मार्टिन कूपर , बायने मार्टी कूपर , (जन्म 26 दिसंबर, 1928, शिकागो , इलिनोइस , यूएस), अमेरिकी इंजीनियर जिन्होंने 1972-73 में टीम का नेतृत्व किया थामोबाइल सेल फोन और पहला सेल फोन कॉल किया। उन्हें व्यापक रूप से सेलुलर फोन के पिता के रूप phone number founder में माना जाता है कूपर ने शिकागो में इलिनोइस इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (IIT) से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग (1950) में स्नातक की डिग्री प्राप्त की । martin cooper वह अमेरिकी नौसेना में शामिल हो गए और कोरियाई युद्ध के दौरान सेवा की । युद्ध के बाद, वह टेलेटाइप कॉर्पोरेशन में शामिल हो गए, और 1954 में उन्होंने काम करना शुरू कियामोटोरोला । उन्होंने IIT (1957) से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में स्नातकोत्तर की उपाधि प्राप्त की। मोटोरोला में, कूपर ने वायरलेस संचार से जुड़ी कई परियोजनाओं पर काम किया , जैसे पहला रेडियो-नियंत्रित ट्रैफ़िक-लाइट सिस्टम, जिसे उन्होंने 1960 में पेटेंट कराया, और पहला हैंडहेल्ड पुलिस रेडियो, जिसे 1967 में पेश किया गया था। उन्होंने बाद में एक उपाध्यक्ष के रूप में काम किया। और कंपनी के लिए अनुसंधान और विकास (1978-83) के निदेशक।What is Ielts Paper & How Can I Improve My Score क्या है इलेट्स पेपर and मैं अपना स्कोर कैसे सुधार सकता हूं(Opens in a new browser tab)

 

 

 

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द्वारा मोबाइल टेलीफोन पेश किए गए थे अमेरिकी टेलीफोन और टेलीग्राफ कंपनी (एटी एंड टी) 1946 में। हालांकि, किसी दिए गए क्षेत्र में केवल 11 या 12 चैनल उपलब्ध थे, इसलिए उपयोगकर्ताओं को अक्सर सिस्टम का उपयोग करने के लिए इंतजार करना पड़ता था। पहले मोबाइल फोन की एक और कमजोरी यह थी कि उन्हें चलाने के लिए बड़ी मात्रा में बिजली की आपूर्ति केवल कार बैटरी द्वारा की जा सकती थी । इस प्रकार, वास्तव में पोर्टेबल फोन नहीं थे, लेकिन केवल कार फोन थे।Thomas Edison Kon Hai(Opens in a new browser tab)

 

1947 में एटी एंड टी बेल लेबोरेटरीज के इंजीनियर डब्लू। राय। यंग और डगलस एच। रिंग ने दिखाया कि बड़े क्षेत्र को कई छोटी कोशिकाओं में तोड़कर अधिक मोबाइल उपयोगकर्ता जोड़े जा सकते हैं, लेकिन तब जरूरत से ज्यादा फ्रीक्वेंसी कवरेज की जरूरत थी। हालांकि, 1968 में यूएस फेडरल कम्युनिकेशंस कमिशन (FCC) ने एटी एंड टी से UHF (अल्ट्राहिग फ्रिक्वेंसी) टेलिविज़न बैंड के थोड़े-थोड़े हिस्से को काम में लेने की योजना के लिए कहा । एटी एंड टी ने अपनी कार-फोन सेवा का विस्तार करने के लिए एक सेलुलर वास्तुकला का प्रस्ताव रखा।

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मोटोरोला नहीं चाहता था कि AT & T का सेल फोन पर एकाधिकार हो और उसे अपने मोबाइल कारोबार के खत्म होने की आशंका हो। सेल फोन विकसित करने के लिए तत्काल परियोजना के प्रभारी कूपर को रखा गया था। उसने सोचा कि सेल फोन को कार तक जंजीर नहीं बनाया जाना चाहिए बल्कि पोर्टेबल होना चाहिए। परिणाम,डायनाटैक (डायनेमिक एडेप्टिव टोटल एरिया कवरेज) फोन, 23 सेमी (9 इंच) लंबा और वजन 1.1 किलोग्राम (2.5 इंच) था। इसकी बैटरी नीचे गिरने से पहले 35 मिनट की बात की अनुमति दी।

 

3 अप्रैल, 1973 को कूपर ने न्यूयॉर्क शहर में एक संवाददाता सम्मेलन में DynaTAC फोन पेश किया । यह सुनिश्चित करने के लिए कि यह प्रेस कॉन्फ्रेंस से पहले काम करता है, उसने पहले सार्वजनिक सेल फोन कॉल को इंजीनियर जोएल एंगेल, एटी एंड टी के प्रतिद्वंद्वी परियोजना के प्रमुख के पास रखा, और कहा कि वह पोर्टेबल सेलुलर फोन से कॉल कर रहा है।

 

 

 

 

 

 

1983 में, आगे के विकास के वर्षों के बाद, मोटोरोला ने उपभोक्ताओं के लिए पहला पोर्टेबल सेल फोन, DynaTAC 8000x पेश किया। $ 3,995 की कीमत के बावजूद, फोन एक सफलता थी। उसी वर्ष, कूपर ने मोटोरोला को छोड़ दिया और सेलुलर बिजनेस सिस्टम्स, इंक। (CBSI) की स्थापना की, जो बिलिंग सेलुलर फोन सेवाओं में अग्रणी कंपनी बन गई। 1986 में उन्होंने और उनके सहयोगियों ने CBSI को सिनसिनाटी बेल को $ 23 मिलियन में बेच दिया, और उन्होंने और उनकी पत्नी, अर्लेन हैरिस ने Dyna, LLC की स्थापना की। डायना ने एक केंद्रीय संगठन के रूप में सेवा की, जहां से उन्होंने अन्य कंपनियों को लॉन्च किया, जैसे कि ArrayComm (1996), जिसने वायरलेस सिस्टम के लिए सॉफ्टवेयर विकसित किया , और GreatCall (2006), जिसने जिटरबग के लिए वायरलेस सेवा प्रदान की, जो साधारण सुविधाओं के लिए एक सेल फोन था। बुजुर्ग। कूपर ने चार्ल्स स्टार्क ड्रेपर पुरस्कार प्राप्त किया 2013 में नेशनल एकेडमी ऑफ इंजीनियरिंग से।

 

 

 

 

 

 

दोस्तों, पूरा विश्व आज एक परिवार का रूप ग्रहण कर चुका है और हालत यहां तक पहुंच गयी है कि कोई भी व्यक्ति विश्व के किसी भी हिस्से में स्थित दूसरे आदमी से पलभर में संपर्क कर सकता है। यह सब मुमकिन हुआ है मात्र एक उपकरण के आविष्कार के कारण और वो है ‘मोबाइल फोन’। कृषि क्रांति, औद्योगिक क्रांति से सूचना क्रांति के इस उपकरण ने मानव जीवन पर गहरा असर डाला है। लेकिन क्या आपको मालूम है पूरे विश्व को समीप ला देने वाले इस Mobile ka aviskar kisne kiya ? तो हम बता दे कि सर्वप्रथम इसको 3 अप्रैल 1973 को अमेरिकी इंजीनियर मार्टिन कूपर (Martin Cooper ) ने बनाया था।

यह पहला मोबाइल बहुराष्ट्रीय दूरसंचार कम्पनी ‘Motorola’ का था। 1970 में वे इसी कंपनी में एक इंजीनियर के रूप में पदभार संभाल बेतार संचार-व्यवस्था (wireless communication) के उपकरणों को बनाने का प्रयास करने लगे, जिसके फलस्वरूप दुनिया के पहले मोबाइल फोन का आविष्कार हो सका।

 

 

 

 

 

 

विश्व के पहले मोबाइल फोन की कुछ विशेषताएं :

  1. मार्टिन कूपर द्वारा बनाये गए पहले मोबाइल फोन का वजन लगभग 2 Kg  था!
  2. एक बार चार्ज होने के बाद उस मोबाइल से 30 मिनट तक बाते कि जा सकती थी लेकिन उसे दोबारा चार्ज करने में 10 घंटे का समय लगता था!
  3. उस समय उसकी कीमत लगभग 2700 अमेरिकी डॉलर (2 लाख रूपए) थी।
  4. 1973 में उसे 0G (Zero Generation) मोबाइल फोन कहा जाता था।
  5. पहले मोबाइल फोन के आविष्कार के 10 साल बाद वर्ष 1983 में मोटोरोला ने आम लोगों के लिए पहली बार मोबाइल बाजार में लाया जिसका नाम था – Motorola DynaTAC 8000X .  एक बार चार्ज होने के बाद इससे 30 मिनट तक बाते हो सकती थी। इसमें 30 मोबाइल नंबर भी save किया जा सकता था और उस समय उसका मूल्य 3995 अमेरिकी डॉलर ( 295669) रखा गया था।

India में मोबाइल फोन कब आया? 

 

 

 

 

 

 

भारत में मोबाइल फोन का आगमन दुनिया के पहले  मोबाइल (DynaTAC 8000X)  बनने के 12 साल बाद 31 जुलाई, 1995 को हुआ। मतलब आज से 23 वर्ष पहले। दूरसंचार सेवाओं के विस्तार के लिए भारत में 20 फरवरी, 1997 में ट्राई (Telecom Regulatory Authority of India) की स्थापना की गयी।

भारत में मोबाइल सेवा प्रारम्भ करने का प्रयास वर्ष 1994 के मध्य से ही भारत के  उद्यमी भूपेन्द्र कुमार मोदी द्वारा किया जाने लगा था। उन्हीं की कंपनी ‘Modi Telstra’ ने देश में पहली बार मोबाइल सेवा का प्रारम्भ किया तथा पहला मोबाइल काॅल इसी कंपनी के नेटवर्क (जिसे मोबाइल नेट  कहा जाता था) पर कोलकता से दिल्ली किया गया था। इसी कंपनी को आगे चलकर ‘Spice Mobiