़ कैसे लगाएं, इसका हिंदी नाम क्या है, और भी कई महत्वपूर्ण जानकारियां। इससे पहले आपको बता दें, की Frangipani Flower को चंपा का फूल भी कहते है, इसके अलावा इसे Plumeri Flower के नाम से भी जाना जाता है। आइये जानते है, इससे जुड़ी जानकारियां –

 

 

 

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Plumeria Frangipani Flower in Hindi

 

 

 

 

 

Plumeria Flower Meaning in Hindi

प्रतियेक फूल का अपना एक अलग मतलब होता है, इसी तरह से चंपा के फूल का भी अपना अलग मीनिंग है। जिसके बारे में जाना बहुत आवश्यक है। Plumeria (Frangipani Flower) जीवन की नई शुरुआत, वसंत, सौन्दर्य, और आकर्षण का प्रतिक होता है। ज्यादातर इसका उपयोग हिन्दू संस्कृति में किया जाता है। इसके अलावा चंपा का फूल भक्ति और समर्पण का प्रतिक भी माना जाता है, और यह बौद्ध धर्म में अमरता का प्रतिक भी है।

Frangipani Flower in Hindi चंपा के फूल की जानकारी

वर्तमान समय में लोग प्रकृति से दूर होते जा रहे है। हलाकि अभी कुछ समय से लोगो के बिच में Gardening बहुत ज्यादा लोकप्रिय होती जा रही है। इसलिए लोग तरह तरह के शानदार फूलों के बारे में पढ़ना पसंद करते है। जिसमे से चंपा या गुलचीन का फूल भी एक है। आइये जानते है, इससे जुड़ी सभी Information यह फूल कहाँ से आया है, किस प्रजाति से सम्बंधित है, और भी बहुत सी जानकारियां –

Frangipani के फूल को Plumeria के नाम से भी जाना जाता है, इसके अलावा इसका हिंदी नाम चंपा या चम्पा है। यह फूल Dogbane परिवार के एपोसाइनेसी फूलों के पौधों का एक जिनस है। प्रत्येक पौधों के जिनस उसके क्षेत्र, विविधता और आकर के अनुसार अलग अलग होते है।

लेकिन इसका “फ्रेंगिपानी” नाम सामान्य है। इस Plant के फूल का नाम Frangipani इटली के कुलीन परिवार के सोलहवीं सदी के मार्किस से लिया गया था। जिन्होंने एक बार सुगन्धित इत्र बनाने का दावा किया था, लेकिन वास्तव में वह सुगंधित इत्र सिंथेटिक बनाया गया था। जिसकी सुगंध सूंघने के बाद कुछ लोगो का मत था की यह इत्र हाल ही में खोजे गए फूलों की सुगंध जैसा था।

फ़ारसी में इस फूल का नाम यास या यास्मीन है। यह फूल मध्य अमेरिका में ग्रेटर एंटीलिज का मूल निवासी है। इस फूल की सबसे ज्यादा प्रजातियां पर्णपाती झाड़ियां या छोटे पेड़ के रूप में होती है। सबसे ज्यादा Frangipani Plant की प्रजातियां मध्य अमेरिका, केरिबियन, और मेक्सिको में पायी जाती है।

 

Plumeria Flowers सबसे ज्यादा सुगंधित रात के समय में होते है। हालाँकि फूलों में किसी भी प्रकार का रस नहीं होता है, लेकिन यह फूल अपने परागणकों को चकमा देते हैं, जिससे की किट पतंगे प्राग की खोज में फूल पर आकर बैठ जाते है। जिससे की फूलों का परागण होता है।

Frangipani Plant आकर में मध्य होते है। यह एक झाड़ी या छोटे पेड़ के रूप में उगाये जाते है। इनका आकर लगभग 18 से 21 मीटर या इससे अधिक ऊंचाई तक जा सकता है। इन पौधों की ज्यादातर ऊंचाई पेड़ की देखभाल पर भी निर्भर करती है। Plumeria Plant के ऊपर मोटी मोटी रसीली शाखाएँ होती हैं। यह शाखाएं एक ख़ास किस्म के “नॉबी” प्रोटबेरेंस से कवर होती है। यह बहुत ही नाजुक होती है।

चम्पा के फूल के बारे में सभी जानते है, लेकिन फिर भी कई लोगो का एक सवाल होता है, की चम्पा का फूल कैसा होता है? चम्पा का फूल छोटा होता है, जो की पिले रंग के केंद्र के साथ सफ़ेद रंग में खिलता है। यह फूल पौधों पर गुच्छों में खिलते है। इनका फूलों के डंठल मोटे होते है।

