Castor Oil Benefit Effects and Side Effects,  एरंड नाम के पौधे के फलों से निकाले गए बीजों से बनाया जाने वाला औषधीय तेल है। अरंडी का तेल शरीर के बाहरी रोगों के साथ शरीर के आंतरिक रोगो से भी राहत दिलाता है। आयुर्वेदिक औषधीय प्रणाली के तौर पर अरंडी के तेल का प्रयोग सदियों से किया जा रहा है। इसके अलावा अरंडी के तेल का प्रयोग साबुन, हाइड्रोलिक और ब्रेक तरल पदार्थ, पेंट, रंजक, कोटिंग्स, स्याही, ठंड प्रतिरोधी प्लास्टिक, मोम और पॉलिश, नायलॉन, फार्मास्यूटिकल्स और इत्र बनाने में किया जाता है। आज के इस लेख में हम आपको अरंडी के तेल (castor oil) के फायदे (benefits of castor oil), प्रयोग  विधि (How to use castor oil), किस्में(Different types of castor oil) और संभव नुक्सान (Side effects of castor oil) से अवगत कराएंगे।

 

 

 

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मुख्य बिंदु

  • अरंडी के तेल के फायदें
  • अरंडी के तेल का प्रयोग कैसे किया जाना चाहिए ?
  • अरंडी के तेल के विभिन्न प्रकार
  • अरंडी के तेल से होने वाले कुछ नुक्सान

 

अरंडी के तेल के फायदें (Benefits of Castor Oil in Hindi)

  1. अरंडी के तेल में एंटीइंफ्लेमेट्री, एंटीऑक्सीडेंट, एंटीबैक्टीरियल और एंटीफंगल तत्त्व पाए जाते हैं।
  2. अरंडी का तेल कई प्राकृतिक औषधीय गुणों का खजाना होता है जिस कारण यह बालों के झड़ने की समस्या को भी खत्म करता है।
  3. अरंडी के तेल का प्रयोग छोटे बच्चों की मालिश करने के लिए प्रयोग करने से उनकी हड्डियां मजबूज होती हैं।
  4. यदि आंखों में कीड़ा चला गया है तो इसकी दो बूंद आंखों में डालने पर आंखों से पानी आना शुरू हो जाएगा जिससे आंखें पूरी तरह से साफ हो जाएंगी।
  5. मांसपेशियों और जोड़ों में होने वाली सूजन और दर्द की समस्या से राहत पाने के लिए अरंडी के तेल की मालिश करनी चाहिए।
  6. अरंडी का तेल हमारे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है। जिससे किसी भी तरह के संक्रमण को जल्दी ठीक किया जा सकता है।
  7. अरंडी के तेल (Castor Oil) में एंट-एजिंग, एंटी-इंफ्लेमेटरी, व एंटी-बैक्टीरियल गुणों की भरमार होती है। जिससे हमारी त्वचा मुलायम भी बनती है साथ ही उसमें निखार भी आता है।
  8. अरंडी के तेल से मसाज करने पर शरीर का रक्त प्रवाह भी सही होता है।

 

अरंडी के तेल का प्रयोग कैसे किया जाना चाहिए ? (How To Use Castor Oil in Hindi)

अरंडी के तेल का प्रयोग दूसरी औषधियों को मिलाकर या फिर अकेले किया जाता है। इसको कैसे प्रयोग किया जाना चाहिए हम निम्म तरीकों से आपको जानकारी देंगे।

बालों को मुलायम और लंबा बनाने के लिए नारियल तेल, जैतून के तेल और आर्गन ऑयल में अरंडी के तेल की कुछ बूंदें मिलाकर सर की मसाज करने से फायदा मिलता है।

अरंडी के तेल से 5 से 10 मिनट तक मालिश करने से तनाव से भी छुटकारा पाया जा सकता है। साथ ही दिमाग की नसों में रक्त का संचार सही से होने लगता है।

नारंगी के जूस में अरंडी के तेल का कुछ हिस्सा मिलाकर इसके मिश्रण का उसी वक्त सेवन करें। तेल को पूरी तरह घुलने न दें। इससे कब्ज की समस्या से राहत मिलती है। क्योंकि इसमें मौजूद फाइबर कब्ज की समस्या से राहत दिलाता है। नारंगी के जूस की जगह दूध का सेवन भी किया जा सकता है।

 

 

 

 

 

 

 

 

 

अरंडी के तेल के विभिन्न प्रकार

हाइड्रोजनेटेड कैस्टर ऑयल – हाइड्रोजनेटेड कैस्टर ऑयल में निकेल (Nickel) नाम का रासायनिक तत्व मिलाया जाता है। जिसका दूसरा नाम कैस्टर वैक्स भी है। अरंडी के तेल के अन्य प्रकारों की तुलना में यह गंधहीन होता है साथ ही पानी में भी नहीं घुलता है। हाइड्रोजनेटेड कैस्टर ऑयल का इस्तेमाल कॉस्मेटिकस में किया जाता है।

ऑर्गेनिक कोल्ड-प्रेस्ड कैस्टर ऑयल –  इसे सीधा अरंडी के बीजों से निकाला जाता है और इसे बनाने के लिए किसी भी तरीके से हीट का प्रयोग करना वर्जित होता है। क्योंकि तेल निकालने के दौरान यदि हीट दी जाए तो बीज में मौजूदा सभी जरूरी तत्व समाप्त हो जाते हैं। इसके अलावा जब भी आप इसे खरीदने जाएं तो खरीदते समय ध्यान रखें कि इस ऑलय का रंग पीला होना चाहिए।

जमैकन ब्लैक कैस्टर ऑयल – जमैकन ब्लैक कैस्टर ऑयल को तैयार करने के लिए अरंडी के बीजों को पहले भून लिया जाता है फिर इन्हें दबाकर तेल निकाला जाता है। बीजों को भूनने से निकली राख को भी तेल में मिला दिया जाता है, इस प्रक्रिया के कारण यह तेल काले रंग का नजर आता है। इसमें भी कोल्ड-प्रेस्ड कैस्टर ऑयल की तरह सभी पौष्टिक गुण मौजूद होते हैं, लेकिन खारापन काफी होता है।

 

अरंडी के तेल से होने वाले कुछ नुक्सान

अरंडी के तेल का अधिक मात्रा में इस्तेमाल करने से पेट की मसल्स के कमजोर होने का खतरा रहता है।

कुछ लोगों को अरंडी के तेल से एलर्जी भी हो सकती है, इसलिए यदि आपको किसी तरह की एलर्जी की समस्या है तो इसके इस्तेमाल से  पहले  डॉक्टर की सलाह अवश्य लें।

अरंडी के तेल का अधिक मात्रा में सेवन करने से दस्त या डायरिया होने की संभावना रहती है।

 

 

 

 

 

 

 

हमें उम्मीद है की आपको हमारा यह लेख काफी पसंद आया होगा और आपको आपके प्रश्न अरंडी के तेल के फायदे बताएं (benefits of castor oil), प्रयोग  विधि (How to use castor oil), किस्में(Different types of Castor Oil Benefit Effects and Side Effects oil) और संभव नुक्सान (Side effects of castor oil) का उत्तर मिल गया होगा और उसके साथ ही अन्य रोचक जानकारियां भी पसंद आयी होंगी अगर आप इस सम्बन्ध में कोई और जानकारी चाहते हैं तो नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स में अपना कमेंट लिख के सब्मिट करें और हम जल्द ही आपके सवाल का जवाब देंगे और अगर आपको हमारा ये लेख पसंद आया तो लाईक करें और शेयर करें।

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