b.e me career kaise banaye :बीई में करियर कैसे बनाएं? बीई कैसे करें? (b.e kaise kare), इंजीनियरिंग में करियर कैसे बनाएं? (Engineering me career kasie banaye), बैचलर ऑफ इंजीनियरिंग कैसे करें? (Bachelor of Engineering kaise kare) आइयें जानें बीई में करियर कैसे बनाएं? (b.e me career kaise banaye) नमस्कार, be course kaise kareआदाब कैसे हो आप कुछ ही दिनों पहले 12th के परिणाम घोषित हुए है. आशा करता हु की आप अपने परिणाम से बहुत ही खुश होंगे. 12th का रिजल्ट आने के बाद किस क्षेत्र में एडमिश लेना चाहिए इसके लिए हम गूगल (Google) पर पाठ्यक्रम के बारें में सर्च करते रहते है.
12th के बाद क्या करना चाहिए? किस क्षेत्र का चुनाव करना चाहिए? यह सोचने में हमारा दिन चला जाता है. तो दोस्तों अधिक सोचो मत आपने पहले से ही प्लान बना के रखे होंगे की मुझे बीई/बीटेक करना है तो आप इस लेख को अंत तक जरूर पढ़े.
बीई की परिभाषा : Definition of B.E
बीई फुल फॉर्म :- बैचलर ऑफ इंजीनियरिंग (Bachelor of Engineering), हिंदी में यन्त्रशास्त्र स्नातक कहते है. बीई में एडमिशन लेने के लिए प्रवेश परीक्षा फेस करना होता है. प्रवेश परीक्षा स्टेट लेवल पर होती है.
जो छात्र प्रवेश परीक्षा में अधिक अंक प्राप्त करते है उसे मेरिट के आधार पर कॉलेज दिए जाते है.बीई करके आप इंजीनियर में करियर (b.e me career) बना सकते है. be
बी.ई. यह 4 साल की अवधि का कोर्स है और इसमें चार साल में 8 सेमेस्टर शामिल हैं. बीई एक डिग्री प्रोग्राम है. बीई कोर्स मुख्य रूप से वैज्ञानिक सिद्धांत अवधारणाओं और प्रयोगों पर केंद्रित है, बाद में इसे एक वास्तविकता बना देता है.
इंजीनियरिंग की डिग्री को आज के विज्ञान युग में सबसे प्रतिष्ठित पाठ्यक्रमों में से एक माना जाता है क्योंकि यह प्रौद्योगिकी के नवीनतम रुझानों को लागू करके देशों के विकास में मदद करता है.
मैकेनिकल इंजीनियरिंग (mechanical Engineering), इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग (Electrical engineering), सिविल इंजीनियरिंग (Civil Engineering) शाखाओं को इंजीनियरिंग की विनिर्माण शाखा माना जाता है.
कंप्यूटर विज्ञान इंजीनियरिंग (Computer science engineering), इलेक्ट्रॉनिक्स (Electronics) और संचार इंजीनियरिंग (communication Engineering), मेक्ट्रोनिक्स (Mechatronics), एयरोस्पेस इंजीनियरिंग (Aerospace engineering), आदि की प्रौद्योगिकी क्षेत्र में सबसे अधिक हैं.
बीई के लिए 12 वीं में भौतिकी, रसायन विज्ञान, गणित के साथ उत्तीर्ण होना अनिवार्य है. आज के विज्ञान के युग में हमें करियर बनाने के लिए प्रौद्योगिकी पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए, बैचलर ऑफ इंजीनियरिंग (बीई) करने के बाद आपके लिए अधिक नौकरी, करियर (career) के विकल्प हैं. b.e me career
बीई क्यों करते हैं?:Why do B.E
कंप्यूटर विज्ञान, इलेक्ट्रॉनिक्स और संचार, सिविल, इलेक्ट्रिकल और मैकेनिकल इंजीनियरिंग आदि क्षेत्र को विश्व में उच्च अध्ययन के लिए मान्यता दी गई है. इन क्षेत्र में रोजगार के विकल्प अधिक मौजूद है.
आईटी क्षेत्र के विकास के साथ, सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर be इंजीनियरों की आवश्यकता रोजगार के क्षेत्र में प्रतिदिन बढ़ रही है, आज के विज्ञान युग में प्रौद्योगिकी क्षेत्र अध्ययन, करियर (career) और राष्ट्र विकास में महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है. b.e me career
सॉफ्टवेयर इंजीनियर, सॉफ्टवेयर डेवलपर आदि के पद की तरह बैचलर ऑफ इंजीनियरिंग में (बीई) स्नातक में आप भी हासिल कर सकते है. बीई में आपको रचनात्मक स्वतंत्रता, नौकरी की सुरक्षा, उच्च लाभप्रदता, अनुभव होने पर पैकेज में बदलाव आदि सुविधाएं मिलती है.
बीई करने के बाद आपको जनरल इलेक्ट्रिक, बॉश, एक्सेंचर, ऑडी, बीएमडब्ल्यू जैसी कुछ प्रमुख टेक आधारित कंपनीयों के साथ काम करने का मौका मिलता है और जॉब के विकल्प अधिक रहते है. इस कारण आज के युग में बीई की तरफ अधिक स्टूडेंट आवेदन कर रहे है.
बीई का अध्ययन होने के बाद आप मास्टर ऑफ इंजीनियरिंग या टेक्नोलॉजी (ME / M.Tech) के लिए आवेदन करके एक ही कोर्स में उच्च अध्ययन का विकल्प चुन सकते हैं और अपने करियर(career) को नया आयाम दे सकते हो. b.e me career
शैक्षणिक योग्यता : Educational Qualifications
- भौतिकी (Physics), रसायन (Chemistry), गणित (Mathematics) विषयों के साथ 12th में 60 अंकों के साथ पास होना आवश्यक है. b.e me career
बीई की फीस : BE fees
हमें जिस क्षेत्र में बोई करना होता है उस क्षेत्र के अनुसार फीस निर्धारित रहती है. सरकारी और गैर-सरकारी कॉलेज की कॉलेज के अनुसार रहती है. यह फीस 50, 000 /- से 2 लाख प्रतिवर्ष (कम या अधिक) हो सकती है. b.e me career
बीई के लिए प्रवेश परीक्षा : Entrance test for B.E.
बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग का कोर्स करने के लिए केंद्र और राज्य सरकार दोनों द्वारा आयोजित प्रवेश परीक्षा फेस करनी होती है. कुछ प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों में संबंधित विश्वविद्यालयों के लिए प्रवेश पाने के लिए व्यक्तिगत प्रवेश परीक्षाएं होती हैं.
बीई में विशेषज्ञता कोर्स का चयन रैंकिंग के आधारित होता है. b.e me career
कुछ कॉलेज मेरिट-आधारित माध्यम से प्रवेश देते हैं इसलिए, आपको मेरिट प्राप्त करने के लिए न्यूनतम 85% से अधिक अंक प्राप्त करना आवश्यक है. जो विश्वविद्यालय के मानकों से अलग है.
हालांकि, सरकारी संस्थान या सरकारी कोटा से एडमिशन प्राप्त करने के लिए, आपको राष्ट्रीय और राज्य सरकार द्वारा आयोजित प्रवेश परीक्षा फेस करना आवश्यक है.b.e me career
बैचलर ऑफ इंजीनियरिंग (बीई) पाठ्यक्रम के लिए प्रवेश से संबंधित नीचे उल्लिखित परीक्षाएं हैं.
