अगर आपको कानून में काफी इंटरेस्ट है और आप कानून की पढ़ाई करना चाहते हैं और एक सफल व्यक्ति बनना चाहते हैं तो आज का आर्टिकल आपके लिए काफी जरूरी है; क्योंकि आज मैं आपको जज के बारे में बताने जा रही हू। आज मैं आपको बताऊंगी कि जज किसे कहते हैं? जज कैसे बने(How to Become a Judge in Hindi) जज बनने के लिए क्या क्वालिफिकेशन होनी चाहिए (Education Qualification For Judge) इन सभी चीजों के बारे में आज मैं आपको बताने जा रही हूं। जिसे पढ़कर आपको जज बनने में काफी मदद मिलेगी। आज कल के समय में लोगों को इंट्रेस्ट जज बनने में बहुत जाएदा दिख रहा है क्यूंकि Judge बनने से आप लोगों को न्याय देते हैं वैसे अक्सर आप देखते होंगे की अमीर लोग गरीब को परेशान करते है या फिर कोई ताकतवर इन्शान कमजोर इन्शान को बहुत परेशान करता है ऐसे में उसे इंसाफ चाहिए होता है तो ये इन्साफ एक judge ही देता है तो इसी कारण आज के समय में बहुत से लोग जज बनने की तैयारी कर रहे हैं। तो इसीलिए में आपको बताउंगी की Judge kaise Bane बस आर्टिकल पूरा पढ़ना।
एक जज बनना इतना आसान काम नहीं होता है उसे बहुत सी किताबों को पढ़ना होता है साथ ही हमारे देश के कानून को पढ़ना होता है साथ ही बहुत कुछ चीजों के बारे में भी जानकरी रखना होता है Judge जब आप बन जाते है तो आपको न्याय बहुत सोच समझकर देना होता है क्यूंकि बहुत से लोग गलत तरीके से न्याय भी ले लेते है और इसमें गरीब इन्शान बेचारा परेशान ही रहता है उसे जस्टिस नहीं मिल पाती है इसीलिए आज के युवा एक Judge बनना चाहता है और गरीबों को इंसाफ दिलाना चाहता है।
जज किसे कहते हैं
Judge जिसे हिंदी भाषा में हम न्यायाधीश के नाम से जानते हैं; यह उस व्यक्ति को कहते हैं जो अन्य लोगों के साथ सम्मिलित रूप से किसी न्यायालय की कार्यवाही की अध्यक्षता करते हैं।
अगर साधारण भाषा में कहें तो Judge उसे कहते हैं जो अन्य वकीलों से राय मशवरा सुनकर किसी भी फैसले पर अपना निर्णय देते हैं और जिसे सभी लोगों को मानना मान्य होता है। जिनका कर्तव्य होता है कि वह निष्पक्ष होकर किसी भी फैसले का निर्णय करें और न्यायालय की कार्यवाही को खुला बनाए रखें। जो भी व्यक्ति आज के समय में कानूनी मामलों का निर्णायक करता है; उन्हें हम न्यायधीश कहते हैं।
जज कैसे बने(How to Become a Judge in Hindi)
अब हमलोग बात करते हैं की कैसे एक सफल judge बन सकते हैं में सब कुछ बताउंगी बस आप आर्टिकल पूरा धेयान से पढ़ना क्यूंकि इसमें अगर आप कुछ mistake करते हो तो आपको बहुत नुक्सान सहना पड़ सकता है इसीलिए Judge kaise Bane इसके बारे में धेयान से आर्टिकल पढ़े।
1 12th क्लास पूरी करें
दोस्तों सबसे पहले आपको 10th क्लास को पास करना अच्छे मार्क्स के साथ इसके साथ ही आप 12th में admission ले और अपनी पढाई को पूरी करें आप 12th किसी भी stream से कर सकते हैं।
2 एलएलबी (LLB Course) का कोर्स पूरी करें
