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Ban Tiktok App kaise Download kare

What is Tik Tok App ? टिक टोक ऍप क्या है? कैसे यूज़ करे? सभी जानकारी Tik Tok App:-आज कल कई सारे लोग Tik tok (Musical.ly) का इस्तमाल करते है, और सभी को यह APP बहुत पसंद भी है, जब आप YouTube या अन्य वेबसाइट यह अप्लिकेशन का ऐड मिलता है जिसका मतलब है की टिक टोक app बहुत पॉपुलर हो चूका है, क्या आप जानते है की टिक टोक App को 100,000,000+ से ज्यादा लोगो ने download किया है, Vigo App की तरह TikTok App पर भी आप वीडियो बना कर घर बैठे पैसे कमा सकते हैं, टिक टोक app से पैसे कैसे कमा सकते है? Make Money on Tik Tok App ? टिक टोक app App क्या है ? How to Get tiktok App? टिक टोक app डाउनलोड कैसे करे? How to use tiktok App? Tiktok App को कैसे चलाते हैं ? टिक टोक App par video kaise bnaye टिक टोक एप पर विडिओ कैसे बनाये?     

 

 

 

 

 

 

Open the Play Store app on your Android device.

  1. Slide out the left menu and select Account.
  2. If you have access to the country-switching option, you’ll see a Country and profilesentry in this menu.
  3. Tap this Country category, and select your new country.
  4. Review the warning prompt and accept the change. Once you’ve switched countries, you’re free to browse the Play Store for that region.

 

 

 

 

 

Change Play Store Country Android

On your iPhone, iPad, or iPod touch

  1. On your device, tap Settings > [your name] > iTunes & App Store.
  2. Tap your Apple ID, then tap View Apple ID. You might be asked to sign in.
    An iPhone X showing the iTunes & App Stores Settings screen with the Apple ID menu open and View Apple ID selected.
  3. Tap Country/Region, then tap “Change Country or Region.”
  4. Tap your new country or region, then review the Terms & Conditions.
  5. Tap Agree in the upper-right corner, then tap Agree again to confirm.
  6. Select a payment method and enter your new payment information and billing address, then tap Next. You have to enter a valid payment method for your new country or region.Learn more about how to change or remove your Apple ID payment information

 

 

 

 

 


Your Apple ID country or region updates for all of your Apple services on all of your Apple products.

On your Mac or PC

To open iTunes and sign in to your Account Information page, click this link: View My Account. Or follow these steps:

 

 

 

 

 

 

  1. Open iTunes.
  2. From the menu bar at the top of your computer screen or at the top of the iTunes window, choose Account > View My Account.
  3. Sign in with your Apple ID, then click View Account.
  4. On the Account Information page, click “Change Country or Region” to the right of Country/Region.
  5. From the “Select a country or region” menu, select your new country or region.

 

 

 

 

 

 

  1. Review the Terms & Conditions, then click Agree. Click Agree again to confirm.
  2. Enter your new payment information and billing address, then click Continue. You have to enter a valid payment method for your new country or region.1 Learn more about how to change or remove your Apple ID payment information.

Your Apple ID country or region updates for all of your Apple services on all of your Apple products.

 

 

 

 

 

 

From your Apple ID account page

  1. Sign in to your Apple ID account page
  2. Scroll to the Account section, then click Edit. 
  3. From the Country/Region menu, select your new country or region.
  4. When asked if you want to change your country or region, click “Continue to update.” 
  5. Enter your new payment information and your billing address, then click Save. You have to enter a valid payment method for your new country or region.Learn more about how to change or remove your Apple ID payment information.

 

 

 

 

 

Tik Tok App Par Account Kaise Banaye आज आप इस पोस्ट के माध्यम से जानेंगे। और हम आपको यह बिल्कुल सरल भाषा में समझाएँगे। आशा करते है की आपको हमारी सभी पोस्ट पसंद आ रही होगी। और इसी तरह आप आगे भी हमारे ब्लॉग पर आने वाली सारी पोस्ट पसंद करते रहे।दोस्तों Social मीडिया पर आपने देखा ही होगा की आजकल कितनी तरह की Short वीडियो Share की जा रही है। अगर आपको भी एक्टिंग करना पसंद है तो आप भी इस पर अपनी बहुत ही बढ़िया वीडियो बना सकते है और Social मीडिया पर Share कर सकते है। आपने भी इस तरह की वीडियो को Social मीडिया पर देखा ही होगा।

इसकी मदद से आप वीडियो बनाकर पैसे भी कमा सकते है। यह एप्प इतना ज्यादा Popular हो गया है की अब तक इसे 100 मिलियन लोगो द्वारा डाउनलोड किया जा चुका है। इसमें बहुत सारे Features दिए गये होते है जिससे आप अपनी वीडियो को और भी बढ़िया बना सकते है। यदि आपको इसका इस्तेमाल करना नहीं आता तो हम बताएँगे की Tik Tok App Kaise Chalate Hai

 

 

 

 

 

 

 

 

आइये जानते है Tik Tok Kaise Download Kare अगर आप भी किसी तरह की वीडियो बनाना चाहते है और Social मीडिया पर Share करना चाहते है तो इस पोस्ट How To Use Tik Tok In Hindi को शुरू से अंत तक ज़रुर पढ़े। तभी आप इसकी पूरी जानकारी प्राप्त कर पाओगे और इसका इस्तेमाल कर पाओगे।

Tik Tok App Kya Hai

यह एक Short Video Creating App है। इसकी मदद से आप 15 Second की Short Video बना सकते है। यह Musically का ही Update Version है। Musically ने अपने New Update में इसका नाम बदलकर Tik Tok रख दिया है।

Tik Tok

इसमें आप किसी भी Song को Add कर सकते है। आप इसमें Dialogue, Effect भी Add कर सकते है। साथ ही Duet वीडियो भी बना सकते है। आप अपने किसी Friend को और Other User को Follow भी कर सकते है।

Tik Tok Chinese Music Video Platform और Social Networking Platform है। इसे आप अपने दोस्तों के साथ सोशल मीडिया पर Share कर सकते हो। Tik Tok को सितम्बर 2016 में Zhang Yiming ने बनाया था। 150 मिलियन Users Daily इसका इस्तेमाल करते है।

 

 

 

 

 

 

 

Tik Tok App Kaise Download Kare

अगर आप इस एप्प का इस्तेमाल करना चाहते है तो सबसे पहले आपको इसे डाउनलोड करना है। आइये जानते है Tik Tok Kaise Download Kare

  1. Download App – सबसे पहले Tik Tok App को डाउनलोड करे।
  2. Install App – एप्प को डाउनलोड करके इंस्टाल कर ले।
  3. Open App – अब आप एप्प ओपन करके इसका इस्तेमाल कर सकते है।

Tik Tok App Me Account Kaise Banaye

इसे इंस्टाल करने के बाद आपको इस पर Account बनाना होता है। तो जानते है Tik Tok Account Kaise Banaye

  • Open App

सबसे पहले Tik Tok App को ओपन करे।

 

 

 

 

 

 

 

 

  • Tap On Profile

अब यहाँ पर आपको Last में Profile का ऑप्शन दिखेगा उस पर क्लिक करे।

  • Create Account

अब आपको Account Create करना है आप फ़ोन नंबर या अपनी Email Id से भी Account बना सकते है या Facebook, Instagram, Twitter और Google Account से भी Sign Up कर सकते है

  • Sign Up Account

हम आपको फोन नंबर और Email से Account बनाना सिखा रहे है तो Sign Up With Phone Or Email पर क्लिक करे

  • Enter Phone Number/ Email

Phone नंबर से Account बनाने के लिए फोन नंबर Enter करे और Email से बनाने के लिए अपनी Email Enter करे। आपने जो नंबर या Email डाला है उस पर एक वेरिफिकेशन Code आएगा उसे यहाँ Enter करे।

 

 

 

 

 

  • Enter Password

अब आपको अपने Account के लिए एक पासवर्ड डालना है। बस आपका Account बन चुका है अब आप इसका इस्तेमाल कर सकते है और अपनी Short Video Create कर सकते है।

Tik Tok App Ko Kaise Use Kare

Tik Tok पर आपने अकाउंट तो बना लिया अब इस एप्प का इस्तेमाल कैसे करते है यह जानेंगे। इसका इस्तेमाल करके आप किस तरह से वीडियो बना सकते है तो जानते है Tik Tok Kaise Chalate Hai:

  • Home

होम ऑप्शन पर क्लिक करेंगे तो आपको 2 ऑप्शन मिलेंगे। Following और For Me अगर आप Following पर क्लिक करते है तो आपको उन लोगों की वीडियो दिखेगी जिन्हें आप Follow कर रहे है। Follow Me पर क्लिक करने पर आपको वो वीडियो दिखेगी जो वीडियो आपने डाली है।

 

 

 

 

 

 

  • Search

आप जिसे Search करना चाहते है यहाँ से कर सकते है यहाँ पर आपको Tranding Tag और Categories देखने को मिलती है।

  • Plus Icon

Plus Icon पर क्लिक करके आप अपना वीडियो रिकॉर्ड कर सकते है। और उसे अपलोड भी कर सकते है।

  • Notification Icon

आप जब कोई वीडियो अपलोड करते है और कोई उसे Like या Comment करता है तो उसका Notification यहाँ पर मिलता है।

  • Profile Icon

Last में आपको Profile Icon दिया गया होता है। जिस पर क्लिक करके आप अपनी Profile की सभी जानकारी को देख सकते है। और आप अपने अनुसार अपनी Profile Set कर सकते है।

Tik Tok App Ke Features

Tik Tok App में आपको बहुत से Features मिलते है जिसके इस्तेमाल से आप अपनी वीडियो बना सकते है आगे जानते है इसके Features क्या है:

 

 

 

 

 

 

  • Open App

Tik Tok एप्प को ओपन करे यहाँ आपको Plus का आइकॉन दिखेगा उस पर क्लिक करे।

  • Select Sound

इस ऑप्शन से आप अपने वीडियो में म्यूजिक Add कर सकते है।

  • Change Camera

आपको जिस भी कैमरा से वीडियो बनाना है बना सकते है Front Camera से या Back Camera से।

  • Select Motion

इस Option की मदद से आप वीडियो को Slow और Fast बना सकते है।

  • Filters

इससे आप अपने वीडियो के फिल्टर्स बदल सकते है।

 

 

 

 

 

 

  • Countdown

Tik Tok में आपको वीडियो बनाने के लिए वीडियो आइकॉन को Finger से Hold करना होता है। लेकिन Timer ऑप्शन से आप फ़ोन को कहीं पर रख भी सकते है और बिना वीडियो आइकॉन को Finger से Hold किये भी वीडियो रिकॉर्ड कर सकते है।

  • Beauty Mode

इस ऑप्शन के इस्तेमाल से आप वीडियो में अपने फेस को और भी ज्यादा अच्छा दिखा सकते है।

  • Effects

इसमें आपको बहुत सारे इफ़ेक्ट मिलेंगे जिसे आप अपनी वीडियो में इस्तेमाल कर सकते है।

  • Pick From Gallery

 

 

 

 

 

अपनी Phone Gallery में Save वीडियो को यहाँ से अपलोड कर सकते है।

  • Record Video

अब आप वीडियो रिकॉर्ड कर सकते है। स्क्रीन के बीच Red Button को Tap करे और वीडियो रिकॉर्ड करे। आप Timer भी Use कर सकते हो।

इस तरह से आप Tik Tok से वीडियो बना सकते हो। और जब आप इसका इस्तेमाल करेंगे तब पूरी तरह से इसे चलाना सिख जाएँगे।

  1. Hello doston aaj bahut time ke baad ek baar phirse swagat karta apne is blog par doston aapne dekha hoga ki mene bahut time se is blog par kuch bhi new jaankari share nahi ki hai isliye aaj me phir se hazir hun ek new article lekar jisme humne bataya hai ki musically video download kaise kare,tik tok video download kaise kare,tik tok video download,tik tok videos save kaise kare,how to download tik tok videos ye sab bataya hai.Upar mene ye jitne bhi apps bataye hai in sabhi apps par aapko har category ki video milegi in apps par funny,romantic,Sad,Girls and boys Duet video etc. mil jaati hai jo bahut hi gazab ki hoti hai aur jo in apps ki videos dekh leta hai usko in apps ki video itni pasand aati hai ki vo videos download kare bina nahi rah pata lekin usko ye pata nahi hota ki Tik tok ki video download kaise kare isliye wo pareshaan ho jaata hai aur video download nahi kar pata hai isliye aaj me aapke liye ye article lekar aaya hun agar aapko video download karne ke baare me pata nahi hai to aap is article ki help se video download kar sakte ho.

     

 

 

 

 

Tik Tok Video Download (Save) Kaise Kare

To chaliye ab directly topic par aate hai aur jaan lete hai ki Tik tok video downlolad kaise kare.

Step:1 Sabse pahle aap tik tok app me wo video open kar lijiye jisko aapko download karna ho.

save video click here

Step:2 uske baad aap upar wale image ke according Share ke icon par click kardijiye.

save video click here

Step:3 Ab aap dekh sakte ho ki aapke samne niche beech wala option Save video ka hai aap uspar click kardijiye 

 

 

 

 

 

 

download start

Finally upar wali sabhi steps ko karne ke baad aapne jo video download karne ke koshish ki hai wo video download hona shuru ho jayga aur 100% hone ke baad aapki phone me save ho jayga.

What is Tik Tok App ? टिक टोक ऍप क्या है? कैसे यूज़ करे? सभी जानकारी

Tik Tok App:-आज कल कई सारे लोग Tik tok (Musical.ly) का इस्तमाल करते है, और सभी को यह APP बहुत पसंद भी है, जब आप YouTube या अन्य वेबसाइट यह अप्लिकेशन का ऐड मिलता है जिसका मतलब है की टिक टोक app बहुत पॉपुलर हो चूका है, क्या आप जानते है की टिक टोक App को 100,000,000+ से ज्यादा लोगो ने download किया है, Vigo App की तरह TikTok App पर भी आप वीडियो बना कर घर बैठे पैसे कमा सकते हैं, टिक टोक app से पैसे कैसे कमा सकते है? Make Money on Tik Tok App ? टिक टोक app App क्या है ? How to Get tiktok App? टिक टोक app डाउनलोड कैसे करे? How to use tiktok App? Tiktok App को कैसे चलाते हैं ? टिक टोक App par video kaise bnaye टिक टोक एप पर विडिओ कैसे बनाये?

 

 

 

 

 

 

टिक टोक ऍप क्या है? What is Tik Tok App ?

Tik Tok एक video creating App है, Tiktok App की मदद से आप आपना वीडियो बना सकते है। वीडियो को edit कर सकते हैं, वीडियो को effects add कर सकते हैं। और इस app मे अन्य लोगो द्वारा बनाये गए विडियो भी देख सकते है। खास बात ये है कि इस app मे 15 सेकंड तक का विडियो बना सकते है, इस App मे बहुत सारे feature दिये गए है। उसकी मदद से शानदार और यूनिक विडियो बनाने में मदद मिलती है। इस App के जरिये आपने कोई विडियो बना कर उसे आपने social media Facebook, whats app, twitter या अन्य प्लेटफार्म पर भी असानी से share कर सकते है और आप चाहे तो फोन गलेरी मे भी Download भी कर सकते है।

How to Get Tik tok App? टिक टोक एप डाउनलोड कैसे करे?

Tik Tok App को Download करने के लिए आप आपने एंड्राइड फोन के google play store से डाउनलोड कर सकते हैं. अपने मोबाइल पर इनस्टॉल करने के बाद आप जब चाहे तब वीडियो बना सकते हैं.

 

 

 

 

 

 

 

 

Tik Tok App Download करने के लिए यहाँ क्लिक करे – Download

How to Make Account in tik tok App? टिक टोक ऍप पर अकाउंट कैसे बनाये?

Tik tok App पर account create करना आसान है। इसमें आपको दो options दिए हैं. आप अपना mobile number के जरिए अकाउंट बना सकते हैं और अदि आपके पास facebook , instagram , google है तो उस अकाउंट की मदद से भी आप log in कर सकते हैं।

How to use Tik Tok App? टिक टोक ऍप को कैसे चलाते हैं ?

Tik tok App का interface user friendly है और इसका interface बहुत हद तक instagram से मिलता जुलता है। जिससे यूज़ करना सरल है। जब आप टिक टोक app ओपन करते हैं तो आपको टिक टोक App के नीचे कुछ option दिखेंगे उस option का क्या इस्तमाल होता है उसकी जानकारी स्टेप बाय स्टेप निचे दी गई है।

(1)Home (होम बटन)

होम बटन मे दो ओप्सन दिए गए है
(1) Following
(2) For me

जब आप following पर क्लिक करते है तो आपने जिस जिस लोगो को फोलो किया है उसका वीडियोज दिखेंगे ओए For Me पर क्लिक करंगे तो आपने जितने भी वीडियोज बनाये है वहीं सब video आपको दिखाए देंगे।

(2) Search (खोजें)

होम बटन के बाद Search (खोजें) दिखाया गया है इस ओप्सन की मदद से आप जिस भी इंसान को या किसी वीडियो को Search कर सकते है और इस ओप्सन मे आपको tranding tag और जिस categories विडियो देखना चाहते है वह categories विडियो देख सकते है।

 

 

 

 

 

 

 

(3) Plus

Plus बटन की मदद से आप अपना 15 सेकंड का विडियो बनाकरटिक टोक एप पर Upload कर सकते है।

(4) Notification

Plus Option के बाद आपको एक और ओप्सन दिखाई देता है वह Option पर जब कोई आपकी विडीयो पर Like या Comment करता है तो वह Notification Option के जरिये आप देख सकते है।

(5) Profile

Profile Option की मदद से आप अपना profile देख सकते है उसके अलावा profile अपडेट कर सकते है और आपको आपने followers की भी जानकारों भी मिल जाएँगी।

How to make Music Video in Tik Tok App? टिक टोक एप मे म्यूजिक विडियो कैसे बनाये?

Tik Tok App मे म्यूजिक विडियोtiktok ban in india  बनाने के tiktok ban in india लिए आपको Music option पर क्लिक tiktok ban in india करके आपने मन चाहा Music select करे, इसके tiktok ban in india साथ tiktok ban in india आप फ़िल्टर tiktok ban in india  और इफेक्ट tiktok ban in india भी एड कर सकते है, tiktok ban in india उसके बाद रेड बटन पर tiktok ban in india क्लिक tiktok ban in india क्लिक tiktok ban in india कर के वीडियो tiktok ban in india रेकोडिंग कर के टिक टोक App पर अपलोड कर सकते है।

How to Make Duet Video in Tik Tok App? अन्य वीडियो के साथ अपना विडियो कैसे बनाए?

अगर आप अन्य लोगों के वीडियो के साथ आपना tiktok lgbt ban  बनाना चाहते हैं, तो Start Duet Now पर क्लिक करके tiktok lgbt ban दुसरे मन पसंद वीडियो ढूँढके उस विडियो के साथ आपना विडियो बना सकते है।

 

 

 

 

 

 

 

How to Make Money on Tik Tok App? टिक टोक एप से पैसे कैसे कमाए?

Tik Tok App से पैस कमाने के tiktok ban लिय tiktok ban पहेले आपको tiktok ban मशहूर होना पडेगा यानि आपको आपने Followers बढ़ाने tiktok ban पड़ेंगे उसके tiktok banबाद आप अच्छा tiktok ban अच्छा वीडियो बनाकर फेसबुक, tiktok ban यूट्यूब, जेसे अन्य सोश्यल मिडिया पर tiktok ban लाइव करे। tiktok ban आपने विडियो पर tiktok ban जितना tiktok ban ज्यादा emoji मिलेंगे उतना फायदा होंगा मतलब की लोगो tiktok ban को टिक टोक app से 100 रुपये के tiktok ban इमोजी खरीदना पडता है और बादमें वो आपने tiktok ban विडियो पर emoji देता है, जेसे आपने पास ज्यादा इमोजी हो जाये हम उसे रुपये मे कन्वर्ट कर सकते है। tiktok ban इसके आलावा आप विडियो को आपनी YouTube चेनल मे या फिर Facebook page पर डाले, उससे आपका सब्सक्राइबर बढेगे और YouTube चेनल पर ऐड लगाकर भी पैसे कमा सकते है।

How to Make Cattle Feed Manufacturing Business

Cattle Feed Manufacturing Business | पशु चारा बनाने का बिज़नेस शुरू करें
अगर आप नई तकनीक से पशुपालन करना चाहते हैं तो आपको उनके खाने-पीने का खास ध्यान रखना पड़ेगा। उन्हें पोष्टिक आहार देना पड़ेगा जिससे कि आप के पशु स्वस्थ रहें एवं दूध का ज्यादा से ज्यादा उत्पादन कर सके। इसी वजह से हमारे देश में उच्च क्वालिटी की Cattle Feed की मांग दिनों दिन बढ़ती जा रही है। इसलिए Cattle Feed का manufacturing करना फायदे का सौदा साबित हो सकता है।

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

cattle-feed

Image result for Cattle Feed Manufacturing Business

भारत एक कृषि प्रधान देश है । यहां कृषि कार्य में सहयोग के लिए तथा दूध, घी के उत्पादन के लिए लगभग सभी किसान पशुपालन करते हैं। दिनो दिन इसकी संख्या में वृद्धि हो रही है क्योंकि अब पशुपालन को नए ढंग से, नई तकनीक से की जा रही है । जिससे किसान की आमदनी में बढ़ोतरी हो रही है। पशुपालन के बहुत सारे फायदे हैं जैसे आप गोबर का इस्तेमाल खाद के रूप में करते हैं, गोमूत्र का इस्तेमाल अर्क बनाने में करते हैं तथा दूध, घी का इस्तेमाल खाने में करते हैं।

बिजनेस शुरू करने से पहले मार्केट सर्वे करें– (Market survey before start any business)
किसी भी बिजनेस को शुरू करने से पहले मार्केट सर्वे करना बहुत जरूरी होता है । अगर आप Cattle Feed Manufacturing बिजनेस शुरू करना चाहते हैं तो अपने आसपास के एरिया में घूमे तथा देखें की Cattle Feed की आपकी एरिया में कितनी खपत है।
इसके बाद यह देखे की Cattle Feed का रॉ मैटेरियल्स आपके पास आसानी से उपलब्ध है या नहीं। क्योंकि अगर दूर से लाना होगा तो आपका Production cost बढ़ेगा ।
आपको बिजनेस शुरू करने से पहले एक आकलन करना होगा कि आप Cattle Feed का कितना उत्पादन करेंगे।
Cattle Feed बनाने में कितना खर्चा आएगा?
उसके लिए मशीनरी और रॉ मैटेरियल्स में कितना Investment होगा?
उसके लिए फैक्ट्री बनाने में कितना खर्च आएगा और
Finally जितना Production करेंगे उतना sell कर लेंगे तो आपको कितना फायदा होगा?
सुझाव– बिना मार्केट सर्वे के कोई भी बिजनेस शुरू नहीं करना चाहिए।How To Apply Online Jobs and How To Create Resume And Upload ऑनलाइन आवेदन कैसे करें , रिज्यूमे कैसे बनाएं Cattle Feed की मार्केट में कितनी डिमांड है? (Demand of Cattle Feed in market)