फूल के अंदर पांच पंखुड़ियां होती है, जो की एक छोटी फ़नल-आकार की नली की तरह एक दूसरे से जुड़ी होती है। जब फूल खिलना शुरू होता है, तो यह पांचो पंखुड़ियां एक दूसरे से धीरे धीरे अलग होने लगती है, और फूल पूरी तरह से खिल जाता है। चम्पा के फूल पीले रंग के अलावा गुलाबी रंग के भी होते है, लेकिन यह फूल बहुत कम देखने को मिलते है।

Frangipani के फूलों की पत्तियों का आकर अन्य पौधों की पत्तियों से बड़ा होता है। इस फूल की पत्तियां बड़ी बड़ी लगभग 6 से 22 सेंटीमीटर लम्बी और 2 से 7 सेंटीमीटर छोटी होती है, जो की पौधे की शाखाओं के ऊपरी हिस्से से जुड़ी होती है। इन पत्तियों का आगे का हिस्सा नुकीला होता है, और ऊपर की सतह चमकदार होती है। यह पत्तियां चमड़े की तरह मोती होती है।

चम्पा के पेड़ पर जब फूल से फल बनता है, तो यह एक सूखे कूप की तरह होता है। इसके अंदर से बीज निकलते है, इन बीजो पर हल्का रुआ होता है। जब यह फल पक जाता है, तो बिच से अपने आप खुल जाता है।

चम्पा का फूल Plumeria Flower हिन्दू धर्म में सांस्कृतिक कार्यो के लिए उपयोग किया जाता है। दक्षिण भारत के कर्नाटक राज्य के पश्चिमी घाटों में, दूल्हा और दुल्हन शादियों के दौरान सफ़ेद रंग के Plumeria की माला एक दूसरे को पहनाते है। दक्षिण भारत के ज्यादातर मंदिरो में प्लमेरिया के पौधों को लगाया जाता है। इसके अलावा श्रीलंका में भी Frangipani के फूलों को पूजा में उपयोग किया जाता है।

 

 

 

 

 

 

 

 

 

चंपा का पेड़ कलम से कैसे लगाएं 

How to grow Plumeri from Cutting in hindi

Step 1 – चंपा के पौधे की कटिंग लगाने के लिए सबसे पहले आपको पेड़ से एक कलम काटनी है। कलम हमेशा लम्बी काटनी चाहिए। इसके बाद इस कलम से सभी बड़ी पत्तियों को हटाकर एक दिन के लिए किसी छाया वाले स्थान पर रख देना चाहिए।

Step 2 – चंपा की कलम को पेड़ से काटकर सीधे नहीं लगाना चाहिए। इसके अंदर जो दूध जैसा पदार्थ होता है, उससे कलम में फंगस लगने का खतरा रहता है।

Step 3 – कलम को तैयार करने के बाद अगर आपके पास कोई फंगी साइड पाउडर है, तो कटिंग को उसके घोल में 2 से 3 मिनट के लिए रख दें। इसके बाद कटिंग को गमले में लगाएं। आप चाहे, तो बिना फंगी साइड पाउडर के भी कटिंग को लगा सकते है।

Step 4 – कलम लगने के लिए आपको गार्डन की सामान्य मिटटी और थोड़ा गोबर का पुराना खाद मिलाकर मिटटी को तैयार करना है।

Step 5 – अब आपको गमले में लगभग तीन से चार इंच की गहराई में Plumeri की कटिंग को लगा देना है। कटिंग को लगाने के बाद भरपूर मात्रा में गमले में पानी भर दें।

Step 6 – गमले में पानी भरने के बाद इसे किसी छाया वाले स्थान पर रख दें। और गमले में समय समय पर पानी का छिड़काव करते है, जिससे की गमले में नमी बनी रहें।

Step 7 – यह कटिंग लगभग एक महीने के अंदर जड़े पकड़ लेगी। जब तक कटिंग पर नई कोपल आना शुरू ना हो जाएँ। कटिंग को छुए ना।

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

चंपा का प्लांट बीज से कैसे उगाएं 

  • चंपा को बीज से उगाने के लिए आपको सबसे पहले किसी भी पौधे से बीजो को इकठ्ठा करना है।
  • इसके बाद फली के अंदर से बीजो को निकलकर किसी टिश्यू पेपर पर रखकर। इन बीजो के ऊपर से पानी का छिड़काव करें।
  • पानी का छिड़काब करने के बाद जब बीज थोड़े नरम हो जाएँ, तो यह गमले में लगाने के लिए तैयार है।
  • बीजों को लगाने के लिए बगीचे की मिटटी में वर्मीकम्पोस्ट और कॉकपिट को जरूर मिलाएं। इससे मिटटी अच्छी और उपजाऊ हो जाती है।
  • मिटटी को तैयार करने के बाद गमली में भर लें। गमले में बीजों को 1 से 2 इंच की गहराई में लगा दें।
  • बीज लगाने के बाद अच्छी तरह से पानी का छिड़काब करें और गमले को किसी छाया वाले स्थान पर रखें
  • इन बीजो को जमने में लगभग 10 से 15 दिन का समय लगेगा। जब पौधे थोड़े बड़े हो जाएँ, तो इनके किसी दूसरे बड़े गमले में लगा दें।

 

 

 

 

 

 

 

 

 

चंपा के पौधे की देखभाल कैसे करें 

अगर आपके घर में पहले से ही चंपा का पेड़ Frangipani Tree है। और उसके ऊपर फूल नहीं आ रहे है, वह अच्छी तरह से Grow नहीं हो रहा है। तो आपको निचे बताई गयी सभी बातों को ध्यान में रखकर अपने चंपा के पेड़ की देखभाल करनी है, और आपका पौधा बहुत ही कम समय में ज्यादा फूल देना शुरू कर देगा। आइये जानते है प्लूमेरिया के पौधे की देखभाल कैसे करें इसके बारे में –

  • चंपा के पौधे को हमेशा ऐसे स्थान पर लगाना चाहिए। जहाँ पर लगभग दिन में 6 से 7 घंटे धुप आती हों।
  • इस Tree को आप चिकनी मिटटी को छोड़कर किसी भी मिटटी में लगा सकते है।
  • अगर आपके यहाँ पर यह पेड़ चिकनी मिटटी में लगा हुआ है, तो उसकी सफ्ताह में एक बार अच्छी तरह से गुड़ाई करके पानी डालें। इससे यह अच्छी तरह से जड़े पकड़ लेता है।
  • चंपा के पौधे को पानी की ज्यादा आवश्यकता होती है। लेकिन आपको पौधे की जड़ में अपनी जब ही डालना चाहिए। जब पहले दिया हुआ पानी सुख जाएँ। क्योकिं इसमें लगातार कुछ दिन तक अगर नमी रह जाती है, तो इससे पौधा ख़राब भी हो सकता है।
  • चम्पा के पौधे की सर्दियों में देखभाल करना बहुत आवश्यक होता है। क्योकिं Winter के समय इस पौधे की जड़ को अगर ठण्ड लग जाती है, तो यह सुखना शुरू हो जाता है। अगर आपका पौधा छोटा है, तो आप सर्दियों में अपने पौधे की जड़ो में सुखी पत्तियों के देर को रख सकते है। इससे पौधे की जड़ ठण्ड से बची रहेगी। इसके अलावा अगर पौधा ज्यादा छोटा है, तो इसे किसी कपड़े से भी ढक सकते है।
  • जब इस पौधे पर फूल खिलना शुरू होते है, तो इस दौरान आप इसकी जड़ो में फास्फोरस वाली खाद डाल सकते है। इससे पौधे पर ज्यादा फूल आते है।
  • अगर आपके पास ऐसी कोई खाद नहीं है, तो महीने में एक बार आप इसमें वर्मीकम्पोस्ट भी डाल सकते है।
  • इसके अलावा इस पौधे पर किसी भी तरह के किट पतंगे का खतरा नहीं रहता है। अगर आप बताई गयी बातों को ध्यान में रखकर अपने पौधे की देखभाल करते है, तो चंपा के पेड़ पर बहुत अच्छे फूल आएंगे।

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

Frangipani Flower FAQ

चंपा के फूल पर भंवरा क्यों नहीं बैठता है?

चंपा के फूलों से एक ख़ास किस्म की उत्कट गंध आती है। जिसके कारण इसके ऊपर भंवरा, तितलियाँ और मधुमखियां नहीं बैठती है।

चंपा की कितनी प्रजातियां पायी जाती हैं?

पूरी दुनिया में चंपा की लगभग 40 प्रजातियां पायी जाती है। जिनमे से ज्यादातर उष्ण-कटिबन्धीय और उपउष्ण-कटिबन्धीय क्षेत्रों में होती है। चंपा के सदाबाहर पेड़ आमतौर पर 18 से 21 मीटर लम्बे होते है।

चम्पा के फूल का उपयोग और फायदे क्या है?

चंपा का फूल पीले रंग का होता है, इसका उपयोग जड़ी-बूटी में किया जाता है। इसके अलावा यह आयुर्वेद के अनुसार कई रोगो में भी फायदेमंद होता है।

क्या चंपा के पौधे को पूर्ण धुप की आवश्यकता होती है?

चंपा के पौधे को सजावटी पौधे के रूप में बगीचों और घरो में लगाया जाता है, इसे अच्छी तरह बढ़ने और ज्यादा फूलों के लिए लगभग 6 से 7 घंटे की धुप की आवश्यकता होती है।

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