आखिर Blockchain क्या है (What is Blockchain Technology in Hindi). हाल फिलहाल Bitcoin बहुत समय तक सुर्ख़ियों में रहा है. लोगों में Bitcoin को लेकर बहुत उम्मीद पैदा हुई है क्यूंकि Bitcoin की कीमत दिनबदिन बढती जा रही है. लेकिन क्या आप जानना चाहते हैं की Bitcoin के पीछे की technology क्या है? यदि हाँ तब आपको ये Post Blockchain technology क्या है जरुर पसदं आएगी. क्यूँ की Bitcoin का सम्बन्ध Blockchain से है इसलिए आपको Blockchain के विषय में जानना होगा, ये कैसे काम करता है अब सवाल उठता है की क्या आप जानते हैं की Blockchain Technology in hindi क्या है? क्यूँ इसके विषय में जानना जरुरी है? ब्लॉकचेन तकनीक हमारे IT industry को उस प्रकार से बदलने वाला है जैसे की open-source software ने एक दशक पहले किया था. और जिस प्रकार Linux करीब एक दशक से modern application development का मूल रहा है, ठीक वैसे ही Blockchain भी आने वाले समय में एक बहुत ही बेहतरीन जरिया बनने वाला है information share करने का, और जो की lower cost होगा और बड़ी आसानी से इसे implement किया जा सकता है open और private networks के बिच.
लेकिन Blockchain Technology को लेकर लोगों में काफी hype उत्पन्न हुई थी, क्यूंकि उन्हें लगा की ये हमारे भविष्य के technology को पूरी तरह से बदल सकता है. ये बात काफी हद तक सही भी है लेकिन ऐसे बोलने से तो बात समझ में नहीं आएगी बल्कि हमें Blockchain Technology को पूरी तरह से समझना होगा, इसके अलग अलग पहलुओं पर सोच विचार करना होगा, कहीं फिर जाकर हम इसे मेह्जुदा technology से बेहतर होने का बोल सकते हैं.
ये बात तो सही है की Blockchain को अपनाने की गति बहुत ही धिमी है लेकिन technology experts का मानना है की आने वाले समय में ये गति धीरे धीरे तेज होने वाली है, जो की हमारे लिए एक अच्छी खबर है. भविष्य में ये technology पुरे दुनिया को बदलने वाली है.
इसलिए आज मैंने सोचा की क्यूँ न आप लोगों को इस नए Blockchain technology के विषय में पूरी जानकारी प्रदान करूँ जिससे की आपको इसे समझने में आसानी होगी. तो फिर बिना देरी किये चलिए शुरू करते हैं और Blockchain क्या होता है in Hindi चलिए समझते हैं.
ब्लॉकचेन तकनीक क्या है – What is Blockchain Technology in Hindi)
Blockchain एक digital ledger है. लेकिन क्या आप जानते हैं की Ledger क्या है? Ledger एक ऐसा book है जो की ऐसे account रखता है जहाँ debits और credits transactions post होते हैं वो book से जहाँ की original entry होते हैं. या यूँ कहे की original book से entry इस ledger में update होते हैं.
हम कह सकते हैं की एक blockchain digitized, decentralized, public ledger होती है.
समझते हैं Blockchain Technology आसान शब्दों में
मान लीजिये की आपके पास एक file of transactions (a “node“) जो की आपके computer (a “ledger”) में है. दो government accountants (जिन्हें हम “miners” कहते हैं ) के पास भी वही समान file उनके system में हैं (इसलिए ये हैं “distributed“). जैसे ही आप एक transaction करते हैं, आपका computer उन दोनों accountant को e-mail करता हैं उन्हें inform करने के लिए.
हरेक accountant जल्द से जल्द सबसे पहले check करना चाहता है की कहीं आप इसे afford कर सकते है या नहीं (और इसके बदले में उन्हें उनके salary जो की है “Bitcoins” मिल सकती है या नहीं ).
इन दोनों में से जो भी पहले check करता है और आखिरकर उसे validate कर “REPLY ALL” press करता है, वहीँ इसके साथ वो अपनी logic को भी attach कर देता है उस transaction को verify करने के लिए और इसे ही “Proof of Work” कहा जाता है.
यदि इसी बिच अगर वो दूसरा accountant भी agree हो जाता है, तब सभी अपने files of transactions को updates कर लेते हैं ….. इसी पुरे process या concept को “Blockchain” technology कहा जाता है.
इसलिए blockchain एक ऐसा incorruptible digital ledger of transactions है जिसे की programmed किया जाता है virtually सभी चीज़ों को record करने के लिए. सभी list of record जो की blockchain में होते हैं उन्हें “block” कहा जाता है. इसलिए ये blockchain हमेशा continuously growing list of records है जो की linked और secured होते हैं.
Blockchain Technology का आविष्कार किसने किया?
Blockchain Technology को invent Satoshi Nakamoto ने सन 2008 में किया था ताकि वो इसे cryptocurrency bitcoin में, उसके public transaction ledger के हिसाब से कर सकें।
ये सब करने क पीछे Satoshi Nakamoto का जो मुख्य उद्देश्य था वो ये की वे एक decentralized Bitcoin ledger—the blockchain— बनाना चाहते थे जो की लोगों को उनके पैसों को control करने की क्ष्य्मता देता है जिससे की कोई भी third party, या कोई भी government, भी इन पैसों को access या monitor नहीं कर सके.
Bitcoin का creator जो की हैं Satoshi, अचानक ही गायब हो जाते हैं सन 2011 में, और उनके पीछे इस open source software को छोड़ जाते हैं जिसे की Bitcoin users इस्तमाल करें और उसे update और improve करें.
बहुतों का मानना है की ये Satoshi Nakamota नाम का कोई व्यक्ति ही नहीं है ये बस ये काल्पनिक character है. वैसे इसकी सत्यता को लेकर किसी के पार भी सही जानकारी उपलब्ध नहीं है.
Bitcoin के लिए blockchain का invention एक ऐसा पहला digital currency जो की double spending problem को हल कर सकता है बिना किसी trusted central authority या central server के मदद के. इसलिए ये Blockchain Technology बहुत सारे दुसरे application का inspiration भी रहा है.
क्यूँ हमें Blockchain के विषय में जानना चाहिए?
इसके तीन मुख्य कारण है की क्यूँ हमें Blockchain के विषय में जानना चाहिए :
1. Blockchain technology को publicly exist करने की कोई जरुरत नहीं है. ये privately भी exist कर सकता है – जहाँ पर nodes केवल simply points होंगे किसी एक private network में और Blockchain एक distributed ledger के तरह काम करेगा.
Financial institutions बहुत ही pressure में है क्यूंकि उन्हें regulatory compliance demonstrate करना पड़ रहा है और इसलिए बहुत सारे institution Blockchain का implementations कर रहे हैं. Secure solutions जैसे की Blockchain एक बहुत बड़ा और महत्वपूर्ण building block बन सकता है compliance costs को कम करने के लिए.
2. Block-chain technology की पहुँच finance से भी ज्यादा है. इसे किसी भी multi-step transaction जहाँ traceability और visibility की जरुरत है वहां इसे apply किया जा सकता है. Supply chain एक ऐसा notable case है जहाँ की Blockchain का इस्तमाल leverage को manage करने के लिए और sign contracts और product provenance को audit करने के लिए किया जा सकता है.
इसके साथ इसका इस्तमाल votation platforms में भी, titles और deed management के लिए किया जा सकता है. जैसे जैसे digital और physical worlds converge हो रहे हैं, वैसे वैसे Blockchain की practical applications भी धीरे धीरे बढ़ रही है.
3. Blockchain की exponential और disruptive growth तभी आ सकती है जब public और private Blockchains एक साथ converge करें (मिलें) एक ऐसे ecosystem में जहाँ की firms, customers और suppliers एक साथ मिलकर collaborate कर सकें एक secure, auditable और virtual way में.
Blockchain कितना Secure है?
ऐसे तो internet में कोई भी चीज़ secure नहीं है. वहीँ अगर हम Blockchain technology की बात करें तब बाकि technology की तुलना में बहुत हद तक “unhackable” है. Blockchain में कोई भी transaction करने के लिए पुरे network के सभी nodes को agree होना पड़ेगा, तभी जाकर वो transaction valid होगी. यहाँ कोई single entity ये नहीं कह सकती की transaction हुआ है या नहीं.
इसे hack करने के लिए आपको bank के जैसे केवल एक system को hack करने से नहीं होगा बल्कि पुरे network में स्तिथ सभी systems को hack करना होगा, इसलिए hacking इतनी आसान चीज़ नहीं है इस technology में.
प्राय सभी blockchains की computing resources बहुत ही tremendous (ज्यादा) है क्यूंकि यहाँ एक computer नहीं है बल्कि network में बहुत सारे computers जुड़े हुए हैं.
Bitcoin जैसे Blockchain के लिए Email वैसे ही Internet के लिए था
सन 1990s, जब internet technology (TCP/IP or HTTP) अपने native stages में था, email तब एक बहुत बड़ा और पहला major application था. लेकिन बाद में नए applications जैसे की web browsers आया. Websites तब बहुत popular बन गए.
लोग तब chat software जैसे की Skype का बहुत इस्तमाल करते थे. यदि हम अभी के बारे में विचार करें तब आप अपने mobile, में ही बहुत सारे अलग अलग applications को चलता हुआ देख सकते हैं जो की Internet का इस्तमाल करते हैं.
वैसे ही जब blockchain technology नयी बार आई, bitcoin भी email के तरह सबसे पहला बड़ा major application रहा जो की इस technology का इस्तमाल किया. दुसरे cryptocurrencies ने इस trend को बाद में follow किया. अब blockchain technology को बहुत सारे applications जैसे की security, online voting इत्यादि में इस्तमाल में लाया जाता है.
Internet Technology vs Blockchain Technology
अगर हम दोनों technology की बात करें तब Internet computers को allow करती है information exchange करने के लिए; वहीँ Blockchain computers को allow करता है information को record करने के लिए.
दोनों बहुत सारे computers (nodes) का इस्तमाल करते हैं.
Internet और Blockchain के विषय में चलिए कुछ नया जानते हैं.
Digital Revolution का पहला generation ने हमारे लिए Internet of information लाया. वहीँ second generation — जो की powered by blockchain technology है — उसने हमारे सामने Internet of value पेश किया: यह एक नया platform है जो की business की दुनिया को reshape कर देगा और पुराने order of human affairs को और भी बेहतर बना देगा.
Blockchain इतना vast, global distributed ledger और database है जो की millions of devices में continuously चल रहा है और ये किसी के लिए भी open है, यहाँ न केवल information बल्कि कोई भी चीज़ जिसकी कुछ value है जैसे की money, titles, deeds, identities, यहाँ तक की votes भी — इन्हें moved, stored और managed securely और privately किया जा सकता है.
यहाँ पर Trust को establish करने के लिए mass collaboration चाहिए और कुछ clever code इसे implement करने के लिए, वहीं पुराने तोर तरीकों में powerful intermediaries जैसे की governments और banks की जरुरत पड़ती है.
इसलिए हम कह सकते हैं की Blockchain technology हम से ही बनती है, हमारे लिए काम करती है और इसे control हम ही लोग करते हैं, जो की इसे बहुत ही secure और विस्वस्योगी बनता है.
Blockchain Technology के पीछे की Technology
Blockchain के पीछे जो मुख्य technology हैं वो मुख्य रूप से निचे दिए गए तीन technology हैं.
1. Private Key Cryptography
2. P2P Network (Peer-2-Peer)
3. Program (the blockchain’s protocol)
हमें blockchain technology की क्यूँ जरुरत हैं?
Blockchain एक ऐसा mechanism है जो की हम सभी लोगों को उनके highest degree of accountability तक पहुँचने में मदद करता है. अब और कोई भी missed transactions नहीं होगा, इंसानी और मशीनि गलतियाँ को कम कर देगा, ये सभी transaction के पीछे कोई भी तीसरा party या government का consent जरुरी नहीं बल्कि सभी connected nodes का trust या secure validation ही माईने रखता है.
सबसे critical area जहाँ Blockchain हमें मदद करता है और ये guarantee प्रदान करता है की validity of a transaction उन्हें record करके, ये केवल एक main register में नहीं किया जा रहा है बल्कि network में connect हुए सारे distributed system के registers, इन सभी registers में secure validation होने के बाद ही Transaction को valid कहा जायेगा.
Blockchain technology के applications इन following areas में भविष्य में :
1. Smart contracts – कोई भी industry हो अगर वो heavily contracts पर निर्भर करती हो, जैसे की insurance, financial institutions, real estate, construction, entertainment, और law, वो सारे industries इस technology से benefitted होंगे.
क्यूंकि इस technology के मदद से बिना किसी dispute के आपके सारे contracts को update, manage, track और secure किया जा सकता है. Smart contracts, वो जो की embedded होते हैं if/then statements से और जिन्हें execute करने के लिए intermediary party का involvement जरुरत नहीं है.
2. Supply chain management – जब भी कोई value बदलते हैं या कोई asset का status बदलता है तब ये सारे process को manage करने के लिए Blockchain एक बहुत ही बढ़िया option है.
3. Asset protection – चाहे आप एक संगीतकार हो जो की अपने गाने की royalties ठीक तरह से पाना चाहता है या आप कोई property owner हो, अगर आप अपने asset की protection चाहते हैं तब blockchain technology आपकी बहुत मदद कर सकता है आपकी real-time ownership की एक indisputable record बनाकर.
4. Personal Identification – Governments अक्सर बहुत सारे amounts के data को manage करते हैं जैसे की personal data birth से death records तक, marriage certificates, passports और census data इत्यादि. Blockchain technology इन सारे data को streamlined solution के हिसाब से आसानी से manage कर सकता है और उन्हें securely store कर सकता है.
5. Payment processing – Blockchain की ये खासियत है की वो किसी भी बड़ी company की payment processing को आसानी से संभाल सकता है. ये intermediaries की जरुरत हो पूरी तरह से ख़त्म कर सकता है जिन्हें की हम payment processing में अक्सर देखते हैं.
6. Crowdfunding – Traditional crowdfunding की तुलना में एक blockchain powered crowdfunding campaign में ज्यादा secure investment होती है नए project के लिए एक interested community से. लेकिन ऐसे instance में, funding मुख्य रूप से bitcoin या दुसरे cryptocurrencies के आकार में होगी.
Real-life Applications Blockchain Technology का
अब तो आप लोग इस technology के basic concept को समझ गए होंगे तो चलिए अब जानते हैं की आखिर इन्हें कहाँ real-life applications में इस्तमाल किया जाता है.
1. Follow My Vote: ये हमारे vote करने के तरीकों को बदलना चाहता है और दुनिया में सबसे पहला open-source online voting solution बनना चाहता है.
2. Arcade City:– ये एक true decentralized ridesharing service है जो की ‘Uber killer’ के नाम से भी जाना जाता है.
3. ShoCard :– ये आपके identity को store करता है Bitcoin’s blockchain में ताकि आपकी easy verification हो सके.
4. Symbiont: – ये Blockchain में बेहतर smart securities प्रदान करता है.
5. Bitnation: ये एक “Governance 2.0” initiative जो की एक collaborative platform के साथ काम करके DoItYourself governance की स्थपाना करना चाहता है.
6. ChainLink: ये blockchain technology का इस्तमाल कर verify और validate करता है authenticity और real-world items के title को.
Public और Private Blockchains क्या है और इनमें क्या अंतर है
वैसे तो Blockchain के बहुत सारे variety हैं लेकिन सभी प्राय सभी मुख्य रूप से दो categories में ही आते हैं – public या private. Public blockchains किसी को भी देखने और transactions send करने के लिए अवसर देती है जब तक वो इस consensus process का हिस्सा हैं.
ये consortium blockchains भी हैं, जहाँ केवल कुछ pre-selected number के nodes को ही authorized किया गया होता है ledger को इस्तमाल करने के लिए. उदहारण के तोर पे, एक group of banks और उनके clearinghouse blockchain का इस्तमाल करते है trade-clearing का एक हिस्सा बनकर, जहाँ हरेक node किसी न किसी step के साथ सम्बंधित होते हैं verification process में.
Private blockchains में, इसके विपरीत में किसी distributed ledger में लिखने में restriction डालता है किसी भी group of employees जो की उस organization में काम करते हैं. इसके साथ इसमें और भी दुसरे restriction होते हैं.
इसके साथ blockchain – में इसके self-policing security होने के कारण – ये बड़े मात्रा में स्तिथ record keeping को eleminate करता है, जो की आगे चलकर बहुत confusing हो जाता जब multiple parties involved होते एक ही transaction में.
Blockchain Technology – इसके opportunities और advantages
- यह blockchain हमारे smart devices को एक दुसरे के साथ communicate करने में सहायता प्रदान करता है जिससे की वो बेहतर ढंग से बातचीत कर सकें.
- Blockchain manipulation की समस्या का समाधान करता है. ये सभी चीज़ों को उनके highest degree of accountability के स्थर में लाता है.
- Online identity और reputation को decentralized बनाता है. जिससे की हम अपने data को खुद ही own कर सकें.
- Cryptocurrencies सरकार के हाथों से currencies की value को control करने की क्ष्य्मता को आम जनता में बाँट देता है जिससे की अब किसी का भी हाथ नहीं होगा Currencies के Value के ऊपर.
- किसी informal economy में blockchain हमें middleman से बचाता है जिससे की आसानी और free ढंग से asset का exchange हो सकता है.
- Blockchain technology के मदद से बहुत सारे issues जो की freedom, jurisdiction, censorship, और regulation से सम्बंधित हो उन्हें सही और सुचारू ढंग से address किया जा सकता है.
- Blockchain-based systems से अब और intermediaries रखने की जरुरत नहीं है बल्कि आसानी से record और transfer of assets का ध्यान रखा जा सकता है. जिससे transaction speed में बढ़ोतरी होती है.
- Data जिन्हें एक बार enter कर दिया जाता है blockchain में वो immutable हो जाते हैं, जिन्हें अब किसी भी ढंग से बदला नहीं जा सकता है जिससे की fraud होने की स्थिति बहुत हद तक कम जाती है. इसके अलावा Transactions बहुत ही clear होते हैं जिन्हें बाद में आसानी से investigate और audit किया जा सकता है.
Blockchain Technology – इसके Criticisms और Challenges
वैसे तप Blockchain Technology के बहुत सारे advantages हैं, लेकिन फिर भी इसके भी कुछ कमियां है जिनके विषय में चलिए जानते हैं.
बहुत power की जरुरत : इन blockchain के operation में बहुत ज्यादा computing power चाहिए होता है जिससे electricity की जरुरत बहुत ज्यादा होती है. यदि हम आज के climate change की परिस्तिथि को देखें तब किसी भी developing country के पक्ष में ये इतना आसान नहीं है क्यूंकि उनकी खुद की भी बहुत जरूरतें होती है. इसलिए ये केवल developed nations के लिए ही सही है.
Private key की Security: ये private key को हमेशा secret रखना चाहिए क्यूंकि यदि इनके विषय में third parties को पता चल गया तब ये ऐसी बात हुई की आपने अपने सारे bitcoin का control उनके हाथों में दे दिया है. इसके अलावा भी private key को backed up करके और protect करना चाहिए accidental loss से, क्यूंकि अगर ये एक बार खो गया तब इन funds को कोई भी और recover नहीं कर सकता है और ये हमेशा के लिए खो जायेंगे.
Transaction speed: Transaction speed भी एक समस्या बन सकती है. क्यूंकि हम जानते हैं chain में blocks को verify कराना distributed network से बहुत ही जरुरी है security के लिए और ऐसा करने में काफी समय लगता है.
Blockchain के विषय में मेरी राय
Blockchain एक बहुत ही महत्वपूर्ण हिस्सा बन सकता है हमारे financial और technological digital future के लिए. ये ‘blockchain’ technology जो की bitcoin के पीछे स्तिथ है, ये अब तक ये प्रमाण कर चूका है की ये technology कितनी बड़ी है और ये एक नया world of technology बनाने की क्ष्य्मता रखता है.
ये खुद में ही internet के जैसे एक बड़ी चीज़ है. यह एक ऐसी wave of innovation है जो की हम जैसे आम जनता को इन financial complexities से दूर रख सकती है. इसके साथ ये हमें पुरे दुनिया में किसी के साथ भी goods और services exchange करने के लिए आजाद कर सकती है जिससे हमें और इन corporate intermediaries से गुजरना नहीं पड़ेगा.
ये हमारे पुरे society को radically decentralise कर सकती है और हमें banks, governments, यहाँ तक की companies और politicians से भी बचा सकती है. ये खुद में ही एक बहुत बड़ी Digital क्रांति ला सकती है. बस हमें इसे समझने की जरुरत है और समजकर दूसरों को समझाने की जरुरत है.
Blockchain का भविष्य
अब तक तो आप समझ ही गए होंगे की Blockchain की उपयोगिता क्या है और ये किस तरह से हमारे सभी कामों में लग सकता है. ये information को लेकर जो हमारी सोच है उसे बदल का रख दिया है की कैसे कैसे और कहाँ पर information को store किया जा सकता है, इस information को कोन access कर सकता है और हम इस information का क्या कर सकते हैं.
जो मुख्य कारण है की कुछ organizations इसके against में है क्यूंकि blockchain information को कैसे organize करते हैं और हमारे records-keeping infrastructure को कैसे maintain करते हैं, इन चीज़ों के पुरे heart तक चले जाता है.
इससे ये बात तो साफ़ ही है की Blocakchain Technology को लोग इतनी आसानी से ग्रहण नहीं करेंगे और ये रातोंरात तो आने वाला नहीं है क्यूंकि ये हर कदम पर traditional technology को चुनौती देता है.
ऐसे ही समान case हमने TCP/IP में देखा था, जिसे शुरुवात में काफी criticise किया गया था लकिन बाद में इसे implement करते करते करीब 30 सालों का समय लग गया, लेकिन आख़िरकार सभी से इसकी अहेमियत को समझा. ठीक उसी तरह भी दुनिया अभी Blockchain को समझने में समय लगा रहा है लेकिन कुछ वर्षों में इसे जरुर अपना लिया जायेगा।
ब्लैक चैन टेक्नोलॉजी क्या है?
ब्लॉकचेन तकनीक को सबसे सरल रूप से एक विकेन्द्रीकृत, वितरित खाता बही के रूप में परिभाषित किया जाता है जो एक डिजिटल संपत्ति के उद्भव को रिकॉर्ड करता है। आसान भाषा में कहें तो ये सिर्फ डिजिटल करेंसी बल्की किसी भी चीज को डिजिटल बनाकर उसका रिकॉर्ड रखता है। ब्लॉकचेन पर डेटा को संशोधित नहीं किया जा सकता है। ख़ास इसी लिए इसका इस्तमाल भुगतान, साइबर सुरक्षा और स्वास्थ्य सेवा जैसे उद्योगों के लिए किया जा सकता है।
ब्लॉकचैन तकनीक क्या है?
ब्लॉकचेन एक ऐसी तकनीक है जिससे बिटकॉइन तथा अन्य क्रिप्टो-करेंसियों को संचालित किया जाता है। यदि इसे सरल शब्दों में समझा जाए तब यह एक डिजिटल ‘सार्वजनिक बही-खाता’ (Public Ledger) है, जिसमें प्रत्येक लेन-देन का रिकॉर्ड दर्ज़ किया जाता है। इस तकनीक का इस्तमाल कर, participants अपने transactions को confirm कर सकते हैं, वहीं उन्हें किसी central clearing authority की कोई भी ज़रूरत नहीं होगी।
बिटकॉइन कौन से देश की करेंसी है?
Bitcoin अभी के समय में El Salvador की करेंसी है। ये वो पहला देश है जिसने की इस करेन्सी को लीगल का दर्जा दे दिया है। बिटकॉइन को अपने देश की करेन्सी के रूप में अपनाने वाले ये पहला देश भी है। अल-सल्वाडोर में अमेरिकी डॉलर भी पहले की तरह लीगल करंसी बना रहेगा।
आज आपने क्या सीखा
मुझे पूर्ण आशा है की मैंने आप लोगों को Blockchain Technology क्या है और ये कैसे काम करता है? के बारे में पूरी जानकारी दी और में आशा करता हूँ आप लोगों को ब्लॉकचेन क्या है (What is Blockchain Technology in Hindi) के बारे में समझ आ गया होगा.
मेरा आप सभी पाठकों से गुजारिस है की आप लोग भी इस जानकारी को अपने आस-पड़ोस, रिश्तेदारों, अपने मित्रों में Share करें, जिससे की हमारे बिच जागरूकता होगी और इससे सबको बहुत लाभ होगा. मुझे आप लोगों की सहयोग की आवश्यकता है जिससे मैं और भी नयी जानकारी आप लोगों तक पहुंचा सकूँ.
मेरा हमेशा से यही कोशिश रहा है की मैं हमेशा अपने readers या पाठकों का हर तरफ से हेल्प करूँ, यदि आप लोगों को किसी भी तरह की कोई भी doubt है तो आप मुझे बेझिजक पूछ सकते हैं. मैं जरुर उन Doubts का हल निकलने की कोशिश करूँगा.