अगर आप शुरुआती समय से ही जज बनना चाहते हैं; तब आप 12वीं के बाद एलएलबी का कोर्स कर सकते हैं जो कि 5 साल का होता है। किंतु अगर आप 12वीं पास कर चुके हैं और स्नातक की डिग्री हासिल कर लिए हैं और आप जज बनना चाहते हैं तो भी आप जज बन सकते हैं; इसके लिए आप स्नातक की डिग्री हासिल करने के उपरांत 3 साल का एलएलबी का कोर्स कर सकते हैं।
3 7 वर्ष का वकालत का अनुभव रखे
एलएलबी की डिग्री पूरा करने के बाद आप किसी भी कोर्ट में वकालत कर सकते हैं और अगर आप जज बनना चाहते हैं; तब तो आपके पास 7 वर्ष का वकालत का अनुभव होना काफी जरूरी है। तभी आप जज की परीक्षा में बैठ सकते हैं।
4 राज्य लोक सेवा आयोग न्यायिक सेवा परीक्षा को दें
जब आप 7 वर्ष का वकालत का अनुभव हासिल कर लेते हैं; उसके उपरांत प्रत्येक राज्य के द्वारा राज्य लोक सेवा आयोग न्यायिक सेवा परीक्षा अपने राज्य के अंदर लेती है और यह परीक्षा राज्य के अनुसार अलग-अलग हो सकती है। यह परीक्षा कुल 3 चरणों में लिया जाता है;
- प्रारंभिक परीक्षा (Preliminary Exam)
- मुख्य परीक्षा (Main Exam)
- इंटरव्यू (Interview)
1 प्रारंभिक परीक्षा (Preliminary Exam)
पहला चरण प्रारंभिक परीक्षा जिसमें कुल 2 पेपर होते हैं। पहला पेपर सामान्य ज्ञान का होता है; जिसमें आप से 150 अंकों के प्रश्न पूछे जाते हैं और इसमें आपको 2 घंटे का आपको समय दिया जाता है। और दूसरा पेपर होता है law का जिसमें आप से कुल 300 अंकों के प्रश्न पूछे जाते हैं और इसके लिए भी आपको 2 घंटे का ही समय दिया जाता है। तो आप प्रारंभिक परीक्षा को पास करें।
2 मुख्य परीक्षा (Main Exam)
अगर आप प्रारंभिक परीक्षा पास कर लेते हैं; उसके उपरांत आपको मुख्य परीक्षा यानी लिखित परीक्षा के लिए बुलाया जाता है। जिसमें कुल 5 पेपर होते हैं और जिसमें आपको कुल 3 घंटे का समय दिया जाता है।
पहला पेपर सामान्य ज्ञान का होता है; जिसमें 150 अंकों के प्रश्न पूछे जाते हैं। दूसरा पेपर भाषा का होता है जिसमें आप से 200 अंकों के प्रश्न पूछे जाते हैं तीसरा पेपर Law- I का होता है; जिसमें आप से 200 अंकों के प्रश्न पूछे जाते हैं। उसके बाद चौथा पेपर Law -II का होता है इसमें भी आप से 200 अंकों के ही प्रश्न पूछे जाते हैं और तीसरा और सबसे अंतिम पेपर Law -III का होता है जिसमें भी आप से 200 अंकों के ही प्रश्न पूछे जाते हैं यानी मुख्य परीक्षा में आपसे कुल 950 अंकों के प्रश्न पूछे जाते हैं। जिसमें पास होकर आप आगे के चरण यानी इंटरव्यू तक पहुंच पाते हैं।
3 इंटरव्यू (Interview)
अगर आपने मुख्य परीक्षा पास कर ली तो उसके बाद उम्मीदवारों को इंटरव्यू के लिए बुलाया जाता है जिसमें आप से 100 अंकों के प्रश्न पूछे जाते हैं जिसमें आपको फिजिकली और मेंटली काफी कॉन्फिडेंट रहने की जरूरत होती है और इस परीक्षा में सफल होने के बाद आप जज के पद पर चयनित हो जाते हैं।
5 Finally Done!
तो दोस्तों ये होता है एक प्रोसेस जज बनने की अब एशा नहीं है की ये सारा एग्जाम को निकलना आसान बात है इसमें बहुत जाएदा मेहनत करना पड़ता है बस मैंने आपको आसान तरीके से बता दि लेकिन जब आप Judge बनने के बारे में सोचते है तब ये भी धेयान रखे की आपको मेहनत बहुत करना पड़ेगा तभी आप एक सफल Judge बन सकते हैं।
जज बनने के लिए कौन कोर्स किस कॉलेज से करें
अगर आप भविष्य में जज बनना चाहते हैं और आप परेशान है कि हम कौन से कॉलेज से लाॅ की डिग्री ले या फिर कोर्स करें तो आज मैं आपको आप की दुविधा का हल बताने जा रही हू। आज मैं आपको कुछ प्रचलित law कॉलेजों के नाम बताने जा रहे हैं जिससे आप लॉ की डिग्री हासिल कर सकते हैं:-
- नेशनल लॉ स्कूल ऑफ इंडिया, बेंगलुरु
- इंडियन लॉ इंस्टीट्यूट, नई दिल्ली
- नेशनल लॉ इंस्टीट्यूट यूनिवर्सिटी, भोपाल
- राजीव गांधी नेशनल यूनिवर्सिटी आफ लॉ, पटियाला
- वेस्ट बेंगल नेशनल यूनिवर्सिटी आफ जूडिशल साइंस, कोलकाता
- राम मनोहर लोहिया नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी, लखनऊ
- आई एल एस लॉ स्कूल, पुणे
- गुजरात लॉ यूनिवर्सिटी
- बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी
- गवर्नमेंट लॉ कॉलेज ,मुंबई
यह कुछ कॉलेज है जो कि अपने जगह में काफी प्रचलित है जिससे आप लॉ की डिग्री हासिल कर एक सफल जज बन सकते हैं।
जज बनने के लिए क्वालिफिकेशन (Education Qualification For Judge)
दोस्तों Judge बनने के लिए आपके पास कई तरह का योगयता होना चाहिए क्यूंकि Judge एक बहुत बड़ी Post होता है जिसके कारण हर कोई इस post को नहीं ले पाता है खेर, अगर आप जज बनना चाहते हैं तो आपके पास यह योग्यताएं होना आवश्यक है जो कुछ इस प्रकार है:-
- सबसे पहले आपका 12वीं पास होना आवश्यक है।
- 12वीं पास करने के उपरांत आप LLB के 5 साल का कोर्स कर सकते हैं।
- अन्यथा अगर आप ग्रेजुएशन पास कर लेते हैं तब आप LLB का 3 वर्षीय कोर्स कर सकते हैं।
- इसके अलावा आपके पास कानून में महारत हासिल होनी चाहिए।
- आपको किसी भी तरह के फैसले लेने में कोई परेशानी नहीं होनी चाहिए।
- आप आत्मविश्वासी यानी कॉन्फिडेंट होने चाहिए।
- आप मेहनती तथा ईमानदार होने चाहिए।
- आप में हालात समझकर सही और गलत फैसले लेने की क्षमता होनी चाहिए।
- आपके पास लॉ की डिग्री होना; जो कि सबसे जरूरी है। इसके अलावा आपके पास वकालत करने का 7 वर्ष का अनुभव भी होना चाहिए।
- आपके पास सभी धर्मों का भी ज्ञान होना चाहिए।
उम्र सिमा (Age Limit)
अगर आप किसी भी कोर्ट में जज बनना चाहते हैं तो आपके न्यूनतम आयु 35 वर्ष और अधिकतम उम्र 60 साल तक होनी चाहिए।
लेकिन हाल फिलाल 114वां संविधान संशोधन विधेयक पारित होने के बाद हाईकोर्ट के जजों की रिटायरमेंट की आयु की सीमा बढ़ाकर 65 साल कर दी गई है।
जज के क्या काम होते हैं (Work of a Judge in Hindi)
दोस्तों सबसे पहले Judge का काम बहुत ही जिम्मेदारी वाला होता है क्यूंकि दोनों पक्षों का बात सुनकर judge को सही तरीके से फैसला सुनाना होता है खेर, कोर्ट के अंदर हम जब भी प्रवेश करते हैं या तो कोई फैसला सुनने के लिए या फिर किसी कारण से तो सबसे मुख्य कार्य जज का ही होता है जो मैं आपको बताने जा रही हूं:-
- उनका मुख्य कार्य गवाहों के वक्तव्य को सुनना होता है।
- प्रस्तुत किए गए गवाहों यानी proof की जांच पड़ताल करना भी उनका कार्य है।
- दोनों पक्षों की बातों को सुनकर ही दलील सुनाना और अंतिम निर्णय देना उनका सबसे महत्वपूर्ण कार्य है।
जज की कितनी सैलरी होती है (Judge Salary)
हमारे देश में जज कई प्रकार के होते हैं। अगर जूनियर सिविल जज की बात की जाए तो उनकी सैलरी ₹45000 और वहीं वरिष्ठ जज की बात की जाए तो उनकी सैलरी लगभग ₹80000 तक होती है। यह वेतन राज्य के अनुसार होता है; यानी अलग-अलग राज्यों में जजों की सैलरी अलग-अलग होती है।
हाई कोर्ट के जज का वेतन 2.50 लाख रुपया और हाईकोर्ट के अन्य जजों का वेतन 2.25 लाख तक होता है और वही सुप्रीम कोर्ट यानी सर्वोच्च न्यायालय की बात की जाए तो वहां मुख्य न्यायाधीश का वेतन 2.80 लाख तथा सर्वोच्च न्यायालय के अन्य जजों का वेतन 2.50 लाख रुपए होता है।
साथ ही इसमें आपको अलग से बहुत सारी अन्य सुविधा भी दी जाती है जिससे अगर देखा जाए तो एक judge की ज़िन्दगी बहुत अच्छा होता है लेकिन जितना जाएदा आराम और पैसा है इस करियर में उतना ही परेशानी भी होती है किसी भी फैसले को सुनाने में इसीलिए judge हर कोई नहीं बन पाता है।
जज बनने के क्या क्या फायदे हैं (Benefits of Becoming a Judge in Hindi)
जज बनने के बहुत सारे फायदे हैं, जिनमें से बहुत सारे फायदे आपको मालूम भी होगा पर कुछ फायदे मैं आपको बताने जा रही हूं। जिसे जानकर आपको थोड़ी और जानकारी हो जाएगी:-
- आपके फैसले की लोग इज्जत करते हैं।
- आपको फाइनेंशली कभी भी कोई दिक्कत नहीं आती है।
- समाज में आपका मान प्रतिष्ठा काफी बढ़ जाता है।
- आपको अनेकों चीजों का जज बनने के बाद अनुभव होता है।
- आपको काफी सिक्योरिटी के साथ रखा जाता है।
Conclusionअगर में आपको आखिरी सब्दो में कहना चहुँ तो बस यही कहूँगी की जो कुछ भी हो जाये बस आप मेहनत करते रहे आपको कामयाब होने से कोई नहीं रोक सकता है क्यूंकि मेहनत करने वालों की कभी हार नहीं होती है। आज के इस आर्टिकल में मैंने आपको जज से संबंधित कुछ बातों को बताया। इसमें मैंने आपको बताया कि जज किसे कहते हैं? जज कैसे बने (Judge Details in Hindi) जज बनने के लिए क्या क्वालिफिकेशन होनी चाहिए?जज की सैलरी क्या होती है? (Judge Salary) इन तमाम चीजों के बारे में मैंने आपको विस्तार पूर्वक बताया और आशा है आपको यह पढ़कर जज से संबंधित अधिकतर जानकारी मिल जाएगी। अगर आपको हमारा यह आर्टिकल अच्छा लगा तो इसे अपने दोस्तों के साथ अवश्य शेयर करें और अगर आपके मन में इससे संबंधित कोई भी प्रश्न हो तो आप हमें कमेंट बॉक्स में कमेंट करके पूछ सकते हैं। आपका कमेंट हमारे लिए काफी जरूरी होता है। धन्यवाद!