- Goa Common Entrance Test (GCET) b.e me career
- Rajasthan Pre Engineering Test (REPT)
- Gujarat Common Entrance Test (GUJCET)
- Graduate Aptitude Test in Engineering (GATE)
- Uttar Pradesh State Entrance Examination (UPSEE)
- Delhi University Combined Entrance Examination (DUCEE)
- Bihar Combined Entrance Competitive Examination (BCECE)
- Common Entrance Test (CET), Punjab University, Chandigarh
- Indian Institute of Technology Joint Entrance Examination (IIT-JEE)
- All India Engineering Entrance Examination (AIEEE)
बीई कोर्स: BE course
इंजीनियरिंग एक विशाल क्षेत्र है. विज्ञान युग में तकनीक, समय के साथ बढ़ रही है, नए विषयों का ज्ञान क्षेत्र और उपज्ञान क्षेत्र श्रेणियों से उभर रहा हैं. बैचलर ऑफ इंजीनियरिंग में स्पेशलाइजेशन कोर्स निम्नलिखित हैं. b.e me career
- Mechatronics Engineering
- Biomedical Engineering
- Chemical Engineering
- Biomechanical Engineering
- Bioinformatics Engineering
- Automotive Engineering
- Robotics Engineering
- Microelectronic Engineering
- Mechanical Engineering
- Electrical and Electronics Engineering
- Civil Engineering b.e me career
- Electronics and Communication Engineering
- Computer Science and Engineering
- Information Science and Engineering
- Aerospace Engineering
- Environmental Engineering
- Electronics and Computer Engineering
- Electronics and Telecommunication Engineering
- Aircraft Manufacturing and Maintenance Engineering
- Building and Construction Engineering
- Electronics Control Systems Engineering
- Textile Engineering
- Material Science Engineering
- Agricultural Engineering
- Print Technology and Engineering
- Industrial Engineering
- Systems Engineering
- Manufacturing Engineering
- Petroleum Engineering
- Geological Engineering
- Nuclear Engineering
- Marine Engineering
- Nanotechnology Engineering
- Mining Engineering
- Ceramics Engineering
- Software Engineering
- Biotechnology Engineering
- Food Technology Engineering
- Aeronautical Engineering
- Electrical and Communications Engineering
बीई कोर्स और विषय: BE course and subject
बीई कोर्स के विषय एक विशेषज्ञता के अनुसार अलग-अलग होते हैं. हालांकि, प्रथम वर्ष के विषय सभी शाखाओं के लिए समान है. प्रथम वर्ष बीई पाठ्यक्रम के लिए विषयों की सूची निम्नलिखित है. b.e me career
- इंजीनियरिंग भौतिकी (Engineering Physics)
- रेखीय बीजगणित की गणना (Calculus of Linear Algebra)
- इंजीनियरिंग रसायन विज्ञान (Engineering Chemistry)
- सिविल इंजीनियरिंग और यांत्रिकी के तत्व (Elements of Civil Engineering & Mechanics)
- इंजीनियरिंग ग्राफिक्स (Engineering Graphics)
- बेसिक इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग (Basic Electrical Engineering)
- तकनीकी अंग्रेजी (Technical English)
- उन्नत पथरी और संख्यात्मक तरीके (Advanced Calculus and Numerical Methods)
- सी प्रोग्रामिंग (C Programming)
- बुनियादी इलेक्ट्रॉनिक्स (Basic Electronics)
- मैकेनिकल इंजीनियरिंग के तत्व (Elements of Mechanical Engineering)
- पर्यावरण विज्ञान (Environmental Science)
- बुनियादी नैतिकता और कानून (Basic Ethics and Laws)
बीई कोर्स: B.E course
बीई कोर्स और विषय की जानकारी निम्नलिखित है.
असैनिक अभियंत्रण : Civil Engineering b.e me career
सिविल इंजीनियरिंग में पढ़ाये जानेवाले विषय निम्नलिखित है.
- बिल्डिंग टेक्नोलॉजी (Building Technology)
- संरचनात्मक विश्लेषण (Structural Analysis)
- तरल यांत्रिकी (Fluid Mechanics)
- भू – तकनीकी इंजीनियरिंग (Geotechnical Engineering)
- परिवहन इंजीनियरिंग (Transportation Engineering)
- पर्यावरण इंजीनियरिंग (Environmental Engineering)
- संरचनात्मक डिजाइन (Structural Design) b.e me career
- आरसी संरचनाओं के ड्राइंग का डिजाइन (Design of Drawing of RC Structures)
- उन्नत फाउंडेशन डिजाइन (Advanced Foundation Design)
- हाइड्रोलिक संरचना का डिजाइन (Design of Hydraulic Structure)
- भवन रख – रखाव (Building Maintenance)
- सर्वेक्षण और रिमोट सेंसिंग (Surveying and Remote Sensing)
- डैम इंजीनियरिंग (Dam Engineering)
- समुद्री और तटीय इंजीनियरिंग (Marine and Coastal Engineering)
- आर्किटेक्चर और टाउन प्लानिंग (Architecture and Town Planning)
- निर्माण इंजीनियरिंग और प्रबंधन (Construction Engineering and Management)
- भूजल जल विज्ञान (Ground Water Hydrology)
- संरचनाओं का विश्लेषण (Analysis of Structures)
यांत्रिक अभियांत्रिकी : Mechanical engineering
बीई मैकेनिकल इंजीनियरिंग पाठ्यक्रम विषयों की सूची निम्नलिखित है. b.e me career
- इंजीनियरिंग थर्मोडायनामिक्स (Engineering Thermodynamics)
- विद्युत ड्राइव और नियंत्रण (Electrical Drives and Controls)
- द्रव यांत्रिकी और मशीनरी (Fluid Mechanics and Machinery)
- ट्रांसफ़ॉर्म और आंशिक अंतर समीकरण (Transforms and Partial Differential Equations)
- कंप्यूटर एडेड मशीनरी ड्राइंग (Computer-Aided Machinery Drawing)
- मशीनरी के कीनेमेटीक्स (Kinematics of Machinery)
- उत्पादन की तकनीक (Manufacturing Technology)
- इंजीनियरिंग धातुकर्म (Engineering Metallurgy)
- थर्मल इंजीनियरिंग (Thermal Engineering)
- सामग्री और द्रव यांत्रिकी की ताकत (Strength of Materials and Fluid Mechanics)
- मशीन तत्वों का डिजाइन (Design of Machine Elements)
- मेट्रोलॉजी और माप (Metrology and Measurements)
- मशीनों की गतिशीलता (Dynamics of Machines)
- ट्रांसमिशन सिस्टम का डिज़ाइन (Design of Transmission Systems)
- गर्मी और बड़े पैमाने पर स्थानांतरण (Heat and Mass Transfer)
- सीमित तत्व विश्लेषण (Finite Element Analysis)
- हाइड्रोलिक्स और न्यूमेटिक्स (Hydraulics and Pneumatics)
- पावर प्लांट इंजीनियरिंग (Power Plant Engineering)
- मेकाट्रोनिक्स (Mechatronics)
- प्रबंधन के सिद्धांत (Principles of Management)
कंप्यूटर विज्ञान और इंजीनियरिंग : Computer Science & Engineering
बीई कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग के अंतर्गत आने वाले विषय निम्नलिखित हैं. b.e me career
- डेटा संरचनाएं और अनुप्रयोग (Data Structures and Applications)
- एनालॉग और डिजिटल इलेक्ट्रॉनिक्स (Analog and Digital Electronics)
- कंप्यूटर संगठन (Computer Organisation)
- सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग (Software Engineering)
- गणितीय संरचनाओं को असतत करें (Discrete Mathematical Structures)
- एनालॉग और डिजिटल इलेक्ट्रॉनिक्स प्रयोगशाला (Analog and Digital Electronics Laboratory)
- डेटा संरचना प्रयोगशाला (Data Structures Laboratory)
- एल्गोरिदम का डिजाइन और विश्लेषण (Design and Analysis of Algorithms)
- ऑपरेटिंग सिस्टम (Operating Systems)
- माइक्रोकंट्रोलर और एंबेडेड सिस्टम (Microcontroller and Embedded Systems)
- ऑब्जेक्ट-ओरिएंटेड कॉन्सेप्ट्स (Object-Oriented Concepts)
- डेटा संचार (Data Communication)
- एल्गोरिथम प्रयोगशाला का डिजाइन और विश्लेषण (Design and Analysis of Algorithm Laboratory)
- माइक्रोकंट्रोलर और एंबेडेड सिस्टम प्रयोगशाला (Microcontroller and Embedded Systems Laboratory)
- आईटी उद्योग के लिए प्रबंधन और उद्यमिता (Management and Entrepreneurship for IT Industry)
- कंप्यूटर नेटवर्क (Computer Networks)
- डेटाबेस प्रबंधन प्रणाली (Database Management System)
- ऑटोमेटा सिद्धांत और संगणना (Automata Theory and Computability)
- पायथन का उपयोग करके रैपिड एप्लिकेशन डेवलपमेंट (Rapid Application Development using Python)
- UNIX प्रोग्रामिंग (UNIX Programming)
- कंप्यूटर नेटवर्क प्रयोगशाला (Computer Network Laboratory)
- सिस्टम सॉफ्टवेयर और कंपाइलर (System Software and Compiler)
- कंप्यूटर ग्राफिक्स और विज़ुअलाइज़ेशन (Computer Graphics and Visualization)
- मोबाइल अनुप्रयोग विकास (Cloud Computing)
- क्लाउड कंप्यूटिंग (Mobile Application Development)
- आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एंड मशीन लर्निंग (Artificial Intelligence and Machine Learning)
- बिग डेटा एनालिटिक्स (Big Data Analytics)
इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग :Electrical andElectronics Engineering
बीई इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग के तहत आने वाले विषय निम्नलिखित हैं.
- डिजिटल इलेक्ट्रॉनिक्स (Digital Electronics) b.e me career
- इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रॉनिक्स माप (Electrical and Electronics Measurements)
- इलेक्ट्रिकल और एनालॉग इलेक्ट्रॉनिक सर्किट (Electrical and Analog Electronic Circuits)
- डीसी मशीन और ट्रांसफॉर्मर (DC Machines and Transformers)
- विद्युत उत्पादन और पारेषण (Electrical Power Generation and Transmission)
- सिग्नल और सिस्टम (Signals and Systems)
- रैखिक एकीकृत सर्किट (Linear Integrated Circuits)
- नेटवर्क विश्लेषण और संश्लेषण (Network Analysis and Synthesis)
- प्रेरण मशीनें और सिंक्रोनस मशीनें (Induction Machines and Synchronous Machines)
- माइक्रोकंट्रोलर्स (Microcontrollers)
- नियंत्रण प्रणाली (Control Systems)
- पावर सिस्टम विश्लेषण (Power System Analysis)
- अंकीय संकेत प्रक्रिया (Digital Signal Processing)
- इलेक्ट्रिकल मशीन डिजाइन (Electrical Machine Design)
- बिजली के इलेक्ट्रॉनिक्स (Power Electronics)
- गियर और सुरक्षा स्विच करें (Switch Gear and Protection)
- एंबेडेड Sytems (Embedded Sytems)
- इलेक्ट्रॉनिक संचार प्रणाली (Electronic Communication Systems)
- उन्नत माइक्रो नियंत्रक (Advanced Micro Controllers)
- पावर सिस्टम ऑपरेशन और नियंत्रण (Power System Operation and Control)
- एमईएमएस और उसके अनुप्रयोग (MEMS and its application)
- उन्नत पावर इलेक्ट्रॉनिक्स (Advanced Power Electronics)
- वीएलएसआई सर्किट (VLSI Circuits)
- माइक्रोकंट्रोलर आधारित सिस्टम डिज़ाइन (Microcontroller Based System Design)
- डेटा एनालिटिक्स और IoT (Data Analytics and IoT)
- सेंसर और सिग्नल कंडीशनिंग (Sensors and Signal Conditioning)
- विद्युत शक्ति की गुणवत्ता (Electrical Power Quality)
- नियंत्रण प्रणाली का डिजाइन (Design of Control Systems)
इलेक्ट्रॉनिक्स और संचार इंजीनियरिंग : Electronics and Communication Engineering
बीई इलेक्ट्रॉनिक्स और कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग के तहत आने वाले विषय इस प्रकार हैं.
- एनालॉग CMOS आईसी (Analog CMOS IC)
- डिजिटल सिस्टम डिजाइन (Digital System Design)
- इलेक्ट्रोमैग्नेटिक फील्ड थ्योरी (Electromagnetic Field Theory)
- CMOS VSLI डिजाइन (CMOS VSLI Design)
- लो पावर वीएलएसआई डिजाइन (Low Power VLSI Design)
- मिक्स्ड-सिग्नल डिज़ाइन (Mixed-Signal Design)
- ऑटोमोटिव इलेक्ट्रॉनिक्स (Automotive Electronics)
- नैनो इलेक्ट्रॉनिक्स (Nano Electronics)
- उन्नत सिग्नल प्रोसेसिंग (Advanced Signal Processing)
- डिजिटल इमेज प्रोसेसिंग (Digital Image Processing)
- भाषण प्रसंस्करण (Speech Processing)
- बायोमेडिकल इंस्ट्रूमेंटेशन (Biomedical Instrumentation)
- उपग्रह संचार (Satellite Communication)
- आरएफ इलेक्ट्रॉनिक्स (RF Electronics)
- मोबाइल कंप्यूटिंग (Mobile Computing)
- मल्टीमीडिया संचार (Multimedia Communication)
- सूचना सिद्धांत और कोडिंग (Information Theory and Coding)
- ऑप्टिकल कम्युनिकेशन सिस्टम (optical Communication System)
- संचार नेटवर्क (Communication Networks)
- नेटवर्क सुरक्षा (Network Security)
- बेतार तंत्र (Wireless Networks)
- चीजों की इंटरनेट (Internet of Things)
- Sytems को नियंत्रित करें (Control Sytems)
- मिश्रित मोड वीएलएसआई डिज़ाइन (Mixed Mode VLSI Design)
- नेटवर्क विश्लेषण (Network Analysis)
- एआरएम प्रोसेसर (ARM Processors)
- ऑपरेटिंग Sytems (Operating Sytems)
- अंत: स्थापित प्रणाली (Embedded Systems)
- Verilog का उपयोग करके डिजिटल डिज़ाइन (Digital Design Using Verilog)
- कंप्यूटर आर्किटेक्चर (Computer Architecture)
- सिग्नल और सिस्टम (Signals and Systems)
- अंकीय संकेत प्रक्रिया (Digital Signal Processing)
- एंटीना और माइक्रोवेव (Antenna and Microwave)
- एनालॉग और डिजिटल संचार (Analog and Digital Communications)
- वेरिलॉग का उपयोग करते हुए हार्डवेयर मॉडलिंग (Hardware Modelling using Verilog)
उद्योग और उत्पादन इंजीनियरिंग : Industry and Production Engineering
बीई इंडस्ट्रियल एंड प्रोडक्शन इंजीनियरिंग के अंतर्गत आने वाले विषय निम्नलिखित हैं.
- सामग्री विज्ञान और धातुकर्म (Material Science and Metallurgy)
- इंजीनियरिंग थर्मोडायनामिक्स (Engineering Thermodynamics)
- सामग्री के यांत्रिकी (Mechanics of Materials)
- पर्यावरण इंजीनियरिंग (Environmental Engineering)
- निर्माण प्रक्रिया (Manufacturing Processes)
- मेट्रोलॉजी और माप (Metrology and Measurements)
- जटिल, संख्यात्मक विश्लेषण और स्टोकेस्टिक प्रक्रिया (Complex, Numeric Analysis and Stochastic Process)
- मेक्ट्रोनिक्स सिस्टम्स (Mechatronics Systems)
- द्रव यांत्रिकी और मशीनरी (Fluid Mechanics and Machinery)
- मशीनों के कीनेमेटीक्स (Kinematics of Machines)
- नियंत्रण इंजीनियरिंग (Control Engineering)
- कंप्यूटर एकीकृत उत्पादन (Computer Integrated Manufacturing)
- डिजाइन और मशीन तत्वों (Design and Machine Elements)
- मशीनरी की गतिशीलता (Dynamics of Machinery)
- इंजीनियरिंग प्रबंधन और उद्यमिता (Engineering Management & Entrepreneurship)
- आपूर्ति श्रृंखला और तर्क प्रबंधन (Supply Chain & Logic Management)
- उन्नत विनिर्माण प्रसंस्करण (Advanced Manufacturing Processing)
- टूल इंजीनियरिंग (Tool Engineering)
- गैर-पारंपरिक ऊर्जा संसाधन (Non-Conventional Energy Resources)
- डिजिटल विनिर्माण (Digital Manufacturing)
- मशीन उपकरण डिजाइन (Machine Tool Design)
सूचना विज्ञान और इंजीनियरिंग : Information Science & Engineering
बीई सूचना विज्ञान और इंजीनियरिंग के तहत आने वाले विषय निम्नलिखित हैं.
- इंजीनियरिंग डिजाइन का परिचय (Introduction to Engineering Design)
- असतत गणित और ग्राफ सिद्धांत (Discrete Mathematics & Graph Theory)
- तर्क डिजाइन (Logic Design)
- डेटा संरचनाएं (Data Structures)
- परिमित ऑटोमेटा और औपचारिक भाषाएँ (Finite Automata and Formal Languages)
- यूनिक्स और शैल प्रोग्रामिंग (Unix and Shell Programming)
- सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग (Software Engineering)
- कंप्यूटर संगठन (Computer Organisation)
- एल्गोरिदम का विश्लेषण और डिजाइन (Analysis and Design of Algorithms)
- जावा के साथ ऑब्जेक्ट ओरिएंटेड प्रोग्रामिंग (Object Oriented Programming with Java)
- माइक्रो प्रोसेसर (Micro Processor)
- सिस्टम सॉफ्टवेयर (Systems Software)
- डेटा संचार (Data Communication)
- ऑपरेटिंग सिस्टम (Operating Systems)
- इंजीनियरिंग प्रबंधन और उद्यमिता (Engineering Management and Entrepreneurship)
- सॉफ़्टवेयर वास्तुशिल्प (Software Architecture)
- वेब प्रौद्योगिकी (Web Technology)
- कंप्यूटर नेटवर्क (Computer Networks)
- क्रिप्टोग्राफी और नेटवर्क सुरक्षा (Cryptography and Network Security)
- इंजीनियरिंग अर्थशास्त्र (Engineering Economics)
- उन्नत कंप्यूटर वास्तुकला (Advanced Computer Architecture)
- मानव कंप्यूटर इंटरफ़ेस सिस्टम (Human Computer Interface Systems)
- योग्यता प्रशिक्षण (Competency Training )
खाद्य प्रौद्योगिकी : Food Technology
बीई फूड टेक्नोलॉजी के तहत आने वाले विषय निम्नलिखित हैं.
- खाद्य रसायन (Chemistry of Food)
- खाद्य प्रसंस्करण के सिद्धांत (Principles of Food Processing)
- फल प्रसंस्करण प्रौद्योगिकी (Fruits Processing Technology)
- खाद्य और पोषण (Food and Nutrition)
- जीव रसायन (Biochemistry)
- कीटाणु-विज्ञान (Microbiology)
- पर्यावरण विज्ञान (Environmental Science)
- रासायनिक अभियांत्रिकी (Chemical Engineering)
- और्गॆनिक रसायन (Organic Chemistry)
- खाद्य पैकिंग प्रौद्योगिकी (Food Packing Technology)
- माइक्रोबियल प्रौद्योगिकी (Microbial Technology)
- खाद्य प्रक्रिया प्रौद्योगिकी (Food Process Technology)
- केमिकल इंजीनियरिंग कैनेटीक्स (Chemical Engineering Kinetics)
- मास ट्रांसफर ऑपरेशन (Mass Transfer Operation)
- इंस्ट्रूमेंटेशन और प्रोसेस कंट्रोल (Instrumentation and Process Control)
- मास ट्रांसफर ऑपरेशन (Mass Transfer Operation)
- गुणवत्ता नियंत्रण और खाद्य सुरक्षा (Quality Control & Food Safety)
- खाद्य जैव प्रौद्योगिकी (Food Biotechnology)
रासायनिक अभियांत्रिकी:Chemical Engineering
बीई केमिकल इंजीनियरिंग के अंतर्गत आने वाले विषय निम्नलिखित हैं.
- ऊष्मा अन्तरण (Heat Transfer)
- ऊष्मप्रवैगिकी (Thermodynamics)
- द्रव्यमान अंतरण (Mass Transfer)
- मैकेनिकल ऑपरेशन (Mechanical Operations)
- पर्यावरण इंजीनियरिंग (Environmental Engineering)
- पर्यावरण विज्ञान (Environmental Science)
- प्रक्रिया गतिशीलता और नियंत्रण (Process Dynamics and control)
- रासायनिक प्रक्रियाओं का प्रबंधन और अर्थशास्त्र (Management and Economics of Chemical Processes)
- कार्बनिक रासायनिक प्रौद्योगिकी (Organic Chemical Technology)
- अकार्बनिक रासायनिक प्रौद्योगिकी (Inorganic Chemical Technology)
- पृथक्करण के आधुनिक तरीके (Modern Methods of Separation)
- परिवहन घटना (Transport Phenomena)
- केमिकल रिएक्शन इंजीनियरिंग (Chemical Reaction Engineering)
- प्रक्रिया उपकरण डिजाइन और ड्राइंग (Process Equipment Design and Drawing)
- प्रबंधन के सिद्धांत (Principles of Management)
- तरल यांत्रिकी (Fluid Mechanics)
- सामग्री विज्ञान और सामग्री की ताकत (Material Science and Strength of Materials)
- अकार्बनिक और भौतिक रसायन (Inorganic and Physical Chemistry)
- पॉलिमर (Polymer)
- पेट्रोलियम (Petroleum)
- हरा रसायन (Green chemistry)
- विश्लेषण के वाद्य तरीके (Instrumental Methods of Analysis)
- केमिकल इंजीनियरिंग में कम्प्यूटेशनल तरीके (Computational Methods in Chemical Engineering)
बायोमेडिकल अभियांत्रिकी: Biomedical Engineering
बीई बायोमेडिकल इंजीनियरिंग के अंतर्गत आने वाले विषयों का उल्लेख नीचे किया गया है.
- ट्रांसफ़ॉर्म और आंशिक अंतर समीकरण (Transforms and Partial Differential Equations)
- सेंसर और माप (Sensors and Measurements)
- जीव रसायन (Biochemistry)
- एनाटॉमी और मानव फिजियोलॉजी (Anatomy and Human Physiology)
- सिग्नल और सिस्टम (Signals and Systems)
- चिकित्सा भौतिकी (Medical Physics)
- इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग की मूल बातें (Basics of Electrical Engineering)
- संभाव्यता और यादृच्छिक प्रक्रियाएँ (Probability and Random Processes)
- पैथोलॉजी और माइक्रोबायोलॉजी (Pathology and Microbiology)
- एनालॉग और डिजिटल संचार (Analog and Digital Communication)
- एनालॉग और डिजिटल आईसीएस (Analog and Digital ICS)
- अस्पताल प्रबंधन (Hospital Management)
- बायोमेडिकल इंस्ट्रूमेंटेशन (Biomedical Instrumentation)
- बायोकंट्रोल सिस्टम (BioControl Systems)
- नैदानिक और चिकित्सीय उपकरण (Diagnostic and Therapeutic Equipment)
- जैव सामग्री और कृत्रिम अंग (Bio Materials and Artificial Organs)
- माइक्रोप्रोसेसर और माइक्रोकंट्रोलर (Microprocessor and Microcontroller)
- जैवयांत्रिकी (Biomechanics)
- रेडियोलॉजिकल उपकरण (Radiological Equipment)
- पर्यावरण विज्ञान और इंजीनियरिंग (Environmental Science and Engineering)
- डिजिटल सिग्नल प्रोसेसिंग के सिद्धांत (Principles of Digital Signal Processing)
- डिजिटल इमेज प्रोसेसिंग (Digital Image Processing)
- चिकित्सा प्रकाशिकी (Medical Optics)
- पैटर्न मान्यता और तंत्रिका नेटवर्क (Pattern Recognition and Neural Networks)
- चिकित्सा सूचना (Medical Informatics)
- पुनर्वास इंजीनियरिंग (Rehabilitation Engineering)
एरोनॉटिकल इंजीनियरिंग: Aeronautical Engineering
बीई एरोनॉटिकल इंजीनियरिंग के तहत आने वाले विषय नीचे सूचीबद्ध हैं.
- फूरियर रूपांतरण (Fourier Transforms)
- रेखीय बीजगणित (Linear Algebra)
- तरल पदार्थ-दबाव के गुण (Properties of Fluids-Pressure)
- रोटरी मोशन ऑफ लिक्विड्स (Rotary Motion of Liquids)
- सहिष्णुता और फिट बैठता है(Tolerances and Fits)
- डीसी जनरेटरों की समीक्षा (Review of DC Generators)
- सामग्री विज्ञान और इंजीनियरिंग का परिचय (Introduction to Materials Science and Engineering)
- विभेदक समीकरणों की श्रृंखला समाधान (Probability Distributions)
- पर्यावरण विज्ञान की बहुआयामी प्रकृति (Series Solutions of Differential Equations)
- स्टेटिकली स्ट्रक्चर्स स्ट्रक्चर्स (The Multidisciplinary Nature of Environmental Science)
- असफलता का सिद्धांत (Statically Determinate Structures)
- संवहन हीट ट्रांसफर (Failure Theory)
- हीट ट्रांसफर की समस्या(Convective Heat Transfer)
- सरल तनाव और तनाव (Heat Transfer Problems)
- अर्धचालक उपकरण (Simple Stress and Strain)
- अर्धचालक उपकरण (Semiconductor Devices)
- माइक्रोप्रोसेसर (Microprocessors)
- ओपन एंड क्लोज्ड लूप सिस्टम (Open and Closed Loop Systems)
- समीकरणों और Eigen मूल्य समस्याओं का समाधान ओपन एंड क्लोज्ड लूप सिस्टम (The solution of Equations and Eigen Value Problems)
- विमान का प्रदर्शन (Aircraft Performance)
- अस्वस्थ झुकने (Unsymmetrical Bending)
- अनुरूप परिवर्तन (Conformal Transformation)
- विंग और धड़ में तनाव विश्लेषण (Stress Analysis in Wing and Fuselage)
- जेट इंजन के लिए सबसोनिक और सुपरसोनिक इनलेट्स (Subsonic and Supersonic Inlets for Jet Engines)
- हवाई जहाज नियंत्रण प्रणाली (Aeroplane Control Systems)
- विमान प्रणाली (Aircraft Systems)
- विद्युत प्रतिरोध तनाव गेज (Electrical Resistance Strain Gauges)
- सामान्य, ओब्लिक शॉक और विस्तार तरंगें (Normal, Oblique Shocks and Expansion Waves)
- शॉप फ्लोर कंट्रोल और एफएमएस का परिचय (Shop Floor Control and Introduction of FMS)
- Cim कार्यान्वयन और डेटा संचार (Cim Implementation and Data Communication)
- एक आयामी संपीड़ित प्रवाह (One Dimensional Compressible Flow)
- विमान गैस टर्बाइन (Aircraft Gas Turbines)
- रैमजेट प्रोपल्शन (Ramjet Propulsion)
- रासायनिक रॉकेट (Chemical Rockets)
- एवियोनिक्स का परिचय(Introduction to Avionics)
- फ्लाइट डेक और कॉकपिट (Flight Deck and Cockpit)
- धातुओं का यांत्रिक कार्य (Mechanical Working of Metals)
- Discretisation
- परिमित तत्व तकनीक (Finite Element Techniques)
- विश्वसनीयता का परिचय (Introduction to Reliability)
- डेटा विश्लेषण की विफलता (Failure of Data Analysis)
- सिस्टम की विश्वसनीयता (System Reliability)
- दोष रिकॉर्डिंग, निगरानी, जांच (Defect Recording, Monitoring, Investigation)
- विमान रखरखाव कार्यक्रम (Aircraft Maintainance Programs)
ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग : Automobile Engineering
बीई ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग के तहत आने वाले विषय नीचे सूचीबद्ध हैं.
- द्रव यांत्रिकी और मशीनरी (Fluid Mechanics and Machinery)
- विनिर्माण विधियाँ (Manufacturing Methods)
- सामग्री की ताकत (Strength of Materials)
- इंजीनियरिंग थर्मोडायनामिक्स (Engineering Thermodynamics)
- हीट ट्रांसफर और दहन (Heat Transfer and Combustion)
- मोटर वाहन पेट्रोल इंजन (Automotive Petrol Engines)
- इंजीनियरिंग विश्लेषण और संख्यात्मक तरीके (Engineering Analysis and Numerical Methods)
- मोटर वाहन डिजाइन इंजन (Automotive Design Engines)
- सामग्री विज्ञान और प्रौद्योगिकी (Material Science and Technology)
- पावर यूनिट और ट्रांसमिशन (Power Units and Transmission)
- ऑटोमोटिव चेसिस (Automotive Chassis)
- वाहन बॉडी इंजीनियरिंग (Vehicle Body Engineering)
- मोटर वाहन प्रदूषण और नियंत्रण (Automotive Pollution and Control)
- गुणवत्ता नियंत्रण और विश्वसनीयता इंजीनियरिंग (Quality Control and Reliability Engineering)
- ऑटोमोटिव इलेक्ट्रिकल सिस्टम और इलेक्ट्रॉनिक्स (Automotive Electrical Systems and Electronics)
- वाहन की गतिशीलता (Vehicle Dynamics)
- संचालन अनुसंधान और औद्योगिक प्रबंधन (Operations Research and Industrial Management)
- इंजीनियरिंग और परिवहन प्रबंधन में नैतिकता (Ethics in Engineering and Transport Management)
- आधुनिक वाहन प्रौद्योगिकी (Modern Vehicle Technology)
- रोबोटिक्स और रोबोट एप्लीकेशन (Robotics and Robot Application)
- ऑफ-रोड वाहन (Off-road Vehicles)
- गैर-विनाशकारी परीक्षण विधियाँ (Non-destructive Testing Methods)
- वैकल्पिक ईंधन और ऊर्जा प्रणाली (Alternate Fuels and Energy Systems)
- उद्यमिता और ई-व्यवसाय (Entrepreneurship and E-business)
- औद्योगिक इंजीनियरिंग (Industrial Engineering)
अंतरिक्ष इंजीनियरिंग : Aerospace Engineering
बीई एयरोस्पेस इंजीनियरिंग के अंतर्गत आने वाले विषय निम्नलिखित हैं.
- इलेक्ट्रॉनिक्स और इंस्ट्रूमेंटेशन (Electronics and Instrumentation)
- ऊष्मप्रवैगिकी (Thermodynamics)
- उत्पादन की तकनीक (Manufacturing Technology)
- तरल यांत्रिकी (Fluid Mechanics)
- संख्यात्मक तरीके (Numerical Methods)
- मशीनें और तंत्र (Machines and Mechanisms)
- वायुगतिकी और प्रणोदन (Aerodynamics and Propulsion)
- कंपन और शोर (Vibration and Noise)
- सामग्री प्रौद्योगिकी (Materials Technology)
- उड़ान गतिशीलता (Flight Dynamics)
- एयरोस्पेस संरचनाएं (Aerospace Structures)
- वायुगतिकी (Aerodynamics)
- अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी (Space Technology)
- प्रणोदन और कुल गुणवत्ता प्रबंधन (Propulsion and Total Quality Management)
- स्थिरता अभियांत्रिकी (Reliability Engineering)
- अर्थशास्त्र और प्रबंधन के सिद्धांत (Economics and Principles of Management)
- विमान प्रणाली और उपकरण (Aircraft Systems and Instruments)
- सीमा परत सिद्धांत (Boundary Layer Theory)
- हेलीकाप्टर वायुगतिकी (Helicopter Aerodynamics)
- अभिकलनात्मक जटिलता द्रव गतिकी (Computational Fluid Dynamics)
- रॉकेट और मिसाइल (Rockets and Missiles)
- एयरक्राफ्ट इंजन और इंस्ट्रूमेंट सिस्टम (Aircraft Engine and Instrument Systems)
- (Cryogenics)
- हीट ट्रांसफर और दहन इंजीनियरिंग (Heat Transfer and Combustion Engineering)
- लोच का सिद्धांत (Theory of Elasticity)
- प्लेट्स और गोले का सिद्धांत (Theory of Plates and Shells)
- थकान और फ्रैक्चर यांत्रिकी (Fatigue and Fracture Mechanics)
- कंप्यूटर एडेड डिजाइन (CAD) (Computer-aided Design )(CAD)
- विश्लेषण और प्रायोगिक तनाव विश्लेषण (Analysis and Experimental Stress Analysis)
- कृत्रिम होशियारी (Artificial Intelligence)
- वैमानिकी (Avionics)
- रचनात्मकता नवाचार (Creativity Innovation)
- नया उत्पाद विकास (New Product Development)
- एयर-फ्रेम रखरखाव और मरम्मत (Air-frame Maintenance and Repair)
- वायु परिवहन और विमान रखरखाव प्रबंधन (Air Transportation and Aircraft Maintenance Management)
- स्वचालित नियंत्रण प्रणाली (Automatic Control Systems)
- स्पेस क्राफ्ट टेक्नोलॉजी (Space Craft Technology)
- लचीली विनिर्माण प्रणाली (Flexible Manufacturing Systems)
कृषि इंजीनियरिंग : Agricultural Engineering
बीई एग्रीकल्चर इंजीनियरिंग के अंतर्गत आने वाले विषय निम्नलिखित हैं.
- मृदा विज्ञान (Soil Science)
- यंत्र विज्ञान अभियांत्रिकी (Engineering Mechanics)
- इंजीनियरिंग थर्मोडायनामिक्स (Engineering Thermodynamics)
- इंजीनियरिंग रसायन विज्ञान (Engineering Chemistry)
- बागवानी और फील्ड फसलें (Horticultural and Field Crops)
- खेत की जुताई (Farm Implements)
- सर्वेक्षण और समतलन (Surveying and Leveling)
- परिचयात्मक जैव प्रौद्योगिकी (Introductory Biotechnology)
- सामग्री की ताकत (Strength of Materials)
- विद्युत मशीनें (Electrical Machines)
- तरल यांत्रिकी (Fluid Mechanics)
- कृषि मशीनरी (Farm Machinery)
- इंजीनियरिंग जल विज्ञान (Engineering Hydrology)
- फूड इंजीनियरिंग में यूनिट ऑपरेशन (Unit Operation in Food Engineering)
- सोइल मकैनिक्स (Soil Mechanics)
- हिट अँड मास ट्रांसफर (Heat and Mass Transfer)
- मृदा भौतिकी (Soil Physics)
- मशीनों का सिद्धांत (Theory of Machines)
- पर्यावरण अध्ययन (Environmental Studies)
- प्रशीतन और एयर कंडीशनिंग (Refrigeration and Air-conditioning)
- भवन निर्माण सामग्री और संरचनात्मक डिजाइन (Building Materials and Structural Design)
- मशीन डिजाइन (Machine Design)
- कृषि-व्यवसाय प्रबंधन (Agri-business Management)
- फील्ड ऑपरेशन और ट्रेक्टर का रखरखाव (Field Operation and Maintenance of Tractors)
- कृषि मशीनरी (Farm Machinery)
- जैविक सामग्री, वेल्स और पंप्स के इंजीनियरिंग गुण (Engineering Properties of Biological Materials, Wells and
Pumps)
- इंस्ट्रूमेंटेशन एंड कंट्रोल इंजीनियरिंग (Instrumentation and Control Engineering)
- संचालन अनुसन्धान (Operation Research)
- कटाई के बाद और भंडारण इंजीनियरिंग (Post-harvest and Storage Engineering)
- ट्रैक्टर और बिजली इकाइयाँ (Tractors and Power Units)
- मृदा और जल संरक्षण इंजीनियरिंग (Soil and Water Conservation Engineering)
- फसल प्रक्रिया इंजीनियरिंग (Crop Process Engineering)
- सिंचाई इंजीनियरिंग (Irrigation Engineering)
- नवीकरणीय ऊर्जा (Renewable Energy)
- फार्म मशीनरी डिजाइन और परीक्षण (Farm Machinery Design and Testing)
- ड्रेनेज इंजीनियरिंग (Drainage Engineering)
- डेयरी और खाद्य इंजीनियरिंग (Dairy and Food Engineering)
- कृषि-उद्योगों पर उद्यमिता विकास (Entrepreneurship Development on Agro-industries)
- सिंचाई प्रणालियों के हाइड्रोलिक्स और डिजाइन (Hydraulics and Design of Irrigation Systems)
- मृदा और जल संरक्षण संरचनाएं (Soil and Water Conservation Structures)
सिरेमिक इंजीनियरिंग : Ceramic engineering
बीई सेरामिक इंजीनियरिंग के अंतर्गत आने वाले विषयों की सूची निम्नलिखित है.
- ठोस राज्य भौतिकी और रसायन विज्ञान (Solid State Physics & Chemistry)
- रासायनिक थर्मो और कैनेटीक्स (Chemical Thermo & Kinetics)
- मिट्टी के पात्र का परिचय (Introduction to Ceramics)
- भूगर्भशास्त्र (Geology)
- सिरेमिक कच्चे माल का भौतिक परीक्षण (Physical Testing of Ceramic Raw Materials)
- खनिज विज्ञान और सूक्ष्म विश्लेषण (Mineralogy & Microscopic Analysis)
- केम रावतों और उत्पादों का रसायन विश्लेषण (Chem Analysis of Cer Rawmats & Products)
- यूनिट ऑपरेशन (Unit Operation)
- सिरेमिक रॉर्मेट्रीज़ (Ceramic Rawmaterials)
- प्रक्रिया सिरेमिक (Process Ceramics)
- एनर्जी इंजीनियरिंग और फर्नेस (Energy Engineering & Furnaces)
- प्रक्रिया गणना (Process Calculations)
- रेफ्रेक्ट्रीज (Refractories)
- कांच (Glass)
- Whitewares
- सीमेंट और कंक्रीट (Cement & Concrete)
- धातुकर्म (Metallurgy)
- सिरेमिक कोटिंग्स (Ceramic Coatings)
- इंजीनियरिंग सामग्री विज्ञान (Engineering Materials Science)
- भौतिक सिरेमिक (Physical Ceramics)
- इंस्ट्रूमेंटेशन और प्रोसेस कंट्रोल (Instrumentation & Process Control)
- उन्नत मिट्टी के पात्र (Advanced Ceramics)
- गुणवत्ता आश्वासन (Quality Assurance)
- औद्योगिक प्रबंधन (Industrial Management)
- पेशे में मूल्य और नैतिकता (Values & Ethics in Profession)
- ऊर्जा और पर्यावरण प्रबंधन (Energy & Environment Management)
जैव प्रौद्योगिकी इंजीनियरिंग: Biotechnology Engineering
बीई बायोटेक्नोलॉजी इंजीनियरिंग के अंतर्गत आने वाले मुख्य विषयों की सूचि निम्नलिखित है
- मनुष्य जीव विज्ञान (Human Biology)
- सेल बायोलॉजी एंड बायोलॉजिकल सिस्टम (Cell Biology and Biological Systems)
- रसायन विज्ञान (Chemistry)
- स्ट्रक्चरल बायोकेमिस्ट्री (Structural Biochemistry)
- जैविक रसायन विज्ञान (Biological Chemistry)
- प्लांट साइंस (Plant Science)
- माइक्रोबायोलॉजी (Microbiology)
- प्रोटीन विज्ञान (Protein Science)
- आणविक आनुवंशिकी (Molecular Genetics)
- उपापचय (Metabolism)
- इम्यूनोलॉजी (Immunology)
- भौतिक रसायन (Physical Chemistry)
- और्गॆनिक रसायन (Organic Chemistry)
- पर्यावरण माइक्रोबायोलॉजी (Environmental Microbiology)
- जीनोमिक्स एंड बायोइनफॉरमैटिक्स (Genomics and Bioinformatics)
- फूड माइक्रोबायोलॉजी (Food Microbiology)
पर्यावरण इंजीनियरिंग :Environmental Engineering
बीई Environmental Engineering के अंतर्गत आने वाले मुख्य विषयों की सूची निम्नलिखित है.
- तरल पदार्थ के यांत्रिकी (Mechanics of Fluids)
- सॉलिड्स के मैकेनिक्स (Mechanics of Solids)
- भूमि की नाप (Surveying)
- पर्यावरण रसायन विज्ञान (Environmental Chemistry)
- पर्यावरण विज्ञान और इंजीनियरिंग (Environmental Science & Engineering)
- सामग्री की ताकत (Strength of Materials)
- निर्माण सामग्री (Construction Materials)
- मृदा यांत्रिकी और फाउंडेशन इंजीनियरिंग (Soil Mechanics & Foundation Engineering)
- एप्लाइड हाइड्रोलिक्स और द्रव मेकिन्स (Applied Hydraulics & Fluid Mechines)
- पर्यावरण माइक्रोबायोलॉजी (Environmental Microbiology)
- जल आपूर्ति इंजीनियरिंग (Water Supply Engineering)
- बुनियादी स्ट्रेटुरल विश्लेषण (Basic Strutural Analysis)
- हाइड्रॉलिक इंजीनियरिंग (Hydralic Engineering)
- नगरपालिका ठोस अपशिष्ट प्रबंधन (Municipal Solid Waste Management)
- वायु और शोर प्रदूषण नियंत्रण (vAir & Noise Pollution Control)
- Environmnetal नीति और विधान (Environmnetal Policy and Legislations)
- बेसिक स्ट्रक्चरल डिजाइन (Basic Structural Design)
- जल विज्ञान और जल संसाधन इंजीनियरिंग (Hydrology and Water Resources Engineering)
- व्यावसायिक खतरों और औद्योगिक सुरक्षा (Occupational Hazards and Industrial Safety)
- अपशिष्ट जल अभियांत्रिकी (Wastewater Engineering)
- पर्यावरण साधन (Environmental Instrumentation)
- पर्यावरण इंजीनियरिंग के लिए जीआईएस (GIS for Environment Engineering)
- प्रबंधन के सिद्धांत (Principles of Management)
- क्लीनर उत्पादन (Cleaner Production)
- उपादेय विकास (Substain Development)
- पर्यावरण इंजीनियरिंग संरचनाओं का डिजाइन (Design of Environmental Engineering Structures)
- खतरनाक अपशिष्ट प्रबंधन (Hazardous Waste Management)
- औद्योगिक अपशिष्ट प्रबंधन (Industrial Waste Management)
- Environmnetal प्रभाव मूल्यांकन (Environmnetal impact Assessnment)
- Wealth from Waste
- Greeen बिल्डिंग डिजाइन (Greeen Building Design)
- प्रक्रिया सुरक्षा और हानि की रोकथाम (Process Safety and Loss Prevention)
- पवन ऊर्जा इंजीनियरिंग (Wind Power Engineering)
- ज्वारीय इंजीनियरिंग (Tidal Engineering)
- जलवायु परिवर्तन (Climate Change)
- भूजल संदूषण (Groundwater Contamination)
- महामारी विज्ञान और संचारी रोगों का नियंत्रण (Epidemiology and Controlm of Communicable Diseases)
- कम कार्बन अर्थव्यवस्था (Low Carbon Economy)
- शहरी और ग्रामीण स्वच्छता (Urban and Rural Santitation)
- शहरी और ग्रामीण योजना (Urban and Rural Planning)
- सौर ऊर्जा (Solar Energy)
- अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी और अपशिष्ट Desposital (Space Technology and Waste Desposital)
- जलवायु विज्ञान और मौसम विज्ञान (Climatology and Meteorolgy)
- साइट एसेसमेंट एंड रिविडेमेशन (Site Assesment and REmediation)
- परमाणु ऊर्जा (Nuclear Energy)
- आपदा प्रबंधन (Disaster Management)
- सम्पूर्ण गुणवत्ता प्रबंधन (Total Quality Management)
- तटीय क्षेत्र प्रबंधन (Coastal Zone Management
- Engineeirng अर्थशास्त्र और कॉस्टल लाभ विश्लेषण (Engineeirng Economics and Costal Benefit Analysis)
- जोखिम विश्लेषण प्रबंधन (Risk Analysis Management)
- भू- थर्मल इंजीनियरिंग (Geo- Thermal Engineering)
- मानवाधिकार (Human Rights)
मेक्ट्रोनिक्स इंजीनियरिंग : Mechatronics Engineering
बीई मेक्ट्रोनिक्स इंजीनियरिंग के अंतर्गत आने वाले विषयों की सूची निम्नलिखित है
- ट्रांसफ़ॉर्म और आंशिक अंतर समीकरण (Transforms and Partial Differential Equation)
- डिजिटल इलेक्ट्रॉनिक्स (Digital Electronics)
- मशीनरी के कीनेमेटीक्स (Kinematics of Machinery)
- सामग्री की ताकत (Strength of Materials)
- द्रव यांत्रिकी और मशीनरी (Fluid Mechanics and Machinery)
- संख्यात्मक तरीके (Numerical Methods)
- उत्पादन की तकनीक (Manufacturing Technology)
- मशीनरी की गतिशीलता (Dynamics of Machinery)
- नियंत्रण प्रणाली (Control Systems)
- इंजीनियरिंग मेट्रोलॉजी (Engineering Metrology)
- माइक्रोप्रोसेसर और अनुप्रयोग (Microprocessors And Applications)
- मशीन तत्वों का डिजाइन (Design of Machine Elements)
- बिजली के इलेक्ट्रॉनिक्स (Power Electronics)
- सेंसर और सिग्नल प्रोसेसिंग (Sensors and Signal Processing)
- मॉडलिंग और सिमुलेशन (Modelling and Simulation)
- ऊष्मप्रवैगिकी सिद्धांत और अनुप्रयोग (Thermodynamics Principles and Applications)
- सीएनसी प्रौद्योगिकी (CNC Technology)
- प्रबंधन के सिद्धांत (Principles of Management)
- एप्लाइड हाइड्रोलिक्स और न्यूमेटिक्स (Applied Hydraulics and Pneumatics)
- माइक्रोकंट्रोलर और पीएलसी (Microcontroller and PLC)
- मेक्ट्रोनिक्स प्रणाली का डिजाइन (Design of Mechatronics system)
- मेडिकल मेक्ट्रोनिक्स (Medical Mechatronics)
- कंप्यूटर एकीकृत उत्पादन (Computer Integrated Manufacturing)
- रोबोटिक्स और मशीन विजन सिस्टम (Robotics and Machine Vision System)
- ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग (Automobile Engineering)
- डिजिटल इमेज प्रोसेसिंग (Digital Image Processing)
- नैदानिक तकनीक (Diagnostic Techniques)
- संचालन अनुसंधान (Operations Research)
- अंकीय संकेत प्रक्रिया (Digital Signal Processing)
- कंप्यूटर एडेड डिजाइन (Computer-Aided Design)
- माइक्रो इलेक्ट्रो मैकेनिकल सिस्टम (Micro Electro Mechanical Systems)
पेट्रोलियम इंजीनियरिंग : Petroleum Engineering
बीई पेट्रोलियम इंजीनियरिंग के अंतर्गत आने वाले विषय निम्नलिखित हैं.
- जटिल चर (Complex Variables)
- सामान्य भूविज्ञान (General Geology)
- सर्वेक्षण और अपतटीय संरचनाएं (Surveying & Offshore Structures)
- रासायनिक प्रक्रिया की गणना (Chemical Process Calculations)
- सामग्री विज्ञान और इंजीनियरिंग (Materials Science & Engineering)
- संभाव्यता और सांख्यिकी (Probability & Statistics)
- क्षणिका स्थानांतरण (Momentum Transfer)
- पेट्रोलियम भूविज्ञान (Petroleum Geology)
- पेट्रोलियम इंजीनियरों के लिए ऊष्मप्रवैगिकी (Thermodynamics for Petroleum Engineers)
- प्रक्रिया हीट ट्रांसफर (Process Heat Transfer)
- पेट्रोलियम अन्वेषण (Petroleum Exploration)
- प्रबंधन विज्ञान (Management Science)
- प्रक्रिया गतिशीलता और नियंत्रण (Process Dynamics & Control)
- प्रक्रिया साधन (Process Instrumentation)
- खैर लॉगिंग और गठन का मूल्यांकन (Well Logging & Formation Evaluation)
- ड्रिलिंग प्रौद्योगिकी (Drilling Technology)
- गणितीय विधियाँ लैब (Mathematical Methods Lab)
- इंस्ट्रूमेंटेशन, प्रोसेस डायनामिक्स एंड कंट्रोल लैब (Instrumentation, Process Dynamics & Control Lab)
- अच्छी तरह से पूर्णता, परीक्षण और सर्विसिंग (Well Completions, Testing & Servicing)
- पेट्रोलियम उत्पादन इंजीनियरिंग (Petroleum Production Engineering)
- एकीकृत परिसंपत्ति प्रबंधन (Integrated Asset Management)
- पेट्रोलियम रिफाइनरी एंड पेट्रोकेमिकल इंजीनियरिंग (Petroleum Refinery & Petrochemical Engineering)
- पेट्रोलियम जलाशय इंजीनियरिंग (Petroleum Reservoir Engineering)
- भूतल उत्पादन संचालन (Surface Production Operations)
- तेल और गैस प्रसंस्करण संयंत्र डिजाइन (Oil & Gas Processing Plant Design)
- प्राकृतिक गैस हाइड्रेट (Natural Gas Hydrates)
- पाइपलाइन इंजीनियरिंग (Pipeline Engineering)
- क्षैतिज वेल टेक्नोलॉजी (Horizontal Well Technology)
- कोल बेड मीथेन इंजीनियरिंग (Coal Bed Methane Engineering)
- अपतटीय इंजीनियरिंग (Offshore Engineering)
- जलाशय उत्तेजना (Reservoir Stimulation)
- EOR तकनीक (EOR Techniques)
- पेट्रोलियम उद्योग में एचएसई और एफई (HSE & FE in Petroleum Industry)
- पेट्रोलियम अर्थशास्त्र, नीतियाँ और विनियम (Petroleum Economics, Policies & Regulations)
- शेल गैस जलाशय इंजीनियरिंग (Shale Gas Reservoir Engineering)
- Subsea Engineering
- जलाशय मॉडलिंग और सिमुलेशन (Reservoir Modelling & Simulation)
मरीन इंजीनियरिंग : Marine Engineering
बीई मरीन इंजीनियरिंग के तहत आने वाले विषय निम्नलिखित हैं.
- एनालॉग इलेक्ट्रॉनिक्स और संचार (Analog Electronics & Communication)
- मरीन इंजीनियरिंग ड्राइंग (Marine Engineering Drawing)
- समुद्री बॉयलर (Marine Boilers)
- डिजिटल इलेक्ट्रॉनिक्स और पीएलसी (Digital Electronics and PLC)
- मशीनों के मैकेनिक (Mechanics of Machines)
- विद्युत मशीनें (Electrical Machines)
- तरल पदार्थ यांत्रिकी (Fluids Mechanics)
- मरीन हीट इंजन और एयर कंडीशनिंग (Marine Heat Engine and Air Conditioning)
- एप्लाइड मरीन कंट्रोल एंड ऑटोमेशन (Applied Marine Control and Automation)
- भौतिक विज्ञान (Material Science)
- जहाज की संरचना और निर्माण (Ship Structure and Construction)
- समुद्री आंतरिक दहन इंजन (Marine Internal Combustion Engine)
- तरल यांत्रिकी (Fluid Mechanics)
- समुद्री सहायक मशीनें (Marine Auxiliary Machines)
- नौसेना वास्तुकला (Naval Architecture)
- प्राथमिक डिजाइन और ड्राइंग (Elementary Design and Drawing)
- शिप फायर प्रिवेंशन एंड कंट्रोल (Ship Fire Prevention and Control)
- समुद्री आंतरिक दहन इंजन (Marine Internal Combustion Engine)
- समुद्री विद्युत प्रौद्योगिकी (Marine Electrical Technology)
- विज्ञान और अर्थशास्त्र का प्रबंधन (Managemnet of Science and Economics)
- मरीन स्टीम इंजीनियरिंग (Marine Steam Engineering)
- जहाज संचालन और प्रबंधन (Ship Operation and Management)
- उन्नत समुद्री नियंत्रण इंजीनियरिंग और स्वचालन (Advanced Marine Control Engineering and Automation)
- समुद्री सम्मेलन और वर्गीकरण सोसायटी (Maritime Conventions and Classification Society)
- उन्नत समुद्री प्रौद्योगिकी (Advanced Marine Technology)
- इंजन कक्ष प्रबंधन (Engine Room Management)
- मरीन मैकिनरी और सिस्टम डिज़ाइन (Marine Machinary and System Design)
जॉब / करियर: Job / Career
इंजीनियरिंग होने के बाद बहुत सारी नौकरियां उपलब्ध हैं. आपने जिस विशेषज्ञता वाले क्षेत्र से इंजीनियरिंग की है उस आधार
पर नौकरियों के विकल्प मौजूद है. आप इंजीनियरिंग करके निम्नलिखित पदों पर जॉब कर सकते है.
- साउंड इंजीनियर (sound engineer)
- सामग्री इंजीनियर (Material engineer)
- एयरोस्पेस इंजीनियर (Aerospace engineer)
- परमाणु अभियंता (Nuclear engineer)
- पेट्रोलियम अभियंता (Petroleum engineer)
- सॉफ्टवेयर इंजीनियर (software engineer)
- परीक्षण इंजीनियर (Test engineer)
- रेलवे इंजीनियर (Railway engineer)
- निर्माण इंजीनियर (Construction engineer)
- साइट इंजीनियर (site engineer)
- आँकड़े वाला वैज्ञानिक (Data scientist)
- सिस्टम डेवलपर (System developer)
- मेक्ट्रोनिक्स इंजीनियर (Mechatronics engineer)
- संरचनात्मक इंजीनियर (structural engineer)
- लैंडस्केप आर्किटेक्ट्स (Landscape Architects)
- निर्माण प्रबंधक (building manager)
- वास्तुकार (Architect)
- इलेक्ट्रिकल डिजाइन इंजीनियर (Electrical design engineer)
- इलेक्ट्रिकल और एंबेडेड (Electrical and Embedded)
- समुद्री इंजीनियरिंग अधिकारी (Marine engineering officer)
- नेवी वेपन इंजीनियरिंग ऑफिसर (Navy weapon engineering officer)
- समुद्री सर्वेक्षणकर्ता (Marine surveyor) b.e me career be
वेतन: wages
- बीई की डिग्री प्राप्त होने के बाद आप इण्डिया अथवा विदेश में जॉब कर सकते है.
- सैलरी पॅकेज प्रति वर्ष 7 लाख रु. से कम या अधिक हो सकता है. b.e me career
बीई की तैयारी कैसे करें?: How to prepare for B.E?
हमें अपने बच्चों को क्या बनाना है इसका निर्णय पहली क्लास से ही लेना चाहिए अर्थात हमें अपने बच्चों को उस तरह की शिक्षा प्रदान करना चाहिए जिस तरह हम उन्हें बनाना चाहते है.
बीई करने के लिए हमें अपने बच्चों के तरफ 8 वि क्लास से ध्यान देना चाहिए. उनको 8 वि क्लास से सेमी साइंस (Semi science) में एडमिशन करवा के देना चाहिए.
10th के बाद 11वीं साइंस क्षेत्र में भौतिक विज्ञान (Physics), रसायनविज्ञान (Chemistry) और गणित (maths) विषय के साथ एडमिशन करना चाहिए. 11वीं और 12 वीं क्लास में अच्छे अंक प्राप्तकरें.
Physics, Chemistry और maths विषयों का 11वीं और 12वीं क्लास में अच्छे से अध्ययन करें क्यों की एंट्रेंस एग्जाम में इन विषयों के आधार पर प्रश्न पुछे जाते है. इस तरह से बीई की तैयारी कीजिए और अपना करियर (creer) इंजीनियरिंग की दुनिया में बनाइए.
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