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 


वैसे तो हमारे देश में पशुपालन पूरे देश में होता है लेकिन खासकर पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश आदि राज्यों में बड़े पैमाने पर पशुपालन कर दूध का उत्पादन किया जाता है। दूध की मांग बढ़ते रहने की वजह से हर दिन एक नए डेयरी फार्म खुल रहे हैं| इस वजह से Cattle Feed की डिमांड मार्केट में बढ़ती ही जा रही है। आजकल बहुत सारे युवा भी अच्छी अच्छी नौकरियों को छोड़कर डेयरी फॉर्म खोलकर अच्छा खासा मुनाफा कमा रहे हैं। सरकार भी नई नई स्कीम लाकर किसानों को दूध उत्पादन के लिए प्रेरित कर रही है| Cattle Feed किन पशुओं के लिए बना सकते हैं तथा इनसे क्या फायदा होता है?
Cattle Feed प्रायः सभी पशुओं के लिए इस्तेमाल किया जाता है| देशी, विदेशी नस्ल की गाय पालते हैं तो इसके इस्तेमाल करने से गाय ज्यादा दूध देती है| अगर मुर्गी पालन करते हैं तो मुर्गी का वजन ज्यादा होता है तथा अंडे का उत्पादन ज्यादा होता है| मछलियों के लिए Fish Feed इस्तेमाल करते हैं तो मछलियां स्वस्थ रहती है तथा उनका वजन ज्यादा होता है| बकरियों के लिए भी Goat Feed बनाते है तो बकरियां भी स्वस्थ रहती हैं तथा उनका वजन ज्यादा होता है| पशुओं की संख्या बढ़ती है और आप उन्हें बेचकर ज्यादा मुनाफा कमा सकते हैं| Cattle Feed के उपयोग से पशु स्वस्थ एवं Healthy होते हैं| पशुओं को प्रोटीन एवं कैल्शियम मिलता है जिससे वह कम बीमार पड़ते हैं। गाय भैंस के लिए 6 MM, बकरियों के लिए 4 MM तथा मछलियों के लिए 2 MM का फीड बनाया जाता है।Dentist Kaise Banne ? What is BDS Study ? डेंटिस्ट कैस बैन, बीडीएस अध्ययन क्या है Cattle Feed बनाने का बिज़नेस शुरू करने के लिए कौनकौन सी मशीनरी की जरूरत होती है?
Cattle Feed के उत्पादन के लिए दो मशीनों का इस्तेमाल किया जाता हैं –

मिक्सर मशीन– इस मशीन से सभी रॉ मैटेरियल्स को Mix किया जाता है|

Cattle Feed बनाने की मशीन– इस मशीन में Mix रॉ मैटेरियल्स को डालने के बाद cattle feed का प्रोडक्शन होता है|

मशीन की कीमत कितनी होती हैं?
Cattle Feed मशीन की कीमत ₹100000 से शुरू होती है| इस मशीन को आप सिंगल फेज यानी घर में इस्तेमाल होने वाले इलेक्ट्रिसिटी से अथवा 3 फेस दोनों से चला सकते हैं| इस मशीन का लोड 4 किलो वाट का होता है| इस मशीन की कीमत उत्पादन की क्षमता के हिसाब से बढ़ती है।

आप अपने बजट या उत्पादन की क्षमता के हिसाब से मशीन को खरीद सकते हैं| कम से कम ₹200000 से बिजनेस की शुरुआत कर सकते हैं|

आप 100 किलोग्राम, 200 किलोग्राम, 400 किलोग्राम, 500 किलोग्राम तथा 1 टन प्रति घंटे के उत्पादन के क्षमता के हिसाब से मशीन को खरीद सकते हैं। इस मशीन को चलाने के लिए एक मजदूर की जरूरत होती है|

Forever Living Product Kyu Best Hai फॉरएवर लिविंग प्रोडक्ट क्यूयू बेस्ट हैCattle Feed को बनाने में कितनी लागत आती है,और कितना मुनाफा होता है| (Production Cost and Profit in cattle feed manufacturing business)
कैटल फीड बनाने का टोटल प्रोडक्शन कॉस्ट रॉ मैटेरियल्स + लेबर + इलेक्ट्रिसिटी का खर्च ₹12 से ₹15 प्रति किलो आता है। बनाने के बाद आप इसे मार्केट में ₹18 से सिर्फ ₹22 प्रति किलो के हिसाब से मार्केट में बेच सकते हैं| इस तरह से अगर आप दिन के 8 घंटे भी काम करते हैं तो महीने का 40 से ₹50000 तक कमा सकते हैं| अगर आप ज्यादा मात्रा में कैटल फीड का उत्पादन करते हैं तो आप पैकिंग मशीन लेकर बैग में पैक कर कैटल फीड को मार्केट में सप्लाई कर सकते हैं| Cattle Feed बनाने का बिजनेस के लिए रॉ मैटेरियल्स– (Raw Materials required for cattle feed making business)
इसके लिए जो रॉ मैटेरियल्स इस्तेमाल किया जाता है वह आपके गांव घर में आसानी से उपलब्ध हो जाता है|How Beer is Made Business kaise shuru kre बीयर कैसे बनती है व्यापार कैसे शुरू करें

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

गेहूं का चोकर ,

धान का भूसा,

चने का भूसा,

किसी भी दाल का गुस्सा,

चने का छिलका,

भुट्टे का डंठल,

मक्के का दाना,

सूखी पत्ती,

नमक,

मूंगफली की खली, इत्यादि|

Image result for Cattle Feed Manufacturing Business

इस बिजनेस को शुरू करने के लिए कितनी जगह की जरूरत पड़ती है?
आप इस बिजनेस को 450 स्क्वायर फीट जगह लेकर स्टार्ट कर सकते हैं | इसकी मशीन के लिए 10 X 10 स्क्वायर फीट की जगह की जरूरत पड़ती है लेकिन रॉ मैटेरियल्स तथा तैयार माल को स्टोर करने के लिए भी जगह की जरूरत होती है| Cattle Feed बनाने का बिज़नेस शुरू करने के लिए मार्केटिंग कहा करेंगे?
इसकी मार्केटिंग के लिए आप अपने गाँव में गाय, भैंस, बकरी, एवं मुर्गी पालन करते हैं उनसे संपर्क कर सकते हैं| इसके अलावा पोल्ट्री फार्मिंग, डेयरी फार्मिंग, फिश फार्मिंग करने वाले किसान से संपर्क करें।

इसके अलावा आप इसे मार्केट में होलसेलर, रिटेलर को बैग में पैक कर सप्लाई कर सकते हैं।

अगर आपके पास बजट की कमी ना हो तो आप Indiamart.com, Tradeindia.com एवं Justdial.com का बेसिक इंटरमीडिएट या एडवांस प्लान लेकर आप अपने बिजनेस के लिए बहुत सारा ऑर्डर ले सकते हैं।

इस बिजनेस को कहां शुरू करें?

Cattle Feed बिजनेस को शुरू करने से पहले यह ध्यान रखना चाहिए कि आपके आसपास रॉ मैटेरियल्स की उपलब्धता होनी चाहिए तथा मार्केट नजदीक होनी चाहिए| इसके लिए रॉ मेटेरियल से गांव में आसानी से उपलब्ध हो सकता है| इसके अलावा आप अगर अपने घर से शुरू करते हैं तो फैक्ट्री सेटअप कॉस्ट भी कम लगेगा और कम इन्वेस्टमेंट मैं इस बिजनेस की शुरुआत कर सकते हैं| आपको यह भी ध्यान रखना पड़ेगा कि आप जितना प्रोडक्शन कर रहे हैं उतना आप अपने गांव या आस पास के गांव में उसकी खपत हो जाती है तो आपको बचत ज्यादा होगा लेकिन अगर आपको इसे मार्केट में बेचना है तो इसे मार्केट में सप्लाई करने के लिए आपको ट्रांसपोर्टे कॉस्ट देना पड़ेगा। प्रोडक्शन के लिए बेहतर जगह का चुनाव करें जहां से गांव एवं शहर की दूरी कम हो तो तथा फैक्ट्री तक गाड़ियां आसानी से पहुंच सके।

इस बिजनेस के लिए कौन सा लाइसेंस चाहिए?

वैसे तो छोटे स्तर पर इस बिजनेस को स्टार्ट करने के लिए किसी लाइसेंस की जरूरत नहीं पड़ती है, लेकिन आप अगर बड़े स्तर पर शुरू करना चाहते हैं आपको जी. एस. टी नंबर लेना पड़ेगा| इसके अलावा अगर आप इसे ब्रांड बना कर बेचना चाहते हैं तो ब्रांड रजिस्ट्रेशन तथा कंपनी रजिस्ट्रेशन करवाना पड़ेगा|

इस बिजनेस के लिए मशीन कहां से लेना चाहिए?

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

आप इस मशीन को अपने आसपास के मशीन मैन्युफैक्चरर से ले सकते हैं| मशीन लेने से पहले 5 या 6 मैन्युफैक्चरर के यहां जाएं लोगों से प्राइस कोटेशन ले| मशीन की क्षमता के हिसाब से तथा अपने बजट के हिसाब से कंपेयर करें| जहां से आप को कम पैसे में अच्छी मशीन मिले वहां से मशीन लेकर अपने बिजनेस की शुरुआत करें।

आप Indiamart.com पर मशीन मैन्युफैक्चरर एवं मशीन की कीमत को सर्च कर सकते हैं। इस वेबसाइट से आप के आस पास कौन कौन से मैन्यूफैक्चर हैं उनका पता लगाकर एवं मोबाइल नंबर लेकर उनसे बात कर सकते हैं, अथवा उनके फैक्ट्री जाकर मशीन को देख कर मशीन लेने के बारे में Decide कर सकते हैं| हमारा सुझाव है कि आप मशीन को मशीन मैनुफैक्चरर्स से डायरेक्ट लेने की कोशिश करें क्योंकि वहां आपको अच्छी कीमत में मशीन मिल सकती है। अगर आप ट्रेडर्स के यहाँ से मशीन खरीदते है तो आपको ज्यादा कीमत चुकानी पड़ सकती है|

क्या इस बिजनेस को शुरू करने के लिए सरकार लोन देती है?
आजकल सभी शहरों में सरकार ने कई सारी लोन स्कीम चला रही है| तो आप अपनी नजदीकी बैंक में जाकर के इस बारे में जानकारी ले सकते हैं| बैंक से लोन लेने के लिए कुछ जरूरी कागजात चाहिए होता है| जब आप बैंक में लोन के बारे में बात करने जायेंगे तो बैंक आपसे Business Plan की मांग करते हैं| अगर आप के पास Business Plan हो तो आपको लोन आसानी से मिल सकती है| मुद्रा योजना के तहत छोटे बिजनेस को बिजनेस बढ़ाने के लिए सरकारी बैंक लोन प्रोवाइड करती है| मशीन को चलाने की ट्रेनिंग कहां से मिलेगी तथा रॉ मैटेरियल्स को कितनी कितनी मात्रा में मिलाना चाहिए?
वैसे तो इस Blog के नीचे दिए गए वीडियो में इस बिज़नेस से सम्बंधित सारी जानकारी (मशीन कैसे काम करती है|) बहुत ही सरल तरीके से समझाया गया है| फिर भी अगर आप को नहीं समझ में न आए तो जहां से आप मशीन खरीदेंगे वह मशीन चलाने की ट्रेनिंग देते हैं| इसके अलावा रॉ मैटेरियल्स को मिलाना है उसके बारे में भी सारी जानकारी देते हैं|

मशीन खरीदने बाद कितना पैसा मैन्युफैक्चरिंग को पेमेंट करना चाहिए?जब आप मशीन खरीदने जाते हैं मैन्युफैक्चरर आपको पूरा पैसा जमा करने के बाद ही मशीन देते हैं| इसके बाद वह ट्रांसपोर्ट के द्वारा आपके यहां मशीन भेज देते हैं| कई मशीन मैन्युफैक्चरर को जब आप सारा पैसे दे देते हैं तो वह मशीन तो भेज देते हैं लेकिन आपकी फैक्ट्री में सेट अप नहीं करते हैं इसके वजह से बहुत सारा समय लग जाता है स्टार्टअप को शुरू होने में| मैन्युफैक्चरर कई बार अपने मशीन को चेक करके नहीं देते हैं जिसकी वजह से आपको कई तरह की समस्याएं आती है तो आप उनसे बात करें कि आपको मेरी फैक्ट्री में सेट अप करके मशीन चला कर प्रोडक्शन शुरू कर दिखाना होगा इसके बदले में कुछ पैसा ज्यादा पेमेंट करना पड़े तो मत घबराए| इसके आगे आपको कोई परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा|

 

 

 

 

 

 

 

Cattle Feed बनाने का तरीका-
इस बिजनेस में जितने भी रॉ मैटेरियल्स होते हैं उनको मशीन में डालकर मिला लिया जाता है| उसके बाद उस मिक्सर को Cattle Feed बनाने वाले मशीन मे डाला जाता है| जहां से Cattle Feed का प्रोडक्शन होता है| इसके बाद इसे आप व्होलेसलेर या रिटेलर को में बैग में पैक करके मार्केट में सप्लाई कर सकते हैं| ध्यान रखें यह बातें–
कोई भी बिजनेस शुरू करने से पहले प्रोडक्ट एवं मशीन की जानकारी अच्छे से ले ले| कई बार ऐसा होता है कि आप जिस प्रोडक्ट को मार्केट में बेचना चाहते हैं उसकी क्वालिटी के लिए जो मशीन चाहिए वह मशीन न लेकर कोई Low quality मशीन ले लेते हैं| आप Low क्वालिटी प्रोडक्ट मार्केट में बेच नहीं सकते है| क्योंकि मार्किट में जो प्रोडक्ट मिलता है वो High क्वालिटी का होता है तथा उस के लिए आटोमेटिक मशीन की जरुरत होती है| जो आपके बजट के बाहर होता है| मशीन मैन्युफैक्चरर आपको आटोमेटिक मशीन कह कर Low क्वालिटी की मशीन थमा देते है, और आपके पास सही जानकारी के अभाव में आपका स्टार्टअप शुरू होने से पहले ही बंद हो जाता है|

Plastic Bucket Manufacturing Business in Hindi

 व्यापार पर बात करना इसलिए जरुरी हो जाता है क्योंकि प्लास्टिक बाल्टियों का इस्तेमाल मनुष्य अपने घरों में पिछले तीस सालों से करते आया है । plastic bucket with lid इसलिए कमाई की दृष्टि से बाल्टी बनाने का लघु उद्योग लगाना लाभकारी हो सकता है । हालांकि इन तीस वर्षों से अधिक की यात्रा में समाज के हर वर्ग से जुड़े मनुष्य ने इन बाल्टियों को एक उपयोगी सामग्री के तौर पर अपनाया है।

 

 

 

 

 

जहाँ पहले लोग पारम्परिक बाल्टियों जैसे जस्ती लोहे, एल्युमीनियम एवं पीतल की बाल्टियों का इस्तेमाल करते थे वहीँ वर्तमान में प्लास्टिक से निर्मित बाल्टियों ने इन्हें पूरी तरह से रिप्लेस कर दिया है । और मनुष्य की हमेशा से आदत रही है की वह किसी पुरानी चीज को छोड़कर नई चीज तभी अपनाता है जब उसमें, जो वह पहले से अपना रहा है से ज्यादा गुण दिखाई देते हैं। वर्तमान जीवनशैली को आधार मानकर यह कहा जा सकता है की एक Plastic Bucket में धातु से बनी बाल्टियों की तुलना में ज्यादा गुण समाहित होते हैं। इन बाल्टियों की कुछ महत्वपूर्ण विशेषताएं इनका हल्कापन, अटूटपन, हैंडलिंग में आसानी, इस्तेमाल करते समय सुरक्षा, उबलते पानी एवं रसायनों की प्रतिरोधक क्षमता, वातावरण के आधार पर रंग एवं किफायती लागत इत्यादि हैं।

 

 

 

 

 

यही कारण है की लोग धातु से निर्मित बाल्टियों की तुलना में प्लास्टिक बाल्टियों का इस्तेमाल अधिक करते हैं। इसलिए भारत में  manufacturing व्यापार वर्तमान में कमाई के अनुकूल व्यापार माना जाता है। यद्यपि प्लास्टिक से निर्मित बाल्टियाँ बाजार में अनेकों क्षमता के साथ उपलब्ध हैं अर्थात आम तौर पर ये 13 से 25 लीटर की क्षमता में उपलब्ध हैं। लेकिन 21 लीटर क्षमता की बाल्टियाँ बाजार में काफी लोकप्रिय हैं।

 

 

 

 

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Plastic-Buckets-ManufacturingWhat is CAT & IIM and How To Fill MBA Application Form कैट क्या है आवेदन पत्र कैसे भरें
प्लास्टिक बाल्टी बनाने के व्यापार के बारे में (About Plastic Buckets Manufacturing business)

Plastic Buckets Manufacturing का शाब्दिक अर्थ प्लास्टिक की बाल्टियों के निर्माण से है। ये एक ऐसी वस्तु है जिसका इस्तेमाल हर घर में होता है। clear plastic bucket वैसे देखा जाय तो आम तौर पर घरों में इन प्लास्टिक बाल्टियों का इस्तेमाल नहाने के लिए एवं खाने योग्य पदार्थों को भंडारित करने के लिए होता है। clear plastic bucket इसलिए एक घर में एक नहीं अपितु अनेकों बाल्टियों की आवश्यकता होती है। इसके अलावा प्लास्टिक बाल्टियों का इस्तेमाल व्यवसायिक तौर पर भी ट्रांसपोर्टेशन एवं पैकेजिंग के लिए बड़े पैमाने पर होता है। clear plastic bucket विभिन्न प्रकार के तरल पदार्थों जैसे पेन्ट, लुब्रिकेंट आयल, ग्रीज इत्यादि की पैकेजिंग एवं ट्रांसपोर्टेशन में इनका इस्तेमाल होता है। clear plastic bucket इन्हीं सब बातों के मद्देनजर जब किसी व्यक्ति द्वारा अपनी कमाई करने के लिए व्यवसायिक तौर पर प्लास्टिक की बाल्टी बनाने का काम किया जाता है तो इसे ही Plastic Buckets Manufacturing बिजनेस कहा जाता है।

 

 

 

 

 

 

प्रमोटर या उद्यमी की योग्यता:How Beer is Made Business kaise shuru kre बीयर कैसे बनती है व्यापार कैसे शुरू करें

हालांकि इस दुनिया में कोई भी व्यक्ति कुछ भी बिजनेस कर सकता है लेकिन बिजनेस की सफलता इस बात पर निर्भर करती है की उद्यमी या प्रमोटर को उस क्षेत्र से सम्बंधित कितनी जानकारी है। यही कारण है की बड़े बड़े बिजनेस मेंटर द्वारा भी वह बिजनेस करने की सलाह बिलकुल नहीं दी जाती है जिसके बारे में उद्यमी या प्रमोटर को उचित जानकारी न हो। Plastic Buckets Manufacturing बिजनेस शुरू करने के लिए प्रमोटर या उद्यमी के पास प्लास्टिक इंजीनियरिंग या प्रोसेसिंग में कोई डिग्री होनी चाहिए। या फिर डिप्लोमा होना चाहिए या केमिस्ट्री में डिग्री होनी चाहिए। शैक्षणिक योग्यता के अलावा उद्यमी या प्रमोटर के पास अनुभव होना भी नितांत आवश्यक है इसलिए प्लास्टिक इंडस्ट्री में दो तीन सालों का अनुभव वांछित है।

 

 

 

 

 

बाजारिक क्षमता (Market Potential):How To Get Amul Brand Franchise in India भारत में अमूल ब्रांड फ्रेंचाइजी कैसे प्राप्त करें

पेट्रोकेमिकल पर रसायन एवं उर्वरक मंत्रालय की कार्य समूह की रिपोर्ट के अनुसार भारत में बाल्टियों सहित एचडीपीई इंजेक्शन मोल्डेड आइटम की माँग वित्तीय वर्ष 2017-18 में 2400 किलो टन अनुमानित थी। जिसमें इन सामग्रियों की विकास दर 16% थी और इनमें मग एवं बाल्टियाँ ऐसी सामग्रीयां हैं जिनकी माँग तेजी से आगे बढ़ रही है। वर्तमान में संयुक्त परिवारों के विघटन एवं मानव जीवनशैली में हो रहे परिवर्तनों के कारण Plastic Buckets की माँग बाजार में हमेशा बनी रहती है। इसके अलावा तरल पदार्थों के निर्माण से जुड़े उद्योगों में भी इस तरह की बाल्टियों की बड़ी माँग रहती है। इसलिए भारत में Plastic buckets Manufacturing इकाई स्थापित करना आज भी लाभकारी हो सकता है।आवश्यक मशीनरी एवं कच्चा माल (Required Machinery & Raw materials for ):

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Plastic Buckets ManufacturingMango Papad Making Business in India आम पापड़ बनाने का व्यापार कैसे शुरू करें बिजनेस शुरू करने में आवश्यक कच्चा माल HDPE Granules हैं और जहाँ तक मशीनरी का सवाल है उसकी लिस्ट निम्नवत है।

 

 

 

 

 

इंजेक्शन मोल्डिंग मशीन
कंप्रेसर
कुलिंग टावर
स्क्रैप ग्राइंडर
मोल्ड एवं डाई
निर्माण प्रक्रिया (Plastic Buckets Manufacturing Process):प्लास्टिक की बाल्टी को रैम प्रकार या स्क्रू टाइप प्रीप्लास्टिक मशीन के माध्यम से मोल्ड किया जा सकता है यद्यपि स्क्रू टाइप को अधिक पसंद किया जाता है। Plastic Buckets Manufacturing Process में सर्वप्रथम कच्चा माल यानिकी HDPE Granules मशीन में लगे एक हॉपर के माध्यम से मशीन में डाला जाता है। उसके बाद प्लास्टिक को पिघलाने के लिए बैरल को गर्म किया जाता है plastic bucket with lid जिस पिघली हुई सामग्री को स्क्रू के कैविटी में फॉरवर्ड मूवमेंट के माध्यम से मोल्ड गुहा में अन्दर इंजेक्ट कर दिया जाता है। plastic bucket with lid उसके बाद इस प्रक्रिया plastic ice bucket में मोल्ड कैविटी को पानी का तापमान बेहद कम करके ठंडा किया जाता है plastic ice bucket इस प्रक्रिया में स्क्रू का दबाव केवल कुछ ही समय के लिए होता है plastic ice bucket और फिर स्क्रू रोटेशन के दौरान यह पीछे हट जाता है। plastic bucket with lid जब मशीन के अन्दर मोल्डिंग एवं कुलिंग प्रक्रिया अपने अंतिम चरण में होती है तब मोल्ड का आधा भाग खुल जाता है। plastic bucket with lid और उसके बाद मोल्ड की हुई सामग्री अर्थात Plastic Bucket को मैन्युअली या फिर ऑटोमेटिकली आसानी से निकाला जा सकता है। plastic ice bucket इस प्रकार हम पूरे मोल्डिंग साईकल यानिकी Plastic Buckets Manufacturing Process की बात करें तो इसमें इंजेक्शन प्रक्रिया, इंजेक्शन का दबाव सहन करना, ठंडा करने की प्रक्रिया और मोल्ड निकास के लिए आदर्श समय इत्यादि शामिल हैं।

How to Start Eraser Manufacturing Process in Hindi

How to Start Eraser Manufacturing Process in Hindi, व्यापार करना हमेशा ही फायदेमंद रहता है, व्यापार के जरिए आप अच्छी खासी कमाई करने के साथ – साथ लोगों को रोजगार भी प्रदान कर सकते हैं. किसी भी व्यापार को करने से पहले उस व्यापार से जुड़ी सभी तरह की जानकारी होना बेहद जरुरी है ताकि आप अपने व्यापार को कामयाब बना सकें. अपने पिचले आर्टिकल में हम आपको स्कूल यूनिफार्म बनाने का व्यापार व ब्लैक बोर्ड चाक बनाने का व्यापार बता चुके है. आज हम आपको मिटाने वाला रबड़ यानी इरेज़र बनाने के व्यापार के बारे में जानकारी देने जा रहे हैं ताकि आप इस व्यापार को सफल तरीके से कर सकें और एक कामयाब व्यापारी बन सकें.

 

 

 

 

 

 

 

 

 

रबर व्यापार

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

मिटाने वाली रबड़ का इस्तेमाल (Eraser Uses)

 

मिटाने वाली रबड़ बच्चों के द्वारा काफी इस्तेमाल की जाती है और इसकी डिमांड भी काफी अधिक है. इस प्रकार की रबड़ का इस्तेमाल कॉलेज वाले छात्रों और कई तरह के ऑफिसों में भी काफी किया जाता है.

इरेज़र बनाने में इस्तेमाल होने वाली सामाग्री (Raw Materials Price Details)

 

इरेज़र को बनाने में जो प्राथमिक चीज सबसे ज्यादा जरूरी होती है वो रबड़ है और इस व्यापार में दो तरह की रबड़ों का इस्तेमाल किया जा सकता है. जिनमें से एक प्राकृतिक रबड़ (Natural Rubber) होती है और दूसरी सिंथेटिक रबड़ (Synthetic Rubber). सिंथेटिक रबड़ बनाने के लिए पेट्रोलियम उत्पादों जैसे की इथाइलीन और स्टायरिन का इस्तेमाल किया जाता है. वहीं प्राकृतिक रबड़, रबड़ के पेड़ से निकलने वाले लेटेक्स से प्राप्त की जाती है.

 

अन्य इंग्रेडिएंट्स की जानकारी (Other Ingredients)How To become ANM and GNM ? एएनएम और जीएनएम कैसे बनें

आर्गेनिक डाइज की मदद से रबड़ को रंग दिया जाता है. आपने कई रंगों की रबड़ें दुकान में देखी होंगी और इन इरेज़र को आर्गेनिक डाइज की मदद से रंग दिए जाता है.

 

जिंक ऑक्साइड एंड टाइटेनियम ऑक्साइड भी एक प्रकार के आर्गेनिक डाइज हैं, जिसका इस्तेमाल रबड़ को रंग देने के लिए किया जाता है. अगर आपको सफेद रंग की रबड़ बनानी है, तो आपको जिंक ऑक्साइड एंड टाइटेनियम ऑक्साइड की जरुरत पड़ेगी. वहीं अगर आप अपनी रबड़ को लाल रंग देना चाहते हैं तो आपको आयरन ऑक्साइड की जरुरत पड़ेगी.

 

सल्फर को हिंदी में गंधक बोला जाता है और इसका इस्तेमाल भी इरेज़र बनाने के लिए किया जाता है. सल्फर की मदद से इरेज़र को वुलकनीजड (vulcanized) किया जाता है. वुलकनीजड की मदद से इरेज़र मजबूत बनती है और इरेज़र को मजबूत बनाने के लिए हिट (heat) और सल्फर का उपयोग किया जाता है, ताकि इरेज़र अधिक टिकाऊ और गर्मी के प्रतिरोधी बना सके.

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

वनस्पति तेल का इस्तेमाल भी इरेज़र बनाने के लिए किया जाता है. दरअसल इसके इस्तेमाल से इरेज़र को नरम (Soft) किया जाता है और आकार दिया जाता है. बाजार में कई तरह के वनस्पति तेल उपलब्ध हैं जिनकी कीमत सौ रुपए से शुरू होती हैं.

 

इरेज़र बनाने के लिए आपको अब्रासीवे (Abrasive),  लिथोपोने (Lithophone) और फैटिस (Factice) जैसे पदार्थों की भी जरुरत पड़ेगी. इन केमिकल का इस्तेमाल भी इरेज़र बनाने के लिए किया जाता है.

 

इरेज़र बनाने वाली मशीन (Eraser Making Machine)SanDisk Connect Wireless Stick New Style 2019 सैनडिस्क कनेक्ट वायरलेस स्टिक

इरेज़र बनाने के लिए स्वचालित मशीन का इस्तेमाल किया जाता है और ये मशीन आसानी से मिल जाती हैं. आप इरेज़र बनाने वाली मशीन को ऑनलाइन भी खरीद सकते हैं. इन मशीनों को यदि आप ऑनलाइन लेना चाहते है तो आपको इसके लिए इस लिंक पर जाना होगा.

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

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मशीन की कीमत (Eraser Making Machine Price)

 

मशीन की कीमत इस बात पर निर्भर करती हैं कि आप किस तरह की मशीन खरीद रहे हैं, मतलब अगर आप ज्यादा इरेज़र बनाने की क्षमता रखने वाली मशीन लेतें हैं तो ये आपको 10 लाख तक की पड़ेगी. वहीं कम क्षमता वाली मशीन आपको इससे थोड़ी सस्ती पड़ेगी.

इरेज़र बनाने की प्रक्रिया (The Manufacturing Process in hindi)

 

इरेज़र बनाने से पहले आपको ये तय करना होगा की आप प्राकृतिक रबड़ से इरेज़र बनाना चाहते हैं या फिर सिंथेटिक रबड़ का इस्तेमाल करना चाहते. इन दोनों प्रकार की रबड़ों में किसी भी तरह का अंतर नहीं होता है. इसलिए आप इनमें से किसी भी प्रकार की रबड़ का इस्तेमाल कर सकते हैं.

 

वहीं एक बार ये तय करने के बाद कि आप किस रबड़ का प्रयोग करेंगे, आप उस प्रकार की रबड़ को खरीद लें. लेकिन सिंथेटिक रबड़ जब आप लेते हैं तो ये आपको पाउडर की तरह मिलती है. वहीं प्राकृतिक रबड़ पाउडर के रूप में उपलब्ध नहीं होती है. इसलिए आपको सबसे पहले प्राकृतिक रबड़ जो की गांठों में आती है उसे पाउडर की तरह बनाना होता है.

 

रबड़ के पाउडर में आपको सबसे पहले ऊपर बताए गए सभी कैमिकलों को मिलाना होगा. इन सामग्रियों को अच्छे से मिलाने के बाद मशीन की मदद से आपको इन सामग्रियों को पिघलाने होगा. ये मिश्रण पिघलने के बाद थोड़ा सा नरम और ठोस हो जाएगा. जिसके बाद आपको मशीन की मदद से इस मिश्रण को इरेज़र का आकार देने होगा और आपकी इरेज़र बनकर तैयार हो जाएगी.

इरेज़र की पैकिंग कैसे करें (Packaging And Labelling)

 

इरेज़र बनाने के बाद जो अगला सबसे महत्वूपर्ण काम है वो इनकी पैंकिंग करना है. अक्सर इरेज़र की दो प्रकार से पैकिग की जाती है एक तरह की पैकिंग में इरेज़र पर पॉलिथीन चढ़ी होती हैं और दूसरे प्रकार की पैंकिंग में इस पर कागज या गत्ता लगा होता है. इन दोनों प्रकार की पैकिंग में से आपको एक प्रकार की पैकिग अपनी रबड़ के लिए चुननी होगी.

 

इसके अलावा आपको इन इरेजरों को पैक करने के लिए गत्ते के बक्सों की भी जरुरत पड़ेगी. आपको ये गत्ते के बक्से, बक्से बनाने वाले व्यापारी से बनवाने पड़ेंगे. इसके अलावा हो सके तो इन बक्सों पर अपनी कंपनी का नाम भी लिख वाला लें. क्योंकि ऐसा करने से आपकी कंपनी का प्रचार भी हो जाएगा.

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

स्थान का चयन (Place)

इरेज़र के इस व्यापार को स्थापित करने के लिए आपको कम से कम 600 से लेकर 1000 एकड़ की जगह की जरुरत पडेगी. जगह का आकार इस बात पर निर्भर करता है कि आप किस लेवल यानी स्तर पर इस व्यापार को शुरू कर रहे हैं. अगर आप एक मशीन से इस व्यापार को शुरू कर रहे हैं तो आपको ज्यादा बड़ी जगह लेने की जरुत नहीं पड़ेगी.

 

कितनी रखें अपनी इरेज़र के दाम Price of Eraser :

 

  • बाजार में मिलने वाली इरेजरों के दाम 1 रुपए से शुरू होते हैं. इसलिए आप भी अपनी इरेज़र के दाम, बाजार में मिलने वाली इरेजरों के दामों के आस पास ही रखें.

 

  • हो सके तो शुरू शुरू में अपनी इरेज़र के दाम बाजार में मिलने वाली इरेजरों के दामों से कम रखें. क्योंकि ऐसा करने से आपकी इरेज़र की ज्यादा बिक्री हो सकती है.

 

  • वहीं एक बार जब आपका ये व्यापार अच्छे से चलने लगे तो आप अपने इरेज़र के दाम बढ़ा सकते हैं.

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

इस व्यापार के साथ कर सकते हैं और भी व्यापार  शुरू

रबड़ एक ऐसी चीज है जिसका इस्तेमाल कई तरह की चीजों को बनाने में किया जाता है. इसलिए अगर आप चाहें तो अपने इरेज़र के व्यापार को अच्छे से स्थापित करने के बाद रबड़ से जुड़े दूसरे व्यापार भी शुरू कर सकते हैं. उदाहरण के तौर पर आप उन पेंसिल का भी निर्माण कर सकते हैं जिनेक पीछे रबड़ लगी होती है. इसके अलावा आप रबड़ की स्टांप का भी व्यापार शुरू कर सकते हैं.

 

व्यापार का पंजीकरण और लाइसेंस  (License Process)

छोटे स्तर पर भी अगर आप अपना व्यापार शुरू करते हैं तब भी आपको अपने व्यापार का नामांकन करवाना आवश्यक है. अपने व्यापार का नामांकन करवाने से आपको कई तरह की सरकारी योजनाओं का फायद मिलता है. कंपनी का नामांकन करवाने के बाद जो दूसरा सबसे महत्वपूर्ण काम है वो अपने व्यापार के लिए लाइसेंस हासिल करना है. ऐसे कई व्यापार होते हैं जिनमें लाइसेंस की जरुरत पड़ती है और मिटाने वाली रबड़ के व्यापार में भी आपको लाइसेंस लेने की जरुरत होती है. आप को ये लाइसेंस अपने राज्य की लोकल अथॉरिटी से हासिल हो जाएगा.

 

अपने व्यापार का प्रमोशन (Promotion And Marketing )

बाजार में इस वक्त कई कंपनी इरेज़र बनाने का काम करती हैं और इन कंपनी की इरेज़र अच्छी खासी बिकती हैं. ऐसे में आपको इन कंपनी का मुकाबला करने के लिए प्रमोशन का सहारा लेने होगा.

प्रमोशन की मदद से आपकी कंपनी का प्रचार होगा और आपकी कंपनी की इरेज़र के बारे में लोगों को जानकारी मिल सकेगी. जिसके की आपकी इरेज़र कि बिक्री बढ़ सकेगी.

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

कैसे करें प्रचार  (How to Promote)

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  • छोटे स्तर का प्रचार (Small Scale Marketing )

अपनी इरेज़र का प्रचार आप छोट स्तर से भी कर सकते हैं, छोटे स्तर के अंतर्गत आप लोकल न्यूज पेपर में अपनी इरेज़र की जानकारी दे सकते हैं. इसके अलावा आप चाहें तो अपने शहर के स्कूलों में अपनी इरेज़र के कुछ सैंपल मुफ्त में बच्चों को दे सकते हैं. ताकि बच्चों को आपकी कंपनी के इरेज़र के बारे में जानकारी मिल सके और बच्चे आपकी इरेज़र को बाजार से खरीदे .

 

  • बड़े स्तर का प्रचार (Large Scale Marketing)

बड़े स्तर का प्रचार करने के लिए आपको थोड़ा सा ज्यादा खर्चा करना पड़ सकता है. बड़े स्तर में प्रचार करने के लिए आप टी.वी चैनलों पर अपनी कंपनी की एड दे सकते हैं .प्रचार करने के इस तरीके में काफी पैसे लगते है.  इसलिए आप इस प्रचार के तरीके को तभी अपनाएं जब आपका व्यापार अच्छे से स्थापित हो जाए.

 

लोगों का चयन (Recruitment Of Employees)

इरेज़र के व्यापार को करने के लिए आपको कुछ कर्मचारियों को नौकरी पर रखना होगा. अगर आप छोटे स्तर से इरेज़र का व्यापार शुरू कर रहे हैं तो आपको 8 से 12 लोगों की जरुरत पडेगी. वहीं बड़े स्तर में ये संख्या दोगुनी हो जाएगी. कोशिशें करे की आप उन्होंने लोगों को नौकरी पर रखें जिन्हें इस व्यापार की थोड़ी सी समझ हो.

 

लेनी होगी ट्रेनिंग (Training)

इस व्यापार को शुरू करने से पहले आप, इरेज़र कैसी बनती है इसकी ट्रेनिंग ले लें और उसके बाद ही इस व्यापार को शुरू करें. वहीं जब आप इस व्यापार को शुरू करेंगे, तो आपको अपने कर्मचारियों को भी मशीन चलाने की ट्रेनिंग दिलवानी होगी. ताकि वो बिना किसी दिक्कत के अपना कार्य सही तरह से कर सकें.

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

व्यापार शुरू करने का बजट (Business Start Up Costs)

इरेज़र के व्यापार को अगर आप छोटे स्तर पर करते हैं तो आपको कम से कम 5 लाख से 8 लाख की जरुरत पड़ेगी. वहीं बड़े स्तर पर इरेज़र के व्यापार को शुरू करने के लिए आपको 10 लाख से अधिक रुपए की जरुरत पड़ेगी.

 

लोन भी ले सकते हैं (Loan)

अगर आपके पास इरेज़र का व्यापार शुरू करने के लिए पैसे नहीं हैं, तो आप लोन का विक्लप भी चुन सकते हैं. आप निजी या फिर किसी भी सरकारी बैंकों से लोन ले सकते हैं.  अगर आप निजी बैंक से लोन लेते हैं तो आपको लोन जल्दी मिल जाता है लेकिन निजी बैंकों की ऋण की ब्याज दरें काफी ज्यादा होती है. वहीं सरकारी बैंक से लोन लेने में काफी टाइम लग जाता है. लेकिन सरकारी बैंकों की ऋण की ब्याज दरें निजी बैंकों के मुकाबले काफी कम होती हैं. इसलिए लोन लेने से पहले आप ये तय कर लें की आपको किस बैंक से लोन लेना हैं.

 

निष्कर्ष इरेज़र बनाने के व्यापार को आप तभी शुरू करें जब आपको इस व्यापार की अच्छे से समझ हो जाए. इस व्यापार को शुरू करने में आपको थोड़ी दिक्कतें आ सकती हैं. लेकिन आप अगर ध्यान से काम करेंगे तो आप इस व्यापार में काफी सफलता पा सकते हैं.

How to Start Mango Papad Making Business

How to Start Mango Papad Making Business , आम पापड़ एक ऐसी खाने की चीज है, जिसे हर उम्र के लोगों द्वारा पसंद किया जाता है और इसलिए इस व्यापार को कम जोखिम वालें व्यापारों में गिना जाता है. भारत के हर हिस्से में आम पापड़ बेचे और खरीदे जाते हैं और ये व्यापार केवल किसी एक राज्य तक ही सीमित नहीं है और इसकी मांग हर राज्य में है.

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

आम पापड़

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

क्या होता है आम पापड़Production of Rice and Rice Mill Business Tips in Hindi चावल और चावल मिल व्यवसाय कैसे शुरू करें

आम पापड़ का नाम सुनते ही ये अंदाजा लगाया जा सकता है कि ये आम से बनाए जाते हैं, जो कि पापड़ की तरह होते हैं. हमारे देश में आम को काफी लोगों द्वारा पसंद किया जाता है.

आम पापड़ बनाने में इस्तेमाल होने वाली सामग्री (Ingredients)SanDisk Connect Wireless Stick New Style 2019 सैनडिस्क कनेक्ट वायरलेस स्टिक

  • पक्के हुए आम
  • चीनी
  • घी
  • काला नमक

आम   (Mango) – आपको आम पापड़ बनाने के लिए पक्के हुए आमों की जरुरत पड़ेगी. वहीं आम एक सीजनल फल है, इसलिए ये हर समय बाजार में नहीं बिकते हैं. लेकिन आजकल आमों को दूसरे देशों से आयात किया जाता है और ऐसे में अब सालभर आम बाजार में उपलब्ध रहते हैं. हालांकि ये गिनी चुनी मंडियों में ही मिलते हैं. 

कहां से लें आम (Place to buy)Saap ke katne Par Kya Kare how to tips for snake bite साँप के काटने के सुझाव

अगर आप आम को मंडी या फिर रेडी वालों से खरीदते हैं, तो आपको ये महंगे पड़ सकते हैं. इसलिए कोशिश करें कि आप आमों को सीधे उन किसानों से खरीद लें, जो कि मंडी में जाकर अपने आम बेचते हैं. ऐसा करने से आपको आम सस्ते दामों में मिल जाएंगे.

आमों की कीमत (Price)How to Start Roti Making business kitni Hogi kamai रोटी बनाने का व्यवसाय कैसे शुरू करें

आमों की कीमत एक जैसी नहीं रहती है लेकिन आम कम से कम 30 से 50 रुपए किलो के हिसाब से बिकते हैं. इसलिए आप इन्हें सीधे उन किसानों से ही खरीदें जो अपने बाग में आम लगाते हैं.

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

चीनी (Sugar)

आम पापड़ बनाने में शुगर का प्रयोग भी किया जाता है. शुगर की मदद से आम पापड़ को मीठा किया जाता है. आम पापड़ में आप चाहें तो शुगर की जगह चीनी के पाउडर का भी इस्तेमाल कर सकते हैं.

कहां से लें चीनी और इसके दाम

शुगर आपको किसी भी दुकान में मिल जाएगी. वहीं इनकी कीमतों की बात की जाए, तो एक किलो शुगर कम से कम 30 से 40 रुपए का आता है.

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

घी (Ghee)

आम पापड़ बनाते समय घी की भी जरुरत पड़ती है. कोशिश करें की आप देसी घी का ही प्रयोग आम पापड़ बनाने के लिए करें. वहीं घी के दामों की बात की जाए, तो एक किलो घी कम से कम 400 से 500 रुपए का आता है.

काला नमक (Black Salt)How To become ANM and GNM ? एएनएम और जीएनएम कैसे बनें

कई लोग काले नमक का इस्तेमाल भी आम पापड़ को बनाने के लिए करते हैं. आप काला नमक किसी भी दुकान से ले सकते हैं. काला नमक की कीमत 14 रुपए किलोग्राम से शुरू होती हैं.

उद्योग के लिए आम पापड़ बनाने के लिए आवश्यक मशीनरी (Machinery for Aam Business)

अगर आप बड़े या फिर छोटे स्तर पर आम पापड़ का व्यापार करते हैं, तो आपको स्वाचलित मशीनों की जरुरत पड़ेगी. इन मशीनों की मदद से आप आम पापड़ आसानी से तैयार कर सकते हैं. वहीं पापड़ों की पैकेजिंग भी आप पैकेजिंग वाली मशीन से जल्दी कर सकते हैं. मशीनों से पापड़ों की पैकेजिंग करने से आपका समय भी काफी बेचेगा. वहीं नीचे दिए गए वेब लिंक पर जाकर आप आम पापड़ बनाने वाली स्वाचलित मशीनों को खरीद सकते हैं.

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

आम पापड़ बनाने की प्रक्रिया (How To Make Aam Papad In Hindi)

  • आम पापड़ बनाने के लिए आपको सबसे पहले पक्के हुए आमों के छिलको को छीलना होगा. वहीं आप ये भी जरुर सुनिश्चित कर लें की आपने आम के छिलके अच्छे से उतारे हों. क्योंकि अगर आम के छिलके अच्छे से नहीं उतारे गए, तो आम गल नहीं पाएंगे और आम के नहीं गलने पर आपका आम पापड़ सही तरीके से नहीं बन पाएगा.
  • आम के छिलके उतारने के बाद, आपको आम को छोटे- छोटे टुकड़ों में काटना होगा. आम के छोटे- छोटे टुकड़े करने के बाद आप मिक्सी में इन टुकड़ों को, चीनी और काले नमक के साथ डाल दें और मिक्सी की मदद से इनका पेस्ट बना लें. आप मिक्सी को जब तक चलाएं जब तक चीनी और आम अच्छे से पिस ना जाएं.
  • आम का पेस्ट तैयार होने के बाद आप इस पेस्ट को छान लें और छानने के बाद जो आम का रस निकले उसे, आप गैस पर रख कर गरम कर लें.
  • गैस पर आप इस रस को कम से कम दस मिनट तक पकाएं और जब ये रस अच्छे से पक जाए और गाढ़ा हो जाए, तो गैस को बंद कर दें.
  • अब आप एक पलेट में घी को लगा दें और इस पलेट में गाढ़ा किया हुआ आम का रस डाल दें और अच्छे से इस पेस्ट को प्लेट में फैला दें. कोशिश करें की आप इस पेस्ट को एक पतली परत की तरह प्लेट में फैला सकें.
  • प्लेट में इस पेस्ट को फैलाने के बाद आप इस पेस्ट को धूप में दो दिन के लिए रख दें. दो दिन के बाद ये रस सूख जाएगा. रस के सूखने के बाद आप चाकू की मदद से इस काट लें और इस तरह से आपके आम पापड़ बन कर तैयार हो जाएंगे.
  • आम पापड़ों को अब आप प्लासिटक में पैक कर दें और आपके आम पापड़ बाजार में बेचने के लिए तैयार हैं.

आम पापड़ की पैकेजिंग (Packaging)

  • आम पापड़ को पैक करने के लिए आपको पतली प्लास्टिक की जरुरत पड़ेगी. इसके अलावा अगर आप चाहें तो इनको पैक करने के दौरान एक कागज जिसमें आपकी कंपनी का नाम और फोन नंबर जैसी जानकारी लिखी हो, वो भी पैकेट में डाल सकते हैं. ताकि लोगों को आपकी कंपनी के बारे में पता चल सके और साथ ही साथ आपका बिजनेस भी बढ़ सके.

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

कहां से लें पैक करने वाली प्लासिटक

  • आम पापड़ को पैक करने के लिए पतली प्लास्टिक का इस्तेमाल किया जाता है जो कि ट्रांसपेरेंट होती है. इसके अलावा पैकेट पर कंपनी के नाम का लेबल भी लगाया जाता है. आपको ये दोनों चीजें बाजार से खरीदनी पड़ेगी. वहीं कंपनी का नाम और अन्य चीजों की जानकारी कागज पर आपको, किसी प्रिंट करने वाली कंपनी से प्रिंट करवानी होगी.
  • वहीं आम पापड़ की पैकिंग करने से पहले आप ये भी तय कर लें की कितनी क्वांटिटी में आप आम पापड़ बेचना चाहते हैं. मतलब की आप 100 ग्राम या 50 ग्राम या फिर इनके अलावा कितनी-कितनी क्वांटिटी के पैकेट आम पापड़ के बनाने चाहते हैं.
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कितनी रखें आम पापड़ की कीमत (Price of Aam papad)

किसी भी चीज की बिक्री उस चीज के दामों पर निर्भर करती है. इसलिए आप भी अपने आम पापड़ों के दाम सोच समझ कर रखें. वहीं दुकान में बिकने वाले आम पापड़ों के दामों की बात की जाए तो, एक किलो आम पापड़ लगभग 400 रुपए के आस पास बेचा जाता है. वहीं 150 ग्राम आम पापड़ 130 रुपए के आस पास बेचा जाता है. इसलिए आपको भी अपने आम पापड़ की कीमत बाजार में बिकने वाले आम पापड़ों के हिसाब से रखनी होगी.

कोशिश करें की आप अपने आम पापड़ों को, बाजार में बिकने वाले आम पापड़ों के दामों से थोड़े कम दामों में बेचें. क्योंकि आपके आम पापड़ के दाम कम होने से आपके पापड़ की बिक्री ज्यादा हो सकती है.

वहीं एक बार जब आपके आम पापड़ अच्छे से बिकने लगे, तो आप चाहें तो इनकी कीमतों में थोड़ी सी वृद्धि भी कर सकते हैं और ज्यादा मुनाफा कमा सकते हैं.

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

कैसे बेचे आम पापड़ों को (How to Sell Aam Papad in Market ):

आम पापड़ को कई तरीकों से दुकानों में बेचा जा सकते है और इन तरीके में से कुछ तरीकों के बारे में नीचे बताए गया है जो कि इस प्रकार हैं:

  • खुद दुकान पर जाकर बेचें अपना सामान                                 

आप खुद जाकर अपनी कंपनी के आम पापड़ों को दुकान में बेच सकते हैं. क्योंकि ऐसा करने से होलसेल सहित अन्य लोगों को देने वाली कमिशन बच जाएगा और आपको ज्यादा मुनाफा होगा.

  • अपनी दुकान खोल कर बेचें आम पापड़

आप चाहें तो खुद की एक छोटी सी दुकान खोलकर भी आम पापड़ों को बेच सकते हैं. ऐसा करने से आपको ज्यादा मुनाफा होगा और आप चाहें तो आम पापड़ के अलावा अन्य खाने की चीजों को भी अपनी दुकान से बेच सकते हैं.

  • ऑनलाइन बेचें अपने आम पापड़ों को

आजकल लोगों द्वारा अधिकतर शॉपिंग ऑनलाइन के जरिए ही की जाती है. इसलिए आप ऑनलाइन भी अपने पापड़ों को बेच सकते हैं. इसके अलावा ऑनलाइन पापड़ बेचने से आपके उद्योग का प्रचार भी हो जाएगा. साथ ही साथ ऑनलाइन के जरिए आपके द्वारा बनाए गए आम पापड़ देश के किसी भी राज्य के हिस्से में भी बेचे जा सकेंगे और ऐसा होने से आपका व्यापार केवल आपके शहर या राज्य तक ही सीमित नहीं रहेगा.

निर्यात भी कर सकते हैं

  • आम पापड़ एक भारतीय डिश या खाने की चीज है, जो कि दूसरे देशों में भी काफी पसंद की जाती है. इसलिए आप अपने आम पापड़ का निर्यात भी कर सकते हैं.
  • वहीं दूसरे देशों में रह रहे भारतीयों तक भी आप निर्यात के जरिए अपने आम पापड़ों को पहुंचा सकते हैं. अपने आम पापड़ों का निर्यात करने से आपका व्यापार विश्व स्तर पर भी स्थापित हो सकेगा.

कंपनी के नाम का चयन और पंजीकरण ( Company Name And Registration)

  • आम पापड़ का बिजनेस प्लान तैयार करते वक्त आप अपनी कंपनी के लिए एक नाम भी सोच लें. आपकी ओर से तय किए गए नाम से ही आपकी कंपनी की पहचान की जाएगी. इसलिए आप अपने आम पापड़ की कंपनी का नाम सोच समझ कर ही रखें.
  • वहीं एक बार आम पापड़ की कंपनी का नाम तय करने के बाद, आप अपनी कंपनी का पंजीकरण जरुर करवा लें. पंजीकरण के अलावा हमारे देश में खाने के उत्पाद को बेचने के लिए जो भी एफएसएसआई लाइसेंस की जरुरत पड़ती हैं, उनको भी अपनी लोकल अथॉरिटी से हासिल कर लें. इसके अलावा जीएसटी का भी पंजीकरण जरुर करवा लें.

अपनी कंपनी का प्रचार (Promotion)

अपनी आम पापड़ की कंपनी का प्रचार करने के लिए आप कई विकल्पों को चुन सकते हैं. आप चाहें तो आपकी कंपनी द्वारा बनाए गए आम पापड़ के कुछ सैंपल दुकानों में मुफ्त में दे सकते हैं. ताकि दुकानदार आपके आम पापड़ के सैंपल अपने ग्राहकों को दे सकें और ऐसा करने से लोगों को आपकी कंपनी के आम पापड़ के स्वाद का पता चल सकेंगा और वो दुकान से आपकी कंपनी के ही आम पापड़ खरीदने लगेंगे.

प्रिंट मीडिया के जरिए प्रचार (Print Media)

  • आप अखबार के जरिए भी अपनी आम पापड़ कंपनी का प्रचार कर सकते हैं. आप अपने शहर के किसी भी लोकल अखबार में अपने आम पापड़ के बारे में जानकारी दे सकते हैं. इसके अलावा आप अपनी कंपनी की जानकारी पैम्फलेट के जरिए भी लोगों तक पहुंचा सकते हैं.
  • आप चाहें तो पैम्फलेट को अखबारों के जरिए लोगों तक पहुंचा सकते हैं या फिर किसी आदमी को इन्हें बांटने की जिम्मेदारी दे सकते हैं.

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

कितना आएगा खर्चा

आप कितनी बड़ी एड अखबार में दे रहें हैं, उस आधार पर अखबार वाले आपसे पैसे लेतें हैं. इसके अलावा कम पैसो में प्रचार करने के लिए आप अखबार के जरिये पंपलेट भी बटवा सकते है. 

इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के जरिए प्रचार (Electronic Media)

इलेक्ट्रॉनिक मीडिया प्रचार करने का सबसे अच्छा माध्यम है. इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के अंतर्गत रेडियो और टी.वी आते हैं. वहीं इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में अपनी कंपनी का प्रचार करने के लिए आपको एड की जरुरत पड़ेगी. इसलिए इस माध्यम को महंगे प्रचार की श्रेणी में रखा जाता है.

वहीं अगर आप इस माध्यम के जरिए अपने आम पापड़ का प्रचार करना चाहते हैं तो आपका बजट बढ़ सकता है. लेकिन याद रखें की इस माध्यम की पहुंच अन्य माध्यम को मुकाबले कहीं ज्यादा है.

सोशल मीडिया के जरिए प्रचार (Social Media)

सोशल मीडिया को भी आजकल प्रचार के रुप में काफी इस्तेमाल किया जा रहा है. लेकिन इस मीडिया का इस्तेमाल केवल वो ही लोग अच्छे से कर सकते हैं जिन्हें सोशल मीडिया के बारे में अच्छी जानकारी हो. अगर आपको सोशल मीडिया की अच्छी जानकारी है तो आप खुद से ही इसके जरिए अपनी कंपनी का प्रचार कर सकते हैं. या फिर आप चाहें  तो किसी व्यक्ति को इस माध्यम के जरिए आम पापड़ का प्रचार करने के लिए रख सकते हैं.

कितने कर्मचारियों की पड़ेगी जरुरत (Employees Required)

आप अपने आम पापड़ के व्यापार को किस लेवल पर शुरू करते हैं, उसी बात पर ये निर्भर करता है कि आपको इस व्यापार को करने के लिए कितने लोगों की जरुरत पड़ेगी. इसके अलावा आपके बजट पर भी ये निर्भर करता है कि आप कितने लोगों को कार्य पर रख सकते हैं.

आपके व्यापार का बजट (Budget for Your Business)

आम पापड़ के व्यापार को शुरू करने के लिए ज्यादा निवेश की जरुरत नहीं पड़ती है, लेकिन मशीन इत्यादि में आपको कुछ पैसे निवेश करने पड़ेंगे. वहीं पैसों की कमी होने पर आप बैंक से लोन भी ले सकते हैं. इसके अलावासरकार ने लघु उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए कई सब्सिडी व योजनाएं भी चलाई हैं, जिसका फायदा भी आप ले सकते हैं.

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ट्रेनिंग लेना भी है जरुरी (Training)

आम पापड़ के व्यापार को स्टार्ट करने से पहले आप आम पापड़ बनाने की ट्रेनिंग भी ले लें और साथ ही उन लोगों को भी पापड़ बनाने की ट्रेनिंग दें, जिनको आप आम पापड़ बनाने के व्यापार में रख रहे हैं.

इसके अलावा आप चाहें तो यूट्यूब पर पापड़ बनाने वाली वीडियो को भी देख सकते हैं. इन वीडियों से भी आपको इस व्यापार के बारे में ज्यादा जानकारी मिल जाएगी.

इस व्यापार के साथ शुरु कर सकते हैं और भी व्यापार

आम पापड़ के व्यापार के साथ आप और तरह के व्यापार भी शुरू कर सकते हैं, जैसे की आप दाल के पापड़, चावल वाले पापड़ भी बना सकते हैं. एक साथ इन सब पापड़ों को बनाने से आपके लाभ में मुनाफा ही होगा.

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

इस व्यापार से जुड़ी महत्वपूर्ण बातें (Important Information About Business)

  • आम पापड़ बनाते समय आपको साफ सफाई का खासा ध्यान रखना होगा. क्योंकि अगर आपके आम पापड़ में ग्राहकों द्वारा कोई भी गंदी (जैसे बाल या कीड़ा) चीज पाई जाती है, तो वो आपके आम पापड़ को दोबार नहीं खरीदेंगे, जो कि आपके व्यापार के लिए नुकसानदेह होगा.
  • आम पापड़ को बाजार में बेचने वाली कई कंपनियां मौजूद हैं इसलिए आप कोशिश करें की आप के आम पापड़, इन कंपनी द्वारा बेचे जाने वाले पापड़ों से स्वाद में कई बेहतर हों.
  • केवल ताजे आम पापड़ों को ही आप बाजार में बेचें. क्योंकि अगर आप खराब या फिर कई समय पहले बने हुए पापड़ों को बेचते हैं, तो ये लोगों की सेहत के लिए हानिकारक हो सकते हैं.
  • अगर आप अकेले इस व्यापार को नहीं स्टार्ट करना चाहते हैं तो आप इस व्यापार को पार्टनरशिप के जरिए भी शुरू कर सकते हैं. किसी के भी साथ पार्टनरशिप करने से पहले, आपको पार्टनरशिप से जुड़े कुछ लीगल कागजात भी बनाने होंगे.
  • अगर आप सही समझदारी से आम पापड़ के व्यापार को करें तो आपको इस बिजनेस में काफी लाभ हो सकता है और आपका व्यापार एक कामयाब व्यापार साबित हो सकता है.

Raw पपीता के फायदे in Hindi (Papaya Benefits)

Raw पपीता के फायदे in Hindi (Papaya Benefits), पपीता एक पीले रंग का फल विटामिन A और B के गुणो से भरपूर है । इसका उपयोग खाने के साथ साथ तव्चा की केयर के लिए भी किया जाता है। कच्चे पापीते से सब्जी टिक्की बनाई जाती है। बल्कि पका पपीता फल के रूप मे खाया जाता है साथ ही साथ इसका उपयोग जूस, जेली, जैम बनाने के लिए भी किया जाता है। कई लोग पपीते को फ़ेस पेक के रूप मे भी उपयोग करते है । यू तो हवाइन ओर मेक्सीक्न पपीते बहुत प्रसिद्ध है, परन्तु भारत के पपीते खाने मे बहुत ही स्वादिष्ट होते है। अलग अलग किस्मों के पपीतो का स्वाद भी अलग अलग होता है ।

 

 

 

 

 

 

Benefits Papaya Papita Gun Fayde In Hindi

 

 

 

 

पपीता में मौजूद पोषक तत्व –

पोषक तत्वमात्रा
पोटेशियम182 mg
कार्बोहाइड्रेट11 gm
शुगर8 gm
प्रोटीन0.5 gm
विटामिन A19%
विटामिन C101%
फाइबर1.7 gm

पपीता स्वास्थ के लिए बहुत ही लाभदायक है । 100 ग्राम पपीते मे 1 से 2 ग्राम प्रोटीन, 98 केलोरी, 70 mg आइरन, तथा रेशे भी भरपूर मात्रा मे होते है। पपीता पेट के लिए भी अत्यंत लाभ दायक है यह खाना पचाने मे भी मदद् करता है । अगर कच्चे पपीते को काटकर non-veg मे डाला जाए तो वह जल्दी पक जाता है ।How To Open CNG and LPG Gas Station in India & Apply Online for Dealership

 

पपीता एक बहुत ही गुणकारी फल है । परन्तु इसे ताजा खाना ही ज्यादा उपयोगी है । यह पेड़ से टूटने के पश्चात ज्यादा  दिनो तक फ्रेश नही रहता इसलिए इसे जल्दी यूस कर लेना चाहिए । पपीते का फल इसकी पत्तियों के नीचे लगता है । अगर कोई व्यक्ति पपीते का पेड़ लगाता है तो वह पेड़ जल्दी ही 2 से 3 साल मे फल देने लायक हो जाता हैं ।Kaise Open Kare Hair Salon कैस ओपन करे हेयर सैलून

 

 

 

 

 

पपीते के गुण एवम फायदे

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  • पीले रंग का फल पपीते का गुदा पेट की परेशानी जैसे कब्ज , अपच को दूर करता है ।
  • अगर किसी व्यक्ति को पीलिया होता है तो पपीता बहुत ही फायदेमंद होता है ।
  • पपीते मे पपेन नमक पदार्थ होता है जो भोजन को पचाने मे सहायक होता है ।
  • चेहरे को सुंदर बनाने के लिए भी इसका उपयोग किया जाता है । पपीते को चेहरे पर लगाने से चेहरे पर मुहासे नही होते तथा यह चेहरे की झाइयो को भी कम करता है ।
  • पपीते का उपयोग कई लोग प्रकृतिक ब्लीच के रूप मे भी करते है ।
  • पपीता आख के लिए भी हितकारी होता है इसमे विटामिन A प्रचुर मात्रा मे होता है जिससे रातोंधी नमक रोग नही होता साथ ही साथ आखो की रोशनी भी बढती है ।
  • पपीता दातों के लिए भी फायदेमंद होता है अगर दातों मे से खून आता है तो पपीता उसमे भी लाभकारी है ।
  • पपीता बवासीर रोग मे भी फायदेमंद है पपीता खाने से कब्ज नही होती तो बवासीर रोग मे भी लाभ होता है ।
  • डाइटिंग कर रहे व्यक्तियों के लिए तो पपीता राम बाण है । कई लोग जो डाइटिंग कर रहे है वह पपीते को अपने खाने मे शामिल करते है ।
  • पपीता साल मे 12 महीने मिलता है यह फल तथा सब्जी दोनों के रूप मे उपयोगी है ।
  • पपीते का उपयोग जेम तथा जेली बनाने मे भी किया जाता है ।

 

 

 

 

 

पपीते के अन्य फायदे (Papita ke Other Fayde)Mobile Premier League (MPL) App to Make Money Online Playing Game पैसे कमाएँ ऑनलाइन खेल

  • कोलेस्ट्रोल कम करे – पपीता खाने से शरीर में कोलेस्ट्रोल की मात्रा कम होती है. हाई कोलेस्ट्रोल हार्टअटैक का मुख्य कारण होता है. कोलेस्ट्रोल को कम करना है तो पपीता खाना शुरू करें. उच्च कोलेस्ट्रोल के लक्षण और इलाज के बारे में यहाँ पढ़ें.
  • रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाये – पपीता खाने से इम्यून सिस्टम मजबूत है. जिससे आपके शरीर में बीमारी का जल्दी असर नहीं होता है. इसमें विटामिन c होता है, जिससे बीमारियों से बचाता है.
  • गठिया के रोगी के लिए – पपीता खाने से हड्डियाँ मजबूत होती है, इससे गठिया के रोगी को बहुत आराम मिलता है. गठिया रोग का घरेलु उपाय यहाँ पढ़ें.
  • मासिक परेशानी – महिलाओं, लड़कियों को होने वाली मासिक परेशानी में पपीता खाने से बहुत आराम मिलता है. इसमें पापिन नाम का एंजाइम होता है, जो उस समय शरीर में होने वाले दर्द, परेशानी को कम करता है.
  • तनाव कम करे – पपीता खाने से शरीर में हार्मोन बदलते है, और तनाव, गुस्से के समय में ये आपका शांत करता है.

 

 

 

 

 

  • कैंसर – पपीता खाने से जानलेवा papaya face pack बीमारी कैंसर से papaya face pack भी बचा जा सकता है.
  • बालों के लिए – पपीता स्किन के papaya face pack साथ साथ बालों के लिए भी अच्छा होता है. पपीते का पेस्ट बालों में लगाने से बाल लम्बे घने होने है. इसके साथ ही रुसी की परेशानी दूर होती है.

पपीता एक ऐसा फल है जो आपको कहीं भी papaya face pack आसानी से मिल जाएगा. papaya face pack अगर आपके घर के सामने कुछ जमीन है papaya face pack तो आप इसका पेड़ भी लगा सकते हैं. ये एक ऐसा फल है papaya face pack जिसे कच्चा होने पर भी इस्तेमाल में लाया जा सकता है.

इसका छिलका बेहद मुलायम होता है papaya face pack जो आसानी से उतर जाता है. इसे काटने पर इसके भीतर कई छोटे-छोटे काले रंग के बीज होते हैं. स्वास्थ्य के लिहाज से ये एक बहुत ही फायदेमंद फल है .

 

 

 

 

 

1. कोलेस्ट्रॉल कम करन में सहायक
पपीते में उच्च मात्रा में फाइबर मौजूद होता है. साथ ही ये विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट्स से भी भरपूर होता है. अपने इन्हीं गुणों के चलते ये कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने में काफी असरदार है.

2. वजन घटाने में
एक मध्यम आकार के पपीते में 120 कैलोरी होती है. ऐसे में अगर आप वजन घटाने की बात सोच रहे हैं तो अपनी डाइट में पपीते को जरूर शामिल करें. इसमें मौजूद फाइबर्स वजन घटाने में मददगार होते हैं .

3. रोग प्रतिरक्षा क्षमता बढ़ाने में
रोग प्रतिरक्षा क्षमता अच्छी हो तो बीमारियां दूर रहती हैं. पपीता आपके शरीर के लिए आवश्यक विटामिन सी की मांग को पूरा करता है. ऐसे में अगर आप हर रोज कुछ मात्रा में पपीता खाते हैं तो आपके बीमार होने की आशंका कम हो जाएगी.

4. आंखों की रोशनी बढ़ाने में

पपीते में विटामिन सी तो भरपूर होता ही है साथ ही विटामिन ए भी पर्याप्त मात्रा में होता है. विटामिन ए आंखों की रोशनी बढ़ाने के साथ ही बढ़ती उम्र से जुड़ी कई समस्याओं के समाधान में भी कारगर है.

 

 

 

 

 

5. पाचन तंत्र को सक्रिय रखने में
पपीते के सेवन से पाचन तंत्र भी सक्रिय रहता है. पपीते में कई पाचक एंजाइम्स होते हैं. साथ ही इसमें कई डाइट्री फाइबर्स भी होते हैं जिसकी वजह से पाचन क्रिया सही रहती है.

6. पीरियड्स के दौरान होने वाले दर्द में
जिन महिलाओं को पीरियड्स के दौरान दर्द की शिकायत होती है उन्हें पपीते का सेवन करना चाहिए. पपीते के सेवन से एक ओर जहां पीरियड साइकिल नियमित रहता है वहीं दर्द में भी आराम मिलता है.

पपीता खाना क्यों है सेहत के लिए लाभकारी - Surprising Benefits Of Papaya in Hindi

Benefits Of Papaya in Hindi पपीते पीले रंग का raw papaya रसीला फल होता है raw papaya जिसका सेवन फल के रुप में किया जाता है। raw papaya पपीते के इस्तेमाल जूस, स्मूदी और शेक बनाने में भी किया जाता है। raw papaya पपीते में विटामिन्स, मिनरल्स आदि पर्याप्त मात्रा में होते हैं। raw papaya पपीते में विटामिन C, फ्लैवेनॉइड, विटामिन B,raw papaya फाइबर, मैग्नीशियम आदि पर्याप्त मात्रा में होते हैं। raw papaya यहीं कारण है raw papaya की पपीता खाना सेहत के लिए काफी फायदेमंद होता है। raw papaya पपीता खाने से पाचन तंत्र स्वस्थ रहता है, raw papaya इसके सेवन से वजन कम होता है। आज हम आपको पपीता खाने के फायदे और पपीता खाने के नुकसान बताएँगे।

 

 

 

 

 

 

पपीता महिलाओं के लिए भी लाभकारी होता है यह पीरियड्स साइकल को सही रखता है और साथ ही शरीर को संक्रमण से बचाता है। पपीता खाने से कैंसर जैसी घातक बीमारी से भी रक्षा होती है। पपीता अर्थराइटस जैसी बीमारियों के खतरे को कम करता है। इस आर्टिकल में हम आपको विस्तार से बताने जा रहे हैं कि पपीता खाना सेहत के लिए कैसे और क्यों लाभकारी होता है।

पपीता खाने के फायदे – Papita ke fayde hindi

पपीता खाने के फायदे - Papita ke fayde hindi

1.पपीता खाने के फायदे वजन कम करने में – Papaya benefits weight loss in hindi

पपीते में काफी मात्रा में फाइबर होता है। इसलिए पपीता खाने से पेट भरा हुआ रहता है और बार-बार खाने की इच्छा नहीं होती। जिससे बहुत ज्यादा खाना खाने से आपको वजन बढ़ने की परेशानी का सामना नहीं करना पड़ता। 

 

 

2.पपीता त्वचा को खूबसूरत बनाने के लिए भी होता है उपयोगी – Eating papaya benefits for skin in hindi

पपीते में पापेन होता है जो कि मृत कोशिकाओं को साफ करता है और त्वचा को खूबसूरत बनाता है। पपीता खाने से इसमें मौजूद एंटी-ऑक्सीडेंट आपकी त्वचा को खूबसूरत बनाते हैं साथ ही यह त्वचा को सनबर्न से बचाने में भी मददगार होता है। पपीते की चेहरे पर मसाज करने से मृत कोशिकाएं भी साफ हो जाती है। पपीते का सेवन करने और चेहरे पर पपीता लगाने से त्वचा के रोग जैसे एक्जिमा, सोरायसिस आदि बीमारियों से निजात मिलती है। 

 

 

 

 

 

3.पपीता खाने के फायदे हृदय के लिए – Benefits Of Papaya for heart in Hindi

पपीते के बीज दिल के स्वास्थ्य के लिए काफी अच्छे होते हैं । papaya juice पपीते में तीन शक्तिशाली एंटी-ऑक्सीडेंट जैसे विटामिन A,C और विटामिन E होता है। विटामिन E और विटामिन C शरीर में कोलेस्ट्रोल बढ़ने से रोकते हैं papaya juice और साथ ही एलडीएल कोलेस्ट्रोल के स्तर को कम करता है और शरीर के लिए उपयोगी एचडीएल कोलेस्ट्रोल के स्तर को बढ़ाता है। इसलिए पपीता खाने से दिल की बीमारियों का खतरा बेहद कम हो जाता है।papaya juice इसी के साथ अल्सर, घाव आदि को ठीक करने में मदद मिलती है।

4.पपीता खाने से कैंसर से बचाव होता है – Benefits of papaya Prevents cancer in hindi

पपीते में एंटी-ऑक्सीडेंट होते हैं जो कि कोशिकाओं को रेडिकल डैमेज से बचाती है। कुछ  अध्ययनों से पता चलता है कि पपीता खाने से कोलोन और प्रोस्टेट कैंसर से बचाव करता है।

5.पपीता खाने के फायदे मासिक चक्र को नियमित करता है – Benefits Of Papaya for Menstruation in Hindi

जिन महिला को पीरियड्स आना अनियमित होता है papaya juice उन्हें भी पपीता खाने की सलाह दी जाती है। हरा, papaya juice कच्चा पपीता गरम तासीर वाला होता है। papaya juice ऐसे पपीते को खाने से एस्ट्रोजन का स्तर महिलाओं के शरीर में बढ़ जाता है। papaya juice जिससे समय पर पीरियड्स आते हैं। papaya juice इसलिए मासिक धर्म को नियमित करने के papaya juice लिए पपीता खाना फायदेमंद होता है।

 

6.पपीता खाने के फायदे मुंहासों papaya fruit और जलन से बचाता है – Benefits Of Papaya for acne treatment in Hindi

पपीते में लेटेक्स होता है जो कि मुंहासों से papaya fruit प्रभावित हिस्से को साफ करता है papaya fruit और खूबसूरत बनाता है। papaya fruit साथ ही पपीता खाने से पेट की जलन भी शांत होती है।

 

 

 

 

 

7.पपीता खाना आंखों के लिए होता है फायदेमंद – Benefits of papaya for eyes in Hindi

विटामिन A पपीते में मौजूद एक ऐसा एंटी-ऑक्सीडेंट होता है papaya fruit जो की आंखों के स्वास्थ्य के लिए उपयोगी होता है। papaya fruit इसलिए आप आंखों को स्वस्थ रखने के लिए पपीता खाना बहुत papaya fruit फायदेमंद होता है।

पपीता खाने के नुकसान papaya fruit और papaya fruit दुष्प्रभाव – papita ke nuksan in hindi, side effects of eating Papaya in Hindi

पपीता खाने के नुकसान और दुष्प्रभाव - papita ke nuksan in hindi, side effects of eating Papaya in Hindi

1. पपीते का सेवन गर्भवती महिलाओं के लिए हानिकारक – side effects of eating papaya for pregnant woman in Hindi

पपीता ऐसा फल माना जाता है जिसकी तासीर गर्म होती है। इसलिए गर्भावस्थाम में अधिक पपीता खाने से शिशु के स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचता है इससे गर्भपात भी हो सकता है इसलिए पपीते का सेवन गर्भावस्था में नहीं करना चाहिए।

 

 

 

 

 

 

2. पपीता खाने के नुकसान से पेट में जलन होना – side effects of eating papaya Burning stomach in hindi

पपीते में लैक्सेटिव गुण होते हैं इसलिए पपीते का जरुरत से ज्यादा सेवन करने से या कच्चा पपीता बहुत ज्यादा खाने से आंतों और पेट पर बुरा प्रभाव पड़ता है।

 

 

 

 

 

 

 

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Sugarcane Juice Benefits kya Hai in Hindi

इसे पीने से कई तरह की बीमारियां जैसे, एनीमिया, जौण्डिस, हिचकी आदि ठीक हो जाते हैं। अम्लपित्त, रोगों में गन्ने का ताजा रस काफी फायदेमंद है। यह तो हम सब जानते हैं कि हमारे गांव में गन्‍ने से कई मिठास प्रदान करने वाले पदार्थ बनाये जाते हैं sugarcane in hindi जैसे-गुड़, राब, शक्कर, खांड, बूरा, मिश्री। गन्‍ने में मिनरल, विटामिन और एंटीऑक्‍सीडेंट अधिक मात्रा में पाया जाता है।इसके अलावा बुखार होने पर गन्‍ने का सेवन करने से बुखार जल्दी उतर जाता है। एसीडिटी के कारण होने वाली जलन में भी गन्ने का रस लाभदायक होता है। गन्ने के रस का सेवन यदि नींबू के रस के साथ किया जाए तो पीलिया जल्दी ठीक हो जाता है। गन्ने के रस में ज्यादा बर्फ मिलाकर नहीं पीना चाहिए, सिर्फ रस पीना ज्यादा फायदेमंद है। ऐसे ही गन्‍ने के कई लाभ हैं जिनके बारे में आज हम आपको अच्‍छी तरह से बताने वाले हैं। आइये जानते हैं-

 

 

 

 

 

 

पीलिया

पीलिया ठीक करने के लिये रोज दो गिलास गन्‍ने के रस में नींबू और नमक मिला कर पीना चाहिये।मूत्र पथ के संक्रमण, यौन संचारित रोगों और पेट में सूजन आदि गन्‍ने के रस से ठीक हो जाती है।

किडनी

पथरी तभी बनती है जब शरीर में पानी की कमी हो जाती है और लगातार पानी की कमी को पूरा करने से यह ठीक भी हो जाती है। इसे गायब करने के लिये रोज गन्‍ने का जसू पीजिये क्‍योंकिे यह स्‍टोन को तोड़ कर उसे घुला देता है।

मधुमेह

यदि आप डायबिटीज के शिकार हैं तो गन्‍ने का जूस पी सकते हैं क्‍योंकि यह ब्‍लड ग्‍लूकोज लेवल को बैलेंस कर के रखता है। इसमें बिल्‍कुल भी हानिकारक मिठास नहीं होती।Small business ideas Regular Income कैसे बनाएँ business develop kaise kare

 

 

 

 

 

पोषण संबंधी लाभ

गन्‍ने में बहुत सा विटामिन और मिनरल पाया जाता है जो कि शरीर के लिये बहुत अच्‍छा माना जाता है। गन्ने के रस में फास्फोरस, लोहा, पोटेशियम, कैल्शियम और मैग्नीशियम अधिक मात्रा में पाया जाता है।HOW TO DRUGS ADDICTION Abuse in Hindi नशीली दवाओं के सेवन पर निबंध

सर्दी, जुखाम और गले की खराश

यदि आप सोचते हैं कि गन्‍ने का रस मीठा होता है इसलिये यह सर्दी, जुखाम में पीने के लिये खराब है तो आप गलत हैं। यह सर्दी जुखाम को पल भर में सही कर देता है।How to Open CNG Pump Station in India भारत में CNG पम्प स्टेशन कैसे खोलें

 

 

 

 

 

कैंसर

अल्‍कलाइन प्रकृति होने की वजह से यह कैंसर से सुरक्षा प्रदान करता है। विशेष रूप से प्रोस्‍ट्रेट , पेट, फेफड़े और स्तन कैंसर।How to Apply patrol pump license Step by Step in Hindi पंप लाइसेंस लाइसेंस

पानी की कमी पूरी करे

कई लोगों को ज्‍यादा पानी पीने की आदत नहीं होती जिससे उन्‍हें डीहाइड्रेशन हो जाता है। शरीर में पानी की कमी ना होने पाए इसके लिये गन्‍ने का रस पीजिये। गर्मियों में भी अपने शरीर को ठंडा रखने के लिये गन्‍ने का रस पीजिये।How To Open CNG and LPG Gas Station in India & Apply Online for Dealership

 

 

 

 

 

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  • गन्ने का रस पीना हमेशा एक आनंददायक अनुभव होता है. गन्ने का रस केवल पीने में में स्वदिष्ट
    नहीं होता है, बल्कि इसके कई फायदे भी हैं. गर्मी में खासतौर पर गन्ने का रस ज्यादा फायदा
    पहुंचाता है. इस लेख में हम जानेंगे गन्ने का रस कितनी मात्रा में पीना चाहिए. इसके क्या-क्या
    फायदे हैं और इसके क्या-क्या नुकसान हैं.

 

 

 

 

 

  • गन्ने का रस पीने का सबसे बड़ा फायदा यह होता है कि यह हमारे शरीर में पानी की कमी नहीं होने देता है.
  • गंदे जूस के दुकान पर गन्ने का जूस न पिएँ.
  • सड़े हुए या खराब गन्ने का जूस पीने से आपको उल्टी हो सकती है.
  • फ्रीज किया हुआ गन्ने का जूस न पिएँ, यह आपको फायदे की जगह नुकसान पहुंचा सकता है.
    इसलिए हमेशा ताजे गन्ने का जूस पिएँ.
  • गन्ने के रस के साथ किसी और चीज का मिश्रण नहीं मिलाना चाहिए.

  • एक दिन में अधिक से अधिक 2 ग्लास हीं गन्ने का जूस पीना चाहिए.
  • सुगर के रोगियों को गन्ने का रस नहीं पीना चाहिए.

 

 

 

 

 

  • एसिडिटी के कारण जलन होने पर गन्ने का रस पीने से जलन कम होता है.
  • गन्ने का रस कैंसर से सुरक्षा प्रदान करता है.
  • गन्ने के रस में बहुत सारे विटामिन और मिनरल्स पाए जाते हैं.
  • समय-समय पर गन्ने का रस पीने वाले लोगों को पथरी होने की सम्भावना कम रहती है.
  • मूत्र मार्ग का संक्रमण, पेट में सूजन आदि इसके सेवन से ठीक हो जाता है.
  • रोज 2 ग्लास गन्ने के रस में निम्बू का थोड़ा सा रस और थोड़ा सा काला नमक मिलाकर पीने
    से पीलिया ठीक हो जाता है.
  • अगर गन्ने का रस निकालकर बहुत देर से रखा हुआ है, तो ऐसे रस को पीने से आपको परेशानी हो सकती है.

 

 

 

 

 

  • गन्ने का रस पीते समय में एक चुटकी नमक मिला लें.

  • गन्ने का रस मसूड़े की परेशानी से बचाने में मदद करता है.
  • इसे पीने से शरीर का दर्द कम होता है.
  • गन्ना का रस खून की कमी होने से भी बचाता है.
  • इसका रस बालों को भी फायदा पहुंचाता है.
  • गन्ने का रस सर्दी-जुकाम से भी बचाता है.
  • इसे पीने से तुरंत स्फूर्ति मिलती है.
  • गन्ने का रस चर्बी कम करने में भी मदद करता है.

 

 

 

 

 

गन्ने का रस आप लोगों ने जरुर पिया होगा और आपको अंदाजा ही होगा, कि ये कितना स्वादिष्ट होता है. लोगों द्वारा गन्ने के रस को काफी पसंद भी किया जाता है और ऐसे में गन्ने के रस का व्यापार करना काफी फायदेमंद साबित हो सकता है. आज हम गन्ने के रस का व्यापार कैसे करें इसके बारे में  आपको जानकारी देने जा रहे हैं, ताकि आप भी गन्ने के रस का व्यापार जल्द से जल्द शुरू कर सकें और मुनाफा कमा सकें.

गन्ने का रस

गन्ने के रस की डिमांड ( Demand)

जैसे गर्मियों में आइसक्रीम की मांग बहुत होती है, और आइसक्रीम के व्यापार में बहुत फायदा है, वैसे ही गन्ने के रस की मांग गर्मी के मौसम में काफी अधिक रहती है. इस मौसम में आपको किसी भी गली या फिर मार्केट में गन्ने का रस बेचने वाली कई दुकानें देखने को मिल जाएगी. जिनमें हर वक्त लोगों की भीड़ इस रस को पीने के लिए लगी रहती है.

 

 

 

 

सर्दी के मौसम की बात की जाए, तो इस मौसम में गन्ने के रस की डिमांड काफी कम रहती है और बाजार में ये रस इतना नहीं बिकता है. लेकिन गर्मी के मौसम में आप गन्ने के रस को बेचकर अच्छा खासा मुनाफा कमा सकते हैं. इसके पहले हम आपको गन्ने के द्वारा गुड़ बनाने के व्यापार के बारे में बताये है, अब आप इस व्यापार को शुरू कर भरपूर मुनाफा कमा सकते है.

गन्ने का रस बनाने में इस्तेमाल होने वाली सामग्री (Ingredients)

गन्ने के रस को बनाने के लिए निम्नलिखित चीजों की आवश्यकता पड़ती है जो कि इस प्रकार हैं.

  1. गन्नें
  2. नमक
  3. बर्फ
  4. नींबू
  5. पुदीना
  6. ग्लास
  7. पतीला

 

 

 

 

 

कहां से लें गन्ने और इनके दाम  (Sugarcane)

गन्नों को आप अपने शहर की किसी भी मंडी से खरीद सकते हैं, ये आपको आसानी से मंडियों में मिल जाएंगे. वहीं गन्नों के दाम सरकार द्वारा निर्धारित किए जाते हैं. पिछले साल (2017-2018) सरकार ने एक क्विंटल गन्नों की कीमत 255 रुपये निर्धारित की थी और मंडी में किसानों ने इन्हीं दामों में गन्नों को बेचा था. इसलिए इस साल भी गन्नों की कीमत 255 रुपये के  आस पास रहने का अनुमान है. वहीं अगर आप ये गन्नें मंडी से ना लेकर सीधे किसानों से खरीदते हैं तो ये आपको थोड़े सस्ते पड़ सकते हैं.

नींबू (Lemon)

गन्ने के रस में नींबू का इस्तेमाल जरुर किया जाता है, इसलिए आपको नींबू की जरुरत भी पड़ेगी. आप नींबू को भी मंडी से खरीद सकते हैं. वहीं इनके दाम गर्मी के मौसम में ज्यादा हो जाते हैं.

गर्मी के मौसम में एक किलो नींबू 60 से लेकर 80 रुपए तक के आते हैं.  हालांकि हर राज्य में नींबू के दाम एक जैसे नहीं होते हैं इसलिए आपके शहर में नींबू के दाम ज्यादा या इससे कम भी हो सकते हैं.

पुदीना (Peppermint)

पुदीना गर्मी के मौसम में मिलने वाली चीज है जिसका इस्तेमाल गन्ने के जूस को स्वाद देने के लिए किया जाता है. लगभग हर दुकानदार गन्ने के जूस में हरे पुदीने के पत्तों का रस जरुर डालता है. इसलिए आपको ये भी खरीदना होगा.

 

 

 

 

 

पुदीने के दाम (Peppermint Price)

पुदीने का एक गुच्छा पांच रुपए का आता है, वहीं अगर आप इसे रेडी से ना लेकर सीधे मंडी से लेते हैं, तो ये आपको सस्ता मिलेगा. इसलिए कोशिश करे  कि आप गन्ने, पुदीने और नींबू जैसी चीजें एक साथ मंडी से खरीद लें.

बर्फ (Ice)

गन्ने के जूस में बर्फ भी डाला जाता  है जो कि इस रस को ठंडा करता है. आपको इसके लिए अच्छी खासी मात्रा में बर्फ की जरुरत भी पड़ेगी. आपको बर्फ की सिल्ली किसी भी दुकान से मिल जाएगी. बर्फ के अलावा गन्ने के रस में अदरक का भी इस्तेमाल किया जाता है, इसलिए आप अदरक को भी मंडी से जरुर खरीद लें.

ग्लास (Glass)

शीशे के ग्लास की जरुरत भी इस व्यापार को करने के दौरान पड़ती है इसलिए आप अलग-अलग साइज के कम से कम 10 शीशें के ग्लास खरीद लें. आपको किसी भी बर्तन वाली दुकान में आसानी से छोटे, मीडियम और बड़े साइज के ग्लास मिल जाएंगे. वहीं अगर आप चाहें तो शीशे के ग्लास की जगह प्लास्टिक के ग्लास का भी इस्तेमाल कर सकते हैं. लेकिन प्लास्टिक के ग्लासे शीशे के ग्लास के मुकाबले आपको थोड़े महंगे पड़ेंगे. वहीं आप एक पतीला भी बर्तन की दुकान से खरीद लें.

 

 

 

 

 

मशीन के दाम (Sugar Cane Juice Machine Price)

गन्ने का जूस निकालने वाली मशीन के दाम 15 हजार रुपए से शुरू होते हैं. वहीं इन मशीनों के दाम, मशीनों की खासियत के साथ बढ़ते रहते हैं. मतलब आप अगर स्वचालित मशीन लेते हैं तो आपको ये महंगी पड़ेगी.

गन्ने का जूस निकालने की प्रक्रिया (How To Make Sugar Cane Juice)

  • गन्ने का जूस निकालने के लिए सबसे पहले आपको गन्नों को अच्छे से धोना होगा. जिसके बाद आप चाहें तो गन्ने का छीलके भी निकाल सकते हैं या फिर बिना इन्हें छीलने, सीधा मशीन में भी डाल सकते हैं.
  • मशीन में गन्नों को डालने के बाद आप मशीन को शुरू कर दें. मशीन में आप एक बार में भी 3 से 5 गन्ने एक साथ डाल सकते हैं.
  • मशीन में गन्नों को डालने के बाद अपने आप ही इनका रस निकल जाएगा और आपका गन्ने का रस तैयार हो जाएगा.
  • मशीन में ही आप गन्नों के साथ नींबू पुदीना और अदरक भी डाल सकते हैं. या फिर आप इन चीजों के रस को बाद में भी गन्ने के रस में डाल सकते हैं. इसके अलावा गन्ने के रस में नमक और बर्फ डालना नहीं भूलें.

 

 

 

 

 

कितनी रखें गन्ने के जूस की कीमत (Price)

आप गन्ने के जूस का एक ग्लास 5, 10, 20 रुपए की कीमत में बेच सकते हैं. benefits of sugarcane juice वहीं आप चाहें तो गर्मी के benefits of sugarcane juice मौसम में गन्ने के रस के दाम भी बढ़ा सकते हैं. benefits of sugarcane juice लेकिन ध्यान रखें कि अगर आपके आस पास किसी के द्वारा benefits of sugarcane juice सस्ते दामों में ये रस बेचा जा रहा है, तो आप भी उसी दाम में गन्ने का रस बेचें.

सही इलाके का करें चयन (Place)

आप गन्ने का रस बेचने के benefits of sugarcane juice लिए किसी भीड़ भाड़ वाले इलाकों को ही चुने या फिर किसी मार्केट, स्कूल benefits of sugarcane juice और कॉलेज के आस पास वाली benefits of sugarcane juice जगह से ही benefits of sugarcane juice अपने इस व्यापार को शुरु करें. क्योंकि इन जगहों पर हमेशा ही benefits of sugarcane juice भीड़ रहती है, जो कि आपके गन्ने के व्यापार के benefits of sugarcane juice लिए काफी फायदेमंद है.

गन्ने का रस बेचने का व्यापार कैसे शुरू करें 

खुद की दुकान खोलें

आप इस व्यापार को दो तरह से शुरू कर सकते हैं, पहले तरीके के अंदर आप किसी दुकान को किराए पर ले सकते हैं. इस दुकान में अपनी मशीन और गन्नों को रख सकते हैं और यहां से ही गन्नों से जूस निकाल कर बेच सकते हैं.

 

 

 

 

 

 

रेडी के जरिए बेचे रस

वहीं दूसरे तरीके के अंदर आप रेडी (ठिलिया) के sugarcane juice machine जरिए गन्ने का रस बेच सकते हैं.sugarcane juice machine  बाजार में sugarcane juice machine आपको आसानी से कई sugarcane juice machine तरह की रेडियां मिल जाएंगी और sugarcane juice machine आप इन रेड़ियों में से किसी भी तरह की रेडी को खरीद सकते हैं. sugarcane juice machine रेडी लेने के साथ-साथ आप sugarcane juice machine इस रेडी पर गन्ने का जूस निकालने वाली मशीन को sugarcane juice machine भी फिट जरुर करवा लें और ये भी सुनिश्चित कर लें कि रेडी के sugarcane juice machine नीचे गन्नों को रखने के लिए जगह बनाई गई हो.

इन दोनों में से कौन सा तरीका है फायदेमंद

अगर आप दुकान वाले तरीके को चुनते हैं, sugarcane juice machine तो ये आपके लिए फायदेमंद होगा. क्योंकि आपको बार-बार जगह बदलने की जरुरत नहीं पड़ेगी. इतना ही नहीं एक बार जो आपकी दुकान से जूस पीएगा, वो आपका पक्का ग्राहक बन जाएगा और हमेशा आपकी दुकान से ही गन्ने का रस पीएगा.

इस व्यापार में आने वाला खर्चा (Budget)

गन्ने के रस को बेचने के लिए अगर आप किसी दुकान को किराए पर लेते हैं, तो आपको हर महीने उस दुकान का किराए देना होगा. वहीं दुकान का किराया  इस बात पर निर्भर करता है कि आपने किस जगह पर दुकान किराये पर ली है. उदाहरण के लिए, अगर आप किसी मार्केट के पास कोई दुकान किराए पर लेते हैं, तो आपको ज्याद किराया देना पड़ सकता है. वहीं अगर आप कम भीड़ वाले इलाके में दुकान किराए में लेते हैं, तो वो आपको सस्ती पड़ेगी.

अगर आप रेडी के जरिए अपना ये व्यापार शुरू करते हैं, तो आपको किसी भी तरह का किराए, किसी को भी नहीं देना होगा. हालांकि आपको अपनी शहर की मुनसीपालटी से किसी एक स्थान पर रेडी लगाने की अनुमित लेनी होगी. वहीं अगर आप एक ही स्थान पर अपनी रेडी नहीं लगाते हैं, तो आपको किसी भी तरह की अनुमित लेने की जरुरत नहीं है.

 

 

 

 

 

 

कर्मचारियों की भी पड़ेगी जरुरत (Employees)

  • गन्नों को साफ करने के sugarcane juice लिए, लोगों से पैसे sugarcane juice लेने के लिए और उनके इस्तेमाल किए गए ग्लासों को धोने के काम के लिए, आपको एक दो आदमियों की जरुरत पड़ेगी.
  • अगर आप अपनी दुकान sugarcane juice खोलकर इस व्यापार को शुरू करते हैं, तो आपको अवश्य ही लोगों को sugarcane juice काम पर रखना होगा. वहीं अगर आपका बजट इतना नहीं है कि sugarcane juice आप किसी को भी दुकान पर काम करने के लिए रख सकते हैं, तो आप अपने परिवार के सदस्यों की मदद ले सकते हैं.
  • वहीं रेडी के जरिए अगर इस व्यापार को करते हैं, sugarcane juice तब भी आपको एक आदमी को अपने साथ रखना होगा. वहीं अगर आपके sugarcane juice पास उस व्यक्ति को देने के लिए पैसे नहीं हैं, तो आपको खुद से ही जूस निकालने से लेकर ग्लास धोने तक का काम करना पड़ेगा.

कई बातों को रखना होगा ध्यान में (Important Things To Remember)

  • गन्ने के रस के sugarcane juice पास काफी मक्खियां घूमती रहती हैं, sugarcane juice इसलिए आपको ये सुनिश्चित करना होगा sugarcane juiceकि मक्खियों को sugarcane juice अपनी दुकान या फिर रेडी पर रखे गए गन्नों से दूर रखें.
  • इसके अलावा गन्ने के रस को निकालने में भी sugarcane juice आपको साफ सफाई का ध्यान रखना होगा. sugarcane juice क्योंकि आपकी जरा सी भी sugarcane juice लापरवाही लोगों की सहेत के लिए हानिकारक हो सकती है और आपका ये व्यापार बंद हो सकता है.
  • सफाई रखना भी जरूरी हैं,क्योंकि अगर आपकी दुकान के आस पास गंदगी होगी, तो लोग गंदी जगह देखकर आपकी दुकान के बाहर से ही वापस लौट जाएंगे.
  • लोगों द्वारा इस्तेमाल किए गए ग्लासों को धोने के लिए केवल साफ पानी का ही इस्तेमाल करें, तो बहेतर होगा. क्योंकि अगर ग्लास गंदें रहेंगे, तो लोग गंदे ग्लासों को देखकर, आपकी दुकान से रस नहीं खरीदेंगे.

 

 

 

 

 

 

  • आप मंडी से केवल ताजा गन्नों को ही खरीदें, sugarcane in hindi क्योंकि अगर आप पुराने गन्नों को मंडी से खरीदते हैं, sugarcane in hindi तो उन गन्नों में ताजा गन्नों के मुकाबले कम रस होगा. sugarcane in hindi इतना ही नहीं अगर आप पुराने गन्नों का इस्तेमाल करते हैं तो, आपको एक ग्लास जूस निकालने के लिए कई गन्नों का इस्तेमाल करना होगा.                                            
  • आप प्लास्टिक के भी ग्लास दुकान में रखना ना भूलें क्योंकि गई लोग प्लास्टिक के ग्लासों में ही जूस पीना पसंद करते हैं. इसके अलावा कई लोग जूस को पैक भी करवाते हैं, तो आप जूस को पैक करने के लिए सामाग्री भी खरीद लें.

 

 

 

 

 

इस व्यापार के साथ शुरू कर सकते हैं अन्य व्यापार

गन्ने के जूस को बेचने के साथ साथ आप अन्य sugarcane in hindi तरह के जूसों sugarcane in hindi को भी बेच सकते हैं. क्योंकि गर्मी के मौसम में लोगों द्वारा जूस काफी पिया जाता है.sugarcane in hindi  इसलिए आप कोशिश करें की sugarcane in hindi आप गन्ने के रस के साथ-साथ मौसमी, अनार, sugarcane in hindi गाजर जैसी चीजों के रस भी बेच सकें. इसके अलावा sugarcane in hindi आप चाहें तो कई तरह के शेक भी बनाकर बेच सकते हैं.

अगर आप इस व्यापार को साफ सफाई और sugarcane in hindi ध्यान पूर्वक चलाएंगे तो ये व्यापार आपके लिए काफी लाभदायक साबित हो सकते है.

 

Get Amul Brand Franchise in India

अमूल कंपनी भारत की प्रसिद्ध और कामयाब कंपनियों में से एक है. amul इस कंपनी द्वारा कई तरह के खाने के उत्पाद बाजार में बेचे जाते हैं और अमूल कंपनी के प्रोडक्ट्स की मांग हमेशा ही बाजार में बनी रहती है. इसके अलावा अमूल कंपनी फ्रेंचाइजी के जरिए अपने उत्पादों को देश के हर कोने तक पहुंचाने में भी लगी हुई है. ताकि अमूल कंपनी अपने बनाए गए उत्पादों को ज्यादा लोगों तक पहुंचा सके.

 

 

 

 

अमूल पार्लर फ्रेंचाइजी | Amul Parlour Franchise

अमूल कंपनी की फ्रेंचाइजी (Amul Franchise)How To Apply Online Jobs and How To Create Resume And Upload ऑनलाइन आवेदन कैसे करें , रिज्यूमे कैसे बनाएं

अमूल कंपनी भी अन्य बड़ी कंपनियों के जैसे अपनी फ्रेंचाइजी देकर अपने व्यापार को और बढ़ाने में लगी हुई है. कोई भी व्यक्ति अमूल कंपनी की फ्रेंचाइजी ले सकता है. हालांकि अमूल ने अपनी कंपनी की फ्रेंचाइजी देने के लिए कुछ नियम बना रखें हैं, जिनके आधार पर ही ये कंपनी अपनी फ्रेंचाइजी दिया करती है.

 

 

 

 

 

How to Manufacture Chocolate Bars Business चॉकलेट बनाने का व्यापार कैसे शुरू करेंक्या होती है फ्रेंचाइजी ( What Is Franchise)

फ्रेंचाइजी के अंतर्गत कोई भी कंपनी, किसी भी व्यक्ति को अपनी कंपनी का नाम इस्तेमाल करने की अनुमति दे देती है और बदले में उस व्यक्ति से पैसे लेती हैं. विश्व भर में ऐसी कई कंपनी हैं, जो कि अपनी कंपनी की फ्रेंचाइजी देने का कार्य करती हैं और ठीक इसी तरह अब अमूल कंपनी भी अपनी फ्रेंचाइजी देने का कार्य भारत में कर रही है.

अमूल  कंपनी की जानकारी (Amul Company)Which Best Inkjet Printer for You आपके लिए सबसे अच्छा इंकजेट प्रिंटर

अमूल कंपनी की शुरुआत गुजरात राज्य में हुई थी और इस कंपनी को साल 1946 में त्रिभुवंदास पटेल द्वारा स्थापित किया गया था. ये कंपनी भारत में हुई सफेद क्रांति से जुड़ी हुई है.

 

 

 

 

 

इस कंपनी ने कम समय के अंदर ही भारत में डेयरी के व्यापार में प्रथम स्थान हासिल कर लिया था और आज ये कंपनी भारत में कई तरह के डेयरी और फ़ास्ट मूविंग कंज्यूमर गुड्स को बेचती है.

अमूल कंपनी द्वारा बेचे जाने वाले उत्पाद (Amul Products)What is a GPA and Why Is It So Important GPA क्या है और यह इतना महत्वपूर्ण क्यों है?

अमूल द्वारा कई तरह के प्रोडक्ट बाजार में बेचे जा रहे हैं और इन उत्पादों का लोगों द्वारा काफी अधिक इस्तेमाल भी किया जाता है. इस कंपनी द्वारा बेचे जाने वाले कुछ प्रोडक्ट के नाम इस प्रकार हैं.

  • अमूल दूध,
  • ब्रेड स्प्रेड,
  • चीज़,
  • बेवरेजेज
  • आइसक्रीम,
  • पनीर,
  • दही,
  • घी,
  • मिल्क पाउडर,
  • चॉकलेट्स
  • पाउच मिल्क ,
  • फ्रेश क्रीम और इत्यादि.

 

 

 

 

 

 

 

क्यों लें अमूल कंपनी की फ्रेंचाइजी (Why You Should Buy Amul Franchise)How to Start Aloe Vera Farming & Kitni Hogi Kamai in Hindi एलो वेरा की खेती कैसे शुरू करें

  • बाजार में और भी कंपनी हैं, जिनकी आप फ्रेंचाइजी ले सकते हैं. लेकिन अमूल कंपनी का दावा है कि अगर आप अमूल कंपनी की फ्रेंचाइजी लेते हैं, तो आपको कम समय में ज्यादा मुनाफा होगा.
  • इस कंपनी के मुताबिक आप हर महीने इस कंपनी के उत्पादों को बेच कर 5 लाख रुपए से लेकर 10 लाख रुपए की बिक्री कर सकते हैं. हालांकि इस कंपनी ने ये भी साफ किया है कि आपकी ये सेल इस बात पर निर्भर करेगी कि आप किस स्थान पर कंपनी की फ्रेंचाइजी खोलते हैं.
  • अमूल कंपनी के अनुसार उनकी कंपनी की फ्रेंचाइजी लेने वाले किसी भी व्यक्ति को किसी भी रॉयल्टी का भुगतान या अमूल के साथ कोई राजस्व साझा नहीं करना होगा. इसलिए अमूल कंपनी की फ्रेंचाइजी लेने पर आपको अधिक लाभ हो सकता है.

 

 

 

 

 

 

अमूल द्वारा दी जाने वाली फ्रेंचाइजी के प्रकार (Type of Amul Franchise Information) How To Open CNG and LPG Gas Station in India & Apply Online for Dealership

अमूल कंपनी दो तरह की फ्रेंचाइजी देने का काम करती है और आप इन दोनों तरह की फ्रेंचाइजी में से कोई सी भी फ्रेंचाइजी ले सकते हैं. इन फ्रेंचाइजी के नाम नीचे बताए गए हैं.

  1. अमूल प्रिफेयरड आउटलेट या अमूल रेलवे पार्लर या अमूल क्‍योस्‍क और
  2. अमूल आइसक्रीम स्‍कूपिंग पार्लर

अमूल प्रिफेयरड आउटलेट या अमूल रेलवे पार्लर या अमूल क्‍योस्‍क (Amul Preferred Outlet or Amul Railway Parlor or Amul Kiosk-)

इस प्रकार की अमूल की फ्रेंचाइजी देने के लिए अमूल कंपनी द्वारा कुछ नियम बनाए गए हैं. ये नियम जगह और एरिया यानी क्षेत्र से जुड़े हुए हैं और इन नियमों के बारे में नीचे बताया गया है.

 

 

 

 

 

 

स्थान का चयन (Franchise Site Selection)

  • अमूल कंपनी के अनुसार अगर किसी व्यक्ति को अमूल प्रिफेयरड आउटलेट / अमूल रेलवे पार्लर / अमूल क्‍योस्‍क प्रकार की फ्रेंचाइजी लेनी है. तो उस व्यक्ति को एक ऐसे स्थान से इस फ्रेंचाइजी को शुरू करना होगा, जहां पर अच्छी मात्रा में लोगों का आना जाना हो.
  • अमूल कंपनी के नियमों के मुताबिक किसी रेलवे स्टेशन, बाजार, स्कूल प्रमुख शैक्षणिक संस्थान, अस्पतालों के आस पास ही इस तरह की फ्रेंचाइजी को खोला जा सकता है. इसलिए अगर कोई व्यक्ति अमूल की इस प्रकार की फ्रेंचाइजी को लेना चाहता है, तो उस व्यक्ति को ऊपर बताई गई जगह के आस पास ही किसी दुकान को किराए पर लेना होगा.

कितनी बड़ी होनी चाहिए दुकान (Area)

  • अमूल आउटलेट को शुरू करने के लिए कम से कम 100 से लेकर 150 स्क्वायर फीट बड़ी दुकान की जरुरत पड़ेगी. इसलिए दुकान को किराए पर लेते समय आप ये सुनिश्चित कर लें, कि उस दुकान का एरिया अमूल द्वारा निर्धारित किए गए एरिया के जितना ही हो.

 

 

 

 

 

अमूल प्रिफेयरड आउटलेट या अमूल रेलवे पार्लर या अमूल क्‍योस्‍क को खोलने में निवेश (Investment)

  • अगर आपके पास फ्रेंचाइजी लेने के लिए ज्यादा राशि नहीं हैं, तो अमूल कंपनी की ओर से दी जाने वाली इस फ्रेंचाइजी को लेना एक अच्छा विकल्प है. क्योंकि अमूल कंपनी द्वारा दी जाने वाली इस प्रकार की फ्रेंचाइजी पर केवल दो लाख रुपए के निवेश का ही खर्चा आता है.
  • दो लाख रुपए में से 25 हजार रुपए गैर वापसीयोग्य ब्रांड सुरक्षा के तौर पर आप से अमूल कंपनी द्वारा लिए जाते हैं. जिसके बाद दुकान के रेनोवेशन करवाने और उपकरण को खरीदने पर आपका एक लाख रुपए और 75 हजार रुपए तक का खर्चा आएगा. इस तरह से ये फ्रेंचाइजी लेने पर कुल खर्चा दो लाख रुपए के आस पास का होगा.

एवरेज रिटर्न्स ऑन एमआरपी यानी कमीशन  (Average Returns on MRP)

अमूल द्वारा अमूल आउटलेट/पार्लर/क्‍योस्‍क के जरिए बेचे जाने वाले अमूल उत्पादों पर अगल-अगल तरह का एवरेज रिटर्न्स ऑन एमआरपी निर्धारित किया गया है. अगर आप पाउच मिल्क  बेचते हैं, तो आपको एमआरपी पर एवरेज रिटर्न्स 2.5% मिलेगा. मिल्क प्रोडक्ट्स बेचने पर आपको एमआरपी पर एवरेज रिटर्न्स 10%, दिया जाएगा. इसके अलावा अमूल कंपनी की आइसक्रीम बेचने पर आपको एमआरपी पर एवरेज रिटर्न्स  20% दिया जाएगा.

 

 

 

 

 

 

संख्याउत्पाद का नामएवरेज  रिटर्न्स ऑन   एमआरपी 
1मिल्क प्रोडक्ट्स10%
2आइसक्रीम20%
3पाउच मिल्क  2.5%

अमूल आइसक्रीम स्‍कूपिंग पार्लर (Amul Ice Cream Scooping Parlour)

अमूल कंपनी द्वारा जो दूसरी प्रकार की फ्रेंचाइजी दी जाती है वो अमूल आइसक्रीम स्‍कूपिंग पार्लर है और इस पार्लर को खोल कर आप इस कंपनी द्वारा बनाई गई आइसक्रीमों को ग्राहकों को बेच सकते हैं.

क्या होता है आइसक्रीम स्‍कूपिंग पार्लर (What Is Ice Cream Scooping Parlour)

आइसक्रीम स्‍कूपिंग पार्लर भी एक तरह की दुकान होती है जहां पर कई तरह की आइसक्रीम को बेचा जाता है. इस तरह के पार्लर में जाकर कोई भी व्यक्ति अपनी पसंद की आइसक्रीम को कप या फिर कोन के अंदर ले सकता है और चाहें तो उसी दुकान में बैठकर अपनी आइसक्रीम को खा भी सकता है. आइसक्रीम स्‍कूपिंग पार्लर में शेक्स,  पिज़्ज़ाज़, सैंडविचेज़ , बर्गर, हॉट चॉकलेट ड्रिंक, कॉफी जैसी चीजे भी बेची जाती हैं.

आइसक्रीम स्‍कूपिंग पार्लर  के लिए स्थान का चयन (Location)

आप केवल उसी दुकान का चयन आइसक्रीम स्‍कूपिंग पार्लर को खोलने के लिए करें, जो कि किसी स्कूल, मार्केट और एजुकेशनल इंस्टीट्यूट, जैसी जगहों पर बनी हो. क्योंकि अमूल की कंपनी केवल इन्हीं जगहों पर (भीड़ भाड़ वाली) अपनी कंपनी की फ्रेंचाइजी खोलने की अनुमति देती है.

 

 

 

 

 

 

कितनी बड़ी होनी चाहिए दुकान (Area)

अमूल कंपनी द्वारा आइसक्रीम स्‍कूपिंग पार्लर की फ्रेंचाइजी को देने के लिए बनाए गए नियमों के मुताबिक, आइसक्रीम स्‍कूपिंग पार्लर खोलने के लिए आपके पास कम से कम 300 स्क्वायर फीट पर बनी हुई, एक दुकान होनी चाहिए ( ये दुकान किराए की भी हो सकती है या फिर आपकी खुद की भी). इसके अलावा आप चाहें तो किसी भी ऑपन स्पेस पर भी अपना ये पार्लर शुरू कर सकते हैं.

कितना आएगा खर्चा (Estimated Cost Of Opening An Amul Ice Cream Parlour)

  • आइसक्रीम पार्लर खोलने के लिए आपके पास कम से कम 6 लाख रुपए होने चाहिए. इन छह लाख रुपए में से अमूल कंपनी 50 हजार रुपए नॉन रिफंडेबल ब्रांड सिक्योरिटी के तौर पर आप से लेगी.
  • दुकान की रेनोवेशन पर आपका करीब 4 लाख रुपए तक का खर्चा आएगा. उपकरण (जैसे फ्रिज, मिक्सी, और एटी ) पर एक लाख पचास हजार रुपए तक का खर्चा आएगा और इस प्रकार स्‍कूपिंग पार्लर खोलने के लिए आपको छह लाख का निवेश करना होगा.

 

 

 

 

 

 

एवरेज रिटर्न्स ऑन एमआरपी  (Average Returns on MRP)

अमूल की ओर से आइसक्रीम स्‍कूपिंग पार्लर खोलने पर आपको केवल अमूल के उत्पादों को ही बेचना होगा और अमूल कंपनी अपने अलग- अलग तरह के उत्पादों को बेचने पर आपको कुछ प्रतिशत का मुनाफा देगी.

  • प्री पैक्ड आइसक्रीम बेचने पर आपको 20 % एवरेज रिटर्न्स ऑन एमआरपी पर मिलेगा. अमूल कंपनी की आइसक्रीम बेचने के अलावा अगर आप इस कंपनी द्वारा बनाए गए अन्य उत्पादों को इस पार्लर में बेचते हैं. तो आपको उन उत्पादों पर एवरेज रिटर्न्स ऑन एमआरपी 10% दिया जाएगा.
  • अगर आप शेक्स, पिज़्ज़ाज़, सैंडविचेज़, बर्गर, हॉट चॉकलेट ड्रिंक,कॉफी जैसे सामान अमूल पार्लर खोलकर बेचते हैं. तो आपको इन समानों की बिक्री पर 50% मुनाफा मिलेगा. इसलिए आप कोशिश करें की आप बर्गर, कॉफी और हर तरह के शेक्स अपने पार्लर के जरिए जितना ज्यादा हो सकें उतना बेचें. क्योंकि ऐसा करने से आपका मुनाफा ही बढ़ेगा.
संख्याउत्पाद का नामएवरेज  रिटर्न्स ऑन   एमआरपी 
1प्री पैक्ड आइसक्रीम20%
2कंपनी के अन्य उत्पादों पर10%
3शेक्स,  पिज़्ज़ाज़सैंडविचेज़,बर्गर, हॉट चॉकलेट ड्रिंक,कॉफी और इत्यादि50%

अमूल की ओर से की जाएगी मदद-

अगर आप ऊपर बताई गई दोनों प्रकार की अमूल की फ्रेंचाइजी में amul franchise से किसी भी प्रकार की फ्रेंचाइजी को चुनते हैं. amul franchise तो आपको अमूल कंपनी की ओर से उस फ्रेंचाइजी को स्थापित करने के लिए हर तरह की मदद की जाएगी, amul franchise जैसे कि स्टोर उद्घाटन में कंपनी आपकी मदद कर सकती है amul franchise या फिर उपकरण खरीदने में amul franchise भी अमूल कंपनी आपकी सहायता कर सकती है. amul franchise ताकि आपको फ्रेंचाइजी खोलने में किसी प्रकार की परेशानी ना हो.

 

 

 

 

 

 

अमूल फ्रेंचाइजी लेने से जुड़ी अन्य बातें-      

कंपनी के हिसाब से करवानी होगी रेनोवेशन (Renovation) –

अमूल की फ्रेंचाइजी खोलने के लिए आप जिस दुकान का चयन करते हैं. आपको उस दुकान का रेनोवेशन अमूल कंपनी द्वारा बताए गए तरीके और डिजाइन के हिसाब से करवाना होगा.

कितने समय के लिए होगा ब्रांड डिपॉजिट (Brand Deposit) 

अमूल कंपनी को आप जो पैसे ब्रांड डिपॉजिट के तौर पर देंगे उन पैसों को कंपनी एक साल के लिए अपने पास डिपॉजिट कर के रखेगी. अगर आप इस फ्रेंचाइजी को बीच में ही बंद कर देते हैं तो आपको ये पैसे एक साल के बाद ही मिलेंगे.

 

 

 

 

 

 

थोक डीलर से मिलेंगे अमूल के उत्पाद

आपको अमूल कंपनी की फ्रेंचाइजी लेने के बाद किसी भी जगह जाकर इस कंपनी के उत्पादों को खरीदने की जरुरत नहीं है. क्योंकि अमूल कंपनी के थोक डीलर आपकी शॉप पर ही आकर आपको अमूल कंपनी के प्रोडक्ट्स दें दिया करेंगे और ऐसा करने से आपका काफी समय भी बचेगा.

लोगों का चयन (Recruitment)

अमूल की फ्रेंचाइजी खोलने के समय आपको कुछ लोगों को भी नौकरी पर रखना होगा और इन लोगों की आय का खर्चा आपको अपने मुनाफे में से ही देना होगा. इसलिए केवल उतने ही आदमियों को आप नौकरी पर रखें जिनको आप महीने के अंत में आसानी से तनख्वाह दे सकते हैं.

अपनी फ्रेंचाइजी का प्रमोशन (Promotion)

  • अमूल कंपनी पहले से ही एक जानी मानी कंपनी हैं. amul india इसलिए आपको इस कंपनी की फ्रेंचाइजी लेने के बाद, अपनी अमूल की दुकान amul india यानी फ्रेंचाइजी के लिए किसी भी प्रकार का प्रमोशन नहीं करना होगा.
  • लेकिन जब आप अपने पार्लर को किसी एरिया में खोलते हैं, amul india तब आपको इसकी जानकारी उस एरिया के लोगों को देने की जरुरत पड़ सकती है, amul india जिसमें थोड़ा सा खर्चा आता है. हालांकि अमूल कंपनी के नियमों के अनुसार, अमूल कंपनी इस प्रकार के लोकल प्रोमशन में भी आपकी मदद करेगी.

 

 

 

 

 

 

फ्रेंचाइजी खोलने का बजट और लोन (Loan)

  • अमूल की फ्रेंचाइजी खोलने में आपका कितना खर्चा आएगा. amul india इसके बारे में आपको ऊपर अच्छे से जानकारी दे दी गई है. amul india जिसकी मदद से आप इस बात का सही अनुमान लगा सकते हैं कि अमूल फ्रेंचाइजी amul india खोलने में आपको कितना राशि की जरुरत पड़ेगी.
  • अगर आपके पास अमूल की फ्रेंचाइजी खोलने के amul india लिए पैसों की कमी आ रही है तो आप किसी भी बैंक से लोन ले सकते हैं. amul india बस लोन हासिल करने के लिए आपको कुछ सबूत और किसी भी तरह के जमीन के amul india कागजात बैंक में जमा करवाने पड़ेंगे.

कैसे करें अमूल फ्रेंचाइजी लेने के लिए आवेदन (How To Apply For Amul Franchise in hindi)

  • अमूल की फ्रेंचाइजी लेने के लिए आपको सबसे पहले इस कंपनी की ऑफिशियल वेबसाइटhttps://www.amul.com/ पर जाना होगा. amul milk आपको अमूल amul milk की इस साइट पर सबसे नीचे राइट साइड परअमूल पार्लर लिखा हुआ दिखेगा और आपको अमूल पार्लर पर क्लिक करना होगा.
  • अमूल पार्लर पर क्लिक करते ही amul milk एक नया पेज खुल जाएगा amul milk और उस पेज पर आपको अमूल के पार्लर खोलने से जुड़ी हर तरह की जानकारी पढ़ने को मिल जाएगी.
  • अमूल पार्लर पेज पर ही आपको तीसरे नंबर पर amul milk ‘ऑनलाइन फॉर्म फॉर अमूल पार्लर’ लिखा हुआ दिखेगा और amul milk आपको उस पर amul milk क्लिक करना होगा.
  • ऑनलाइन फॉर्म फॉर अमूल पार्लर amul milk पर क्लिक करने के बाद एक नया पेज amul milk खुल जाएगा और उस पेज में आपसे कुछ amul milk जानकारी भरने को कहा जाएगा.

 

 

 

 

 

 

  • जानकारी भरने के बाद आपको उसी पेज में सबसे नीचे सबमिट amul ice cream लिखा हुआ दिखेगा और आप उस पर क्लिक करे दें. amul ice cream क्लिक करने के साथ ही आपका अमूल पार्लर खोलने से जुड़ा ये फॉर्म सबमिट हो जाएगा.
  • फॉर्म सबमिट होने के कुछ महीनों बाद आपको amul ice cream अमूल कंपनी की और से फोन आ जाएगा. फोन में आपको आगे की प्रक्रिया के amul ice cream बारे में बताया जाएगा और आगे की प्रक्रिया को सही से करने के बाद आपको अमूल कंपनी की फ्रेंचाइजी प्राप्त हो जाएगी.

अमूल कंपनी भारत की सबसे पुरानी कंपनियों में से एक है, amul ice cream जिसे विश्व स्तर पर भी जाना जाता है amul ice cream और ऐसे में अमूल कंपनी के साथ जुड़ने में आपको केवल फायदा ही होगा. इस कंपनी के साथ काम करने से आपको डेयरी के व्यापार से जुड़ी कई जानकारी मिल सकेगी, जो कि आपके आगे के भविष्य के लिए लाभ दायक होगा.

How To Open Gas Station in India Apply Online

सीएनजी और एलपीजी गैस स्टेशन की फ्रेंचाइजी लेकर आप अच्छी खासी कमाई कर सकते हैं और एक व्यापारी बन सकते हैं. हमारे दूसरे आर्टिकल  से आप जान ही चुके है gas station कि फ्रेंचाइजी व उसके प्रकार क्या है. आपको गैस स्टेशन की फ्रेंचाइजी लेने के लिए सीएनजी और एलपीजी गैस बेचने वाली किसी एक कंपनी से संपर्क करना होगा और उनसे उनकी फ्रेंचाइजी को खरीदना होगा. फ्रेंचाइजी लेने के बाद आपको उस कंपनी के नियमों के हिसाब से अपने गैस स्टेशन का निर्माण करवाना होगा और निर्माण पूरा होने के बाद आप सीएनजी और एलपीजी की गैस बेचने का कार्य शुरू कर सकेंगे.

 

 

 

 

 

सीएनजी और एलपीजी गैस स्टेशन | CNG and LPG Gas Station

क्या होता है गैस स्टेशन (What Is Gas Station)

  • गैस स्टेशन उस जगह को कहा जाता है जिस जगह पर वाहनों में पेट्रोल, डीजल, गैस और इत्यादि चीजें भरी जाती हैं.
  • आपके पास अगर कोई वाहन है तो आपको अच्छे से पता ही होगा कि उस वाहन को चलाने के लिए जो उसमें फ्यूल डाला जाता है वो गैस स्टेशन पर जाकर भरवाया जाता है.

 

 

 

 

 

 

गैस स्टेशन का स्कोप (Scope Of Gas Station)

  • आजकल हर किसी के पास अपना वाहन हैं और आने वाले समय में वाहनों की संख्या और बढ़ने वाली है. इसलिए गैस स्टेशन की फ्रेंचाइजी लेने में किसी भी तरह का नुकसान नहीं हैं और गैस स्टेशन के व्यापार का स्कोप आनेवाले समय में और बढ़ने वाला है.
  • आप देश के किसी भी राज्य में गैस स्टेशन खोल सकते हैं क्योंकि हर राज्य में लोगों द्वारा वाहनों का इस्तेमाल किया जाता हैजिसका मतलब है कि गैस स्टेशन के जरिए बेचे जानेवाली कमोडिटी (एलपीजी, सीएनजी) की मांग देश के हर कोने में हैं. 
  • एलपीजी और सीएनजी गैस एक ऐसी कमोडिटी (commodity) है, जिसकी मांग कभी भी कम नहीं होती है और आनेवाले समय में इस कमोडिटी का मांग और बढ़ने वाली है. यानी गैस स्टेशन के व्यापार के साथ केवल लाभ ही जुड़ा हुआ है.How to Make Money Rozbuzz Wemedia & How to Create Account Step by Step पैसे कैसे कमाएं अकाउंट कैसे बनाये

 

 

 

 

 

 

एलपीजी गैस  स्टेशन की फ्रेंचाइजी लेने के लिए आवश्यक पात्रता मापदंड (Eligibility Criteria)

  • एलपीजी गैस स्टेशन लेने के लिए केवल वो ही लोग आवेदन कर सकते हैं, जिनकी आयु कम से कम 21 वर्ष और अधिकतम 55 वर्ष की हो.
  • एलपीजी गैस स्टेशन की फ्रेंचाइजी लेने के लिए अलग अलग कंपनी द्वारा, अलग अलग स्तर की योग्यता निर्धारित की गई हैं. जैसे कि एलपीजी गैस  स्टेशन की फ्रेंचाइजी देने वाली कुछ कंपनियां केवल ग्रेजुएट लोगों को ही फ्रेंचाइजी देती है, तो कुछ कंपनी 10 वीं पास या फिर 12 वीं पास व्यक्ति को भी एलपीजी गैस स्टेशन की फ्रेंचाइजी दे देती है.
  • भारत में एलपीजी गैस स्टेशन की फ्रेंचाइजी केवल यहां के नागरिकों को ही दी जाती है. यानी कोई भारतीय व्यक्ति ही एलपीजी गैस  स्टेशन की फ्रेंचाइजी लेने के लिए आवेदन कर सकता है.
  • जिन लोगों के पास खुद की जमीन, गैस स्टेशन खोलने के लिए होती है उन लोगों को प्राथमिकता दी जाती है. Business start of the cement brick manufacturing in Hindi सीमेंट ईंट

 

 

 

 

 

सीएनजी और एलपीजी गैस स्टेशन की फ्रेंचाइजी देने वाली कुछ भारतीय कंपनी के नाम (Top Fuel Retailing Companies)

भारत में ऐसी कई सारी कंपनियां हैं जो कि सीएनजी और एलपीजी गैस के क्षेत्र में कार्य करती हैं और अपनी कंपनी की डीलरशिप और फ्रेंचाइजी दिया करती हैं. इसलिए जो भी व्यक्ति गैस स्टेशन की फ्रेंचाइजी या डीलरशिप लेना चाहता है वो इन कंपनियों से संपर्क कर सकता है और अपना गैस स्टेशन खोल सकता है. How to Start Aloe Vera Farming & Kitni Hogi Kamai in Hindi एलो वेरा की खेती कैसे शुरू करें

 

 

 

 

 

 

संख्याकंपनी के नामकंपनी की वेबसाइट
1इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशनhttps://www.iocl.com/home.aspx
2ऑयल एंड नेचुरल गैस कॉरपोरेशनhttps://ongcindia.com/wps/wcm/connect/en/home/
3इंडो ब्राइट पेट्रोलियम प्राइवेट लिमिटेडhttps://www.ibpgas.in/packed-Opportunity.php
4हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (एचपीसीएल)https://hindustanpetroleum.com/hpcareers/default
5भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (बीपीसीएल)https://www.bharatpetroleum.com/bharat-petroleum-for/business-associates/dealers.aspx
6रिलायंस पेट्रोलियम लिमिटेडhttps://www.reliancepetroleum.com/
7गुजरात स्टेट पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (जीएसपीसी)https://www.gspcgroup.com/
8इंद्रप्रस्थ गैस लिमिटेड (आईजीएल)https://www.iglonline.net/english/Default.aspx
9महाराष्ट्र प्राकृतिक गैस लिमिटेड (एमएनजीएल)https://mngl.in/
10महानगर गैस लिमिटेड (एमजीएल)https://www.mahanagargas.com/
11गैस अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (गेल)https://www.gailonline.com/hindi/index.html
12इंडियन ऑटोगास कंपनी लिमिटेडhttps://www.smatgroup.com/

 

 

 

 

 

 

 कैसे करें अप्लाई (How To Apply For Franchise Of Gas Station)

  • ऊपर बताई गई कंपनियों द्वारा सीएनजी और एलपीजी गैस स्टेशन की फ्रेंचाइजी और डीलीरशिप देने से जुड़े हुए विज्ञापन समय समय पर अखबारों में दिए जाते हैं.
  • साथ ही आप समय समय पर इन कंपनियों की आधिकारिक वेबसाइट पर भी जाकर, फ्रेंचाइजी और डीलीरशिप से जुडी हुई जानकारी प्राप्त कर सकतें हैं. क्योंकि आजकल अखबारों के साथ साथ वेबसाइट पर भी कंपनियों द्वारा जानकारी अपलोड किए जाते हैं.
  • अगर कंपनी की ओर से सीएनजी और एलपीजी गैस स्टेशन की फ्रेंचाइजी देने से जुडी कोई जानकारी दी जाती है और उसमें आपके राज्य या शहर में एलपीजी गैस स्टेशन की फ्रेंचाइजी लेने के लिए आवेदन मांगते हैं, तो आप अप्लाई कर सकते हैं.
  • याद रहे कि आपके पास जिस राज्य में गैस स्टेशन खोलने के लिए जगह होगी, आप केवल उसी जगह पर एलपीजी गैस स्टेशन की फ्रेंचाइजी लेने के लिए आवेदन कर सकते हैं.

 

 

 

 

 

 

किस जगह पर खोल सकते हैं गैस स्टेशन (Suitable Land For This Business)

गैस स्टेशन का व्यापार शुरू करने में जगह एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है इसलिए गैस स्टेशन शुरू करने से जुड़ी जगह का चयन आपको सोच समझ कर करना होगा.

  • गैस स्टेशन केवल उसी जगह पर खोला जा सकता हैं, जो जगह किसी बड़े रोड के किनारे पर हो और उस रोड में कई मात्रा में गाड़ी आती जाती हों.
  • ज्यादातर उन्हीं लोगों को कंपनियों द्वारा गैस स्टेशन खोलने की फ्रेंचाइजी दी जाती है, जिनके पास अपनी जमीन होती हैं. इसलिए अगर आपके पास खुद की जमीन है तो आपको इन कंपनियों द्वारा प्राथमिकता दी जाएगी.
  • अगर आपके पास अपनी कोई जमीन है लेकिन उस जमीन को लेकर कोई विवाद चल रहा है तो आप उस जगह पर गैस स्टेशन नहीं खोल सकते हैं.
  • अगर आपकी जगह किराये कि है तो आपको इससे संबंधित दस्तावेज जमा करने होंगे. वहीं अगर आप जमीन खरीदते हैं तो आप ये सुनिशित कर लें, की वो जमीन गैस स्टेशन को खोलने से जुड़ी सभी शर्तें को पूरा करती हो, जैसे की जमीन का एरिया (लंबाई और चौड़ाई) और उसकी लोकेशन.
  • लाइट मोटर वाहन (एलएमवी) के गैस स्टेशन के लिए कम से कम 700 वर्ग मीटर जगह की जरूरत पड़ती है. इसके साथ ही उस जगह का फ्रंट (Front) कम से कम 25 मीटर होना चाहिए.
  • हैवी परिवहन वाहनों के गैस स्टेशन के लिए कम से कम 1500 वर्ग मीटर की जगह होनी चाहिए और उस जगह का फ्रंट 50 मीटर होना चाहिए.
  • वहीं कुछ कंपनियों द्वारा गैस स्टेशन खोलने के लिए कम से कम 1600 वर्ग मीटर की जगह और उसका फ्रंट एरिया 35 मीटर होने का नियम है. इसलिए आप जिस भी कंपनी का गैस स्टेशन खोलना चाहते हैं, उस कंपनी के नियमों को सही से पढ़ लें और अगर उस कंपनी के नियम के हिसाब से आपके पास गैस स्टेशन खोलने की जगह है तो आप अप्लाई कर दें.

 

 

 

 

 

 

निवेश (Investment)

  • हर सीएनजी और एलपीजी कंपनी द्वारा अलग अलग राशि उनकी फ्रेंचाइजी देने के लिए निर्धारित की गई है, इसलिए आपका निवेश इस बात पर निर्भर करता है कि आप किस गैस कंपनी की फ्रेंचाइजी ले रहे हैं.
  • हालांकि किसी भी कंपनी का गैस स्टेशन खोलने के लिए आपको कम से कम एक करोड़ रुपए का निवेश तो करना ही पड़ेगा. इस निवेश के अलावा कर्मचारियों की सैलरी, गैस स्टेशन खोलने से जुड़े लाइसेंस और प्रमोशन करने में भी आपका खर्चा आएगा.
  • इसलिए आप जब गैस स्टेशन खोलने से जुड़ा अपना प्लान तैयार करें तो उसमें एक करोड़ रुपए के निवेश के साथ अन्य तरह के कामों पर आने वाले खर्चें को भी शामिल कर लें.

 

 

 

 

 

गैस स्टेशन शुरू करने से जुड़े लाइसेंस (License And Permits)

  • किसी भी देश में गैस स्टेशन खोलने से पहले सरकार की अनुमति लेना जरूरी होता हैं और गैस स्टेशन खोलने के लिए लाइसेंस प्राप्त करना पड़ता है. इसलिए आप भी तभी गैस स्टेशन खोल सकते हैं जब आपके पास इसको खोलने से जुड़े हर प्रकार के लाइसेंस होंगे.
  • गैस स्टेशन खोलने से जुड़े लाइसेंस देने वाली ऑथॉर्टी में आपको गैस स्टेशन खोलने के लिए आवदेन देना होगा, जिसके बाद अगर आप लाइसेंस देने के लिए निर्धारित किए गए मानकों पर खरे उतरते हैं तो आपको लाइसेंस मिल जाएगा.
  • लाइसेंस लेने के साथ साथ आपको अपने राज्य के नगर निगम और अग्नि सुरक्षा कार्यालय से भी गैस स्टेशन खोलने की अनुमति यानी परमिशन लेनी होगी.

 

 

 

 

 

 

गैस स्टेशन का निर्माण करवाना (Gas Station Construction)

  • गैस स्टेशन से जुड़े हर प्रकार के लाइसेंस को प्राप्त करने के बाद आप गैस स्टेशन को बनवाने का निर्माण कार्य शुरू कर सकते हैं.
  • गैस स्टेशन की बिल्डिंग आपको उस कंपनी के हिसाब से बनानी होगी जिस कंपनी से आपने गैस स्टेशन की फ्रेंचाइजी ली होगी.
  • गैस स्टेशन बनवाने के लिए आप किसी बिल्डिंग बनाने वाली कंपनी या बिल्डर को हायर कर सकते हैं और उनको गैस स्टेशन बनाने का कॉन्ट्रेक दे सकते हैं.
  • गैस स्टेशन बनाने में कई तरह की सावधानी बरतनी पड़ती है और गैस को भरने के लिए टैंक और पाइप लाइन को जमीन में फिट करवाना पड़ती है और अगर इनके निर्माण में कोई कमी रहे जाती है तो इनसे गैस लीक हो सकती है. इसलिए आप किसी अच्छी कंपनी को ही गैस स्टेशन बनाने की जिम्मेदारी दें.

 

 

 

 

 

 

गैस स्टेशन खोलने से जुड़े सामान (Necessary Equipment For Developing A Gas Station)

गैस स्टेशन का निर्माण करने के बाद आपको गैस स्टेशन में कई तरह के उपकरणों को भी लगवाना होगा और आपको ये उपकरण फ्रेंचाइजी देने वाली कंपनी की ओर से भी दिया जा सकते हैं या फिर आप इन्हें खुद भी खरीद सकते हैं.

ईंधन डिस्पेंसर- ईंधन डिस्पेंसर मशीन की मदद से गाड़ियों में एलपीजी और सीएनजी गैस भरी जाती है और आप इस मशीन को इस लिंक पर https://www.indiamart.com/proddetail/petrol-pump-machine-15458779188.html जाकर खरीद सकते हैं. इस लिंक में जाकर आपको इस मशीन के दाम भी पता चल जाएंगे.

गैस स्टोरेज टैंक्स- गैस स्टोरेज टैंक्स में सीएनजी और एलपीजी गैस भरी जाती है और इस टैंक को गैस स्टेशन में अंडरग्राउंड फिट किया जाता है. कंपनी द्वारा जो आपको गैस दी जाती है वो इन टैंक में भरी जाती है और फिर इन टैंक से उस गैस को ईंधन डिस्पेंसर में डाला जाता है.  

 

 

 

 

 

 

कहां से खरीदें और दाम (Place and Price of gas tank)

गैस स्टोरेज टैंक्स को आप नीचे oil and gas business बताए गए लिंक पर oil and gas business जाकर खरीद सकते हैं और इसी लिंक पर आपको oil and gas business गैस स्टोरेज टैंक्स के दाम भी मिल जाएंगे.

https://dir.indiamart.com/impcat/liquefied-gas-storage-tank.html 

अग्निशामक- गैस स्टेशन में बेचे जाने वाली गैस आसानी से आग पकड़ लेती हैं. oil and gas business इसलिए गैस स्टेशन में oil and gas business अग्निशामक लगवाना बेहद जरूरी होता हैं. oil and gas business क्योंकि  अग्निशामक की मदद से आग पर काबू पाने में मदद मिलती हैं.

 

 

 

 

 

 

 अग्निशामक कहां से खरीदें  (Place to Buy Fire Extinguishers)

ऐसी कई कंपनी हैं जो कि अग्निशामक लगाने का कार्य oil and gas business करती हैं और आप चाहें तो इन कंपनियों से अपने गैस स्टेशन पर अग्निशामक लगवा सकते हैं. oil and gas business या फिर आप इस लिंक पर जाकर https://dir.indiamart.com/delhi/abc-fire-extinguisher.html इन्हें खरीद सकते हैं.

सीसीटीवी-  सीसीटीवी कैमरे की मदद से गैस स्टेशन पर आने वाले लोगों पर निगरानी रखी जाती हैं oil and gas business और पुलिस द्वारा भी हर गैस स्टेशन पर oil and gas business सीसीटीवी लगवाने के आदेश दिए गए हैं. इसलिए आपको अपने गैस स्टेशन पर कई सारे सीसीटीवी लगवाने होंगे.

 

 

 

 

 

 

 

कहा से खरीदें (Place to Buy CCTV)

सावधानी (Safety Measures)

  • गैस स्टेशन में आसानी से आग पकड़ने वाली चीजे मौजूद होती हैं इसलिए गैस स्टेशन की सुरक्षा को लेकर कई तरह की सावधानी बरतनी पड़ती हैं.
  • हल्की सी आग की चिंगारी के कारण भी गैस स्टेशन में आग लग सकती है. इसलिए गैस स्टेशन में अग्निशामक जरूर लगवाएं, ताकि अगर कभी किसी प्रकार की आग आपके गैस स्टेशन में लग जाए, तो आप अग्निशामक की मदद से उसपर काबू पा सकें.

 

 

 

 

 

 

  • गैस स्टेशन पर मैच बॉक्स, लाइटर्स और इत्यादि जैसी चीजों का gas agency business इस्तेमाल ना करने को लेकर एक पोस्ट या बोर्ड जरूर लगवा लें. gas agency business ताकि लोगों को बोर्ड देखकर पता चल सके, कि वो इन चीजों का इस्तेमाल गैस स्टेशन पर नहीं कर सकते हैं.
  • वाहन के टैंक में ईंधन भरने से पहले उस वाहन के इंजन को बंद करवा लें, gas agency business क्योंकि चलते इंजन में ईंधन भरने से आग लगने का खतरा बना रहता है.
  • गैस स्टेशन के पास किसी भी तरह का बिजली का बोर्ड या मीटर ना लगवाएं, gas agency business क्योंकि कई बार बिजली के बोर्ड या मीटर में स्पार्क हो जाता है और ऐसा होने से आग लग जाती है.
  • गैस स्टेशन पर लगे हुए बिजली के उपकरणों की gas agency business जांच समय समय इलेक्ट्रीशियन से करवाते रहें . ताकि अगर कोई बिजली का उपकरण खराब हो रहा हो, gas agency business तो आप उसे समय रहते सही करवा लें, gas agency business क्योंकि खराब उपकरण के कारण भी आग लगने का खतरा बना रहता है.

गैस स्टेशन का इनश्योरेंस (Insurance)

  • गैस स्टेशन का इश्योरेंस करवाना बेहद जरूरी होता है, gas agency business इसलिए आप भी अपने गैस स्टेशन का इश्योरेंस किसी अच्छी इनश्योरेंस करवाने वाली कंपनी से करवा लें.
  • अगर आपके गैस स्टेशन में आग लग जाती है gas agency business या फिर किसी अन्य चीज के कारण आपके गैस स्टेशन को कोई नुकसान होता है, gas agency business तो आपके गैस स्टेशन का इश्योरेंस होने से पैसे मिल जाएगा. जिससे की आप अपने नुकासान की भरपाई कर पाएंगे.

 

 

 

 

 

 

कहां से करवाएं इश्योरेंस

  • कई बैंक और इश्योरेंस कंपनियों द्वारा गैस स्टेशन का इनश्योरेंस किया जाता है gas station और नीचे आपको इन्हीं कंपनियों से जुड़े लिंक दे रखें हैं. gas station आप इन लिंक पर जाकर अपने हिसाब से किसी एक कंपनी का चयन इश्योरेंस करवाने के लिए कर सकते हैं.

करें अपने गैस स्टेशन की प्रमोशन (Marketing And Promotion)

लोगों को आपके गैस स्टेशन के बारे में पता चल सके, gas stationइसके लिए आपको प्रमोशन का सहारा लेना होगा और आप अपने गैस स्टेशन का प्रमोशन करने के gas station लिए कई तरह के प्रमोशन टूल की मदद ले सकते हैं जैसे-

  • वेबसाइट के जरिए- cng gas station near me आप अपने गैस स्टेशन की वेबसाइट बना सकते हैं gas station और इस वेबसाइट के जरिए आप लोगों को आपके गैस स्टेशन पर बिकने वाली गैस के बारे में जानकारी दे सकते हैं. वेबसाइट की मदद से आप ज्यादा से ज्यादा लोगों से आसानी से जुड़ सकेंगे.
  • गूगल मैप के जरिए – cng gas station near me इसके आलावा विज्ञापन के लिए गूगल मैप भी अच्छा ऑपशन है. cng gas station near me गूगल मैप पर आपके गैस स्टेशन की जानकारी होने से लोगों को आपके गैस स्टेशन के बारे में पता चल सकेगा. cng gas station near me क्योंकि आजकल ज्यादातर लोग गूगल मैप के जरिए अपने पास की चीजों को खूब सर्च करते हैं.
  • बैनर और पोस्टर- cng gas station near me आप बैनर और पोस्टर की मदद से भी अपने गैस स्टेशन की प्रमोशन कर सकते हैं और आप ये बैनर और पोस्टर किसी बैनर बनाने cng gas station near me वाली कंपनी से बनवा सकते हैं. cng gas station near me आप इन बैनर को सड़क किनारे लगा सकते हैं और लोगों को अपने गैस स्टेशन की जानकारी दे सकते हैं.
  • टी.वी के जरिए विज्ञापन देना- cng gas station near me आप किसी विज्ञापन बनाने वाली कंपनी से अपने गैस स्टेशन का विज्ञापन बना सकते हैं cng gas station near me और टी.वी पर अपनी कंपनी की एड दे सकते हैं.

 

 

 

 

 

 

इनके अलावा भी मार्केटिंग के बहुत से तरीके होते है, जिनका उपयोग कर आप अपने स्टेशन का प्रचार कर सकते है.

निष्कर्ष         

सीएनजी और एलपीजी गैस स्टेशन की फ्रेंचाइजी  सोच समझ कर किसी अच्छी कंपनी से ही लें और कोशिश करें की आप गैस स्टेशन शुरू करने से पहले इससे जुड़ा एक बिजनेस प्लान भी जरूर तैयार कर लें. ताकि आपको सीएनजी और एलपीजी गैस स्टेशन के बिजनेस से जुड़ी हर प्रकार की चीजों के बारे में पता चल सकें और आगे जाकर आपको किसी प्रकार की दिक्कत ना आए.

How to Start Aloe Vera Farming सारी जानकारी in Hindi

How to Start Aloe Vera Farming, एलोवेरा की बढ़ती मांग को देखते हुए इसका व्यवसाय करना काफ़ी लाभदायक सिद्ध हो सकता है. एलोवेरा का व्यापार आप दो तरह से कर सकते है, एक इसकी खेती करके और दूसरी इसके जूस या पावडर के लिए मशीन लगाकर. एलोवेरा का उपयोग हर्बल, कॉस्मेटिक उत्पाद, जूस और दवा कंपनियों इत्यादि में होता है, इसके उत्पादन में खर्च कम होने के साथ ही लाभ मार्जिन ज्यादा है. एलोवेरा अपने चमत्कारी गुण की वजह से दुनियाभर में बहुत लोकप्रिय है. इसमें विटामिन और खनिज भरपूर होते है, इसके साथ ही इसमें एंटीबायोटिक और एंटीफंगल जैसे गुण मौजूद होते है.   

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

Aloe Vera

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

एलोवरा का खेती के रूप में व्यवसाय और प्रमुख प्रजातियाँ (Aloe Vera Farming Business Plan )

एलोवेरा की कई प्रजातियां पाई जाती है जिसमे सबसे ज्यादा मशहुर है चैन्सिस, लित्तोराल्लिस, एलो अब्यस्सिनिका. भारत में इसकी मिलने वाली उच्च उत्पादक प्रजातियां है- आईईसी 111271, एएएल1, आईईसी 111269.        

इसकी खेती करना बहुत आसान है. एक हेक्टेयर भूमि पर 40 से 50 टन तक पैदावार हो सकती है. इसकी खेती के लिए वर्षा और नम क्षेत्र की आवश्यकता होती है. शुष्क क्षेत्र में भी इसकी खेती की जा सकती है. इसकी खेती के लिए थोड़ी ऊँची जमीन ज्यादा बेहतर है जिससे पानी का ठहराव न हो सके, अन्यथा पौधे को क्षति पहुँच सकती है. 1 हेक्टेयर भूमि पर इसकी खेती के लिए पहले खेत की जुताई करके उसमें 10 टन गोबर की खाद, 150 किलो ग्राम फास्फोरस, 33 किलोग्राम पोटाश और 120 किलोग्राम यूरिया मिलाकर छिडकाव कर, फिर दुबारा से खेत की जुताई के मिट्टी को पौधा रोपण के लिए तैयार कर लिया जाता है.

एलोवरा की खेती के लिए स्थान की आवश्यकता (Aloe Vera Farming Required Place)How to Make Up Tobacco Farming & Tobacco Manufacturing License तंबाकू की खेती कैसे करें तंबाकू विनिर्माण लाइसेंस

पौधा रोपण के लिए क्यारियों को बना कर एक पौधे से दूसरे पौधे के बीच 50 सेंटीमीटर की दूरी रखते हुए पौधों को रोपा जाता है. पौधों को लगाने का सबसे बेहतर समय फ़रवरी-मार्च और जून-जुलाई का महिना है, वैसे इसकी खेती साल भर भी हो सकती है. 1 हेक्टेयर भूमि में लगभग 10,000 तक पौधों को रोपा जा सकता है, पौधों को रोपने के बाद हल्के पानी से सिंचाई करें. एलोवेरा के पौधों को एक बार लगाकर इसकी फसल को तीन वर्ष तक काटा जा सकता है. पौधा लगने के बाद 8 से 10 महीने में यह कटाई के लिए तैयार हो जाता है. पहले वर्ष में उत्पादन लगभग 50 टन, दुसरे वर्ष में इसके उत्पादन में 15 से 20 प्रतिशत तक की वृद्धि हो जाती है.

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

Image result for aloe vera business plan in hindi

 

 

 

 

 

 

 

 

एलोवेरा की खेती के व्यवसाय में लगने वाली लागत (Aloe Vera Farming Cost)What is the Difference between CT Scan & MRI सीटी स्कैन and एमआरआई में क्या अंतर है

एलोवेरा के व्यावसाय में होने वाली सामग्रियों पर खर्च निम्नवत है- 

  • 27500 रुपये प्लांट का खर्च,
  • गोबर के खाद, केमिकल और पौधों की सिचाई में लगने वाला खर्च 8750 रूपये,
  • उत्पादों की पैकिजिंग और श्रम का खर्च 14,500 रूपये लग सकता है. 

एलोवेरा की खेती के व्यवसाय से लाभ (Aloe Vera Farming Business Profit)Apni English Grammar Mistake kaise thik kare आपनी अंग्रेजी ग्रामर मिस्टेक कइसे थिक करे

एलोवेरा की खेती के व्यावसाय में आप लगभग 60,000 रूपये तक का निवेश कर 5 से 6 लाख रूपये तक का मुनाफ़ा कमा सकते है. कम लागत में हैण्ड वाश सोप का बिज़नस भी शुरू कर सकते है.

एलोवेरा जैल या जूस के रूप में व्यावसाय (Aloe Vera Gel Business)Property Dealer kaise bane and Real Estate Business kaise kam karta hai प्रॉपर्टी डीलर कैसे बनें रियल एस्टेट कारोबार

कटाई के बाद इसके अंदर मौजूद गूदा को निकाल कर इसे मिक्सी से मिला लें और आवश्यकतानुसार पानी भी मिला लें, इससे आप एलोवेरा का जूस या जैल के रूप में भी अपना व्यावसाय शुरू कर सकते है. एलोवेरा के एक पौधे की पत्तीयों के बण्डल से लगभग 400 मिली लीटर तक गूदा निकल सकता है. अगर आप खुद से खेती करते हुए एलोवेरा जूस या जैल का व्यवसाय करते है, तो इससे आपकी आमदनी ज्यादा होगी, अन्यथा आप ऐसे स्थान पर व्यवसाय की शुरुआत करें जहाँ से आप आसानी से कच्चे माल को प्राप्त कर सके.

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एलोवेरा जैल या जूस व्यावसाय को करने के लिए स्थान की आवश्यकता (Aloe Vera Gel BusinessRequired Place 

इस व्यावसाय की शुरुआत जहाँ बिजली का कनेक्शन आसानी से उपलब्ध हो, जल की आपूर्ति हो साथ ही श्रम और परिवहन की उपलब्धता हो, वैसे स्थान पर इस व्यावसाय के लिए जूस या जैल बनाने वाली मशीनों को लगाया जा सकता है. पूरी तरह से इस व्यापार के सेटअप के लिए 1000 वर्ग फीट के कवर क्षेत्र की आवश्यकता पड़ सकती है. बिना ज्यादा स्थान के पेपर प्लेट बनाने का काम भी शुरू किया जा सकता है.

एलोवेरा जैल या जूस को निकालने वाले सयंत्र (Aloe Vera Gel Making Machine)

मूल रूप से दो तरह के सयंत्र इसके लिए बाजार में उपलब्ध है एक पूरी तरह से स्वचालित और दूसरी अर्ध स्वचालित. इसे आप ऑनलाइन माध्यम से https://www.indiamart.com/  वेबसाइट से खरीद सकते हैं.

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

एलोवेरा जैल या जूस के व्यावसाय के लिए लाइसेंस और क़ानूनी दस्तावेज़ (Aloe Vera Gel BusinessLicense)

लाइसेंस प्राप्ति की क़ानूनी प्रक्रिया व्यवसाय के स्थान पर निर्भर करती है, हर स्थान का अपना एक क़ानूनी नियम होता है, सामान्यतः कंपनी का रजिस्ट्रेशन और लाइसेंस राज्य के सरकारी प्राधिकरण द्वारा प्राप्त किया जाता है. अगर आप कॉस्मेटिक उत्पादों के लिए फैक्ट्री स्थापित करते है, तो आपको इसके लिए विशेष लाइसेंस प्राप्त करना होगा.

  • सबसे पहले प्रबंधन पैटर्न के अनुसार अर्थात आप किस तरह का व्यवसाय करने जा रहे है उसका रजिस्ट्रेशन करें.
  • एमएसएमई उद्योग आधार रजिस्ट्रेशन के लिए ऑनलाइन आवेदन करें. 
  • प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड एनओसी में आवेदन करें.  
  • इसके अलावा आपके पास पैन कार्ड के साथ वर्तमान बैंक अकाउंट भी होना चाहिए.                                 

एलोवेरा जैल या जूस के व्यवसाय में लगने वाली लागत (Aloe Vera Gel Business Cost)

एलोवेरा जूस के व्यवसाय के लिए सरकार 90 फीसदी तक का ऋण देती है साथ ही इस ऋण पर 3 साल तक कोई ब्याज नहीं लेती है. इसके अलावा इस पर 25 फीसदी तक सब्सिडी भी सरकार के द्वारा मुहैया कराई जाती है.

एलोवेरा जैल या जूस के व्यवसाय से लाभ (Aloe Vera Gel Business Profit)

एलोवेरा के जूस के लिए प्रोसेसिंग यूनिट लगाने में लगभग 6 से 7 लाख तक का निवेश करना पड़ सकता है, मशीन के माध्यम से आप 150 लीटर तक जूस निकाल सकते है, 1 लीटर जूस बनाने में 40 रूपये तक का खर्च आता है इस जूस को अगर आप बाजार में बेचे तो 150 रूपये तक इसका मूल्य मिल सकता है और इस निवेश को करने के बाद आप जूस बेचकर 20 लाख रुपये तक की कमाई कर सकते है

” एलोवेरा की खेती से किसान ने साल भर में कमाए करोड़ों रुपए… एलोवेरा (घृत कुमारी) की खेती मतलब कमाई पक्की। एलोवेरा के पौधों से किसान ने इतने कमाएं, पौधा यहां ले.. एलोवेरा की बिक्री के लिए संपर्क करें.. ” ऐसी ख़बरें अक्सर सोशल साइट्स और व्हॉट्सऐप ग्रुप पर वायरल होती रहती हैं। ऐसा नहीं है कि एलोवेरा से किसान कमाई नहीं कर रहे हैं लेकिन इस खेती के लिए कुछ जानकारियां होना जरूरी हैं, वर्ना फायदे की जगह नुकसान हो सकता है। सही भूमि का चयन, पानी और नमी वाली जगह ये बातें आपको एलोवेरा की खेती के दौरान ध्यान में रखनी होंगी। गांव कनेक्शन जब एलोवेरा से संबंधित कोई ख़बर प्रकाशित करता है सैकड़ों किसान फोन और मैसेज कर उस बारे में जानकारी मांगते हैं, क्योंकि लोगों तक सही जानकारी नहीं पहुंच पाती है। पिछले कुछ वर्षों में एलोवेरा के प्रोडक्ट की संख्या तेजी से बढ़ी है। कॉस्मेटिक, ब्यूटी प्रोडक्ट्स से लेकर खाने-पीने के हर्बल प्रोडक्ट और अब तो टेक्सटाइल इंडस्ट्री में इसकी मांग बढ़ी है। देेखिए एलोवेरा प्रोसेसिंग ट्रेनिंग का पूरा वीडियो ऊपर देखिए केंद्रीय औषधीय एवं सगंध पौधा संस्थान (सीमैप) में प्रमुख वैज्ञानिक सुदीप टंडन ने गांव कनेक्शन को बताया, एलोवेरा जिसे घृत कुमारी कहा जाता है इसके बहुत फायदे हैं। जिस तरह से एलोवेरा की मांग बढ़ती जा रही है ये किसानों के लिए बहुत फायदे का सौदा है।

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

इसकी खेती कर और इसके प्रोडक्ट बनाकर दोनों तरह से अच्छी कमाई की जा सकती है। लेकिन इसके लिए थोड़ी सवाधानियां बरतनी होंगी। किसानों को चाहिए कि वो कंपनियों से कंट्रैक्ट कर खेती करें और कोशिश करें की पत्तियों की जगह इसका पल्प बेंचे।’ बरसात और ठंड के मौसम में एलोवेरा के खेती में ज़्यादा पानी के आवश्यकता नहीं होती। अगर मौसम गर्मी का है तो पंद्रह दिन में एक बार पानी जरूर दें। एलोवेरा की 1 एकड़ खेती से आसानी से 5 से 7 लाख रुपए कमाए जा सकते हैं। अभी बाबा रामदेव की पतंजलि सहित कई कंपनियां एलोवेरा खरीद रही हैं। एलोवेरा पर अभी तक किसी ख़ास रोग का प्रभाव सामने नहीं आया है। एलोवेरा का पौधा। ये भी पढ़ें- सतावर , एलोवेरा , तुलसी और मेंथा खरीदने वाली कम्पनियों और कारोबारियों के नाम और नंबर सुदीप टंडन ने न सिर्फ इसकी पूरी प्रक्रिया गांव कनेक्शन के साथ साझा की बल्कि ऐसे किसानों से भी मिलवाया जो इसकी खेती कर मुनाफा कमा रहे हैं। करीब 25 वर्षों से गुजरात के राजकोट में एलोवेरा और दूसरी औषधीय फसलों की खेती कर रहे हरसुख भाई पटेल (60 वर्ष ) बताते हैं, ” एलोवेरा की एक एकड़ खेती से आसानी से 5- 7 लाख रुपए कमाए जा सकते हैं। वर्ष 2002 में गुजरात में इसकी बड़े पैमाने पर खेती हुई लेकिन खरीदार नहीं मिले। इसके बाद मैंने रिलायंस कंपनी से करार किया। ” एलोवेरा को वैज्ञानिक करिश्माई पौधा बताते हैं। पिछले कुछ वर्षों में इसकी डिमांड तेजी से बढ़ी है। गूगल के सर्च में एलोवेरा का बाजार भाव, एलोवेरा की कीमत, घृतकुमारी के फायदे जैसे शब्द लगातार ट्रेंड करते रहते हैं। यह भी पढ़ें : सूट-बूट पहनकर टाई लगाकर खेती करता है ये किसान इंजीनियरिंग के बाद कई वर्षों तक आईटी क्षेत्र की बड़ी कंपनी में काम कर चुकीं बेंगलुरु की रहने वाली आंचल जिंदल ने गांव कनेकशन से बात करते हुए बताया ऐलोवेरा जादुई पौधा है। इसके कारोबार में बहुत संभावनाएं हैं, क्योंकि आजकल हर चीज़ में इसका उपयोग हो रहा है। अब मैं यूपी के बरेली में शिफ्ट हो गई हूं, मैंने एलोवेरा का मार्केट भी सर्च किया है और कोशिश कर रही हूं कि एलोवेरा का उद्योग लगाऊं। ” जिसमें पल्प और जूस निकाला जाएगा। सीमैप में एलोवेरा की तैयार होती पौध। फोटो- शुभम कौल आंचल की तरह ही महाराष्ट्र के विदर्भ के रहने वाले आदर्श पाल अंतरिक्ष विज्ञान में पढ़ाई कर चुके हैं लेकिन आजकल वो खेती में फायदे का सौदा देख रहे हैं। वो बताते हैं, पैर जमीन पर होने चाहिए, मेरे पास खेती नहीं है इसलिए किसानों के साथ कांट्रैक्ट फार्मिंग (समझौता पर खेत लेकर खेती) करता हूं। पंतजलि के प्रोडक्ट की लोकप्रियता के बाद संभावनाएं अब और बढ़ गई हैं। यह भी पढ़ें : उत्तर प्रदेश में पहली बार की गई ड्रैगेन फ्रूट की खेती, 120-200 रुपये में बिकता है एक फल सीमैप में दी जाती है ट्रेनिंग अगर आप एलोवेरा की प्रोसेसिंग यूनिट लगाना चाहते हैं तो केंद्रीय औषधीय एवं सगंध पौधा संस्थान (सीमैप) कुछ-कुछ महीनों पर ट्रेनिंग करता है। इसका रजिस्ट्रेशन ऑनलाइन होता है और निर्धारित फीस के बाद ये ट्रेनिंग ली जा सकती है। (ऊपर वीडियो देखिए) इंजीनियरिंग और एमबीए करने वाला युवा नौकरी की बजाए कर रहे खेती, लगा रहे यूनिट ग्रेटर नोएडा में गलगोटिया इंजीनियरिंग कॉलेज के प्रोफेसर मदन कुमार शर्मा (35 वर्ष) ने पतंजलि से करार कर 4 एकड़ खेत में अपने गांव में (अलीगढ़ जिला) एलोवरा का प्लांटेशन कराया है।

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

वो अब प्रोसेसिंग यूनिट लगाना चाहते हैं। मदन बताते हैं, अभी तक मेरे घर में धान, गेहूं, आलू की फसलें उगाई जाती थीं, मुझे लगा कुछ नया और ज्यादा मुनाफे वाला करना चाहिए तो राजस्थान से पौध मंगाकर मैंने ये एलोवेरा की खेती शुरू की। यह भी पढ़ें : इन उपायों को अपनाकर किसान कम कर सकते हैं खेती की लागत ऐसी ही एक युवा आंचल के पास खेत तो नहीं है लेकिन वो इंडस्ट्री लगाना चाहती हैं, देश में अब लोगों का रुझान खेती की तरफ बढ़ रहा है, प्रधानमंत्री भी खेती पर जोर दे रहे हैं, अब हमें भी इस पर कुछ करना चाहिए।” वो कहती हैं। एलोवेरा का बाजार भाव और कीमत सीधे मांग पर निर्भर करती है। लेकिन जानकार किसी कंपनी से एग्रीमेंट के बाद ही खेती करने की सलाह देते हैं। एलोवेरा की खेती की बड़ी बातें हेल्थकेयर, कॉस्मेटिक और टेक्सटाइल में भी एलोवेरा का इस्तेमाल हर्बल दवा बनाने वाली कंपनियों में होता है सबसे ज्यादा इस्तेमाल कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग कर खेती करना किसानों के लिए फायदेमंद पतंजलि, डाबर, बैद्यनाथ, रिलायंस कई बड़ी कंपनियां हैं बड़ी ग्राहक किसानों से सीधे भी पल्प और पत्तियां खरीदती हैं कंपनियां पल्प निकालने या सीधे प्रोडक्ट बनाने की लगा सकते हैं प्रोसेसिंग यूनिट पल्प निकालकर बेचने पर 4 से 5 गुना ज्यादा मुनाफा होता है देश के कई राज्यों में हो रही है एलोवेरा की खेती एलोवेरा की प्रोसेसिंग यूनिट लगाने के लिए सीमैप में दी जाती है ट्रेनिंग अपने जिले में FCCI से लाइसेंस लेकर शुरु कर सकते हैं अपना रोजगार सीएसआईआर-केंद्रीय औषधीय एवं सगंध पौधा संस्थान भी देता है ट्रेनिंग एक एकड़ में करीब 16 हजार पौधे लगते हैं। (जानकारों के मुताबिक) एलोवेरा के जूस की मांग बढ़ने से घृत कुमारी का जूस निकालने की छोटी मशीनें डिमांड में हैं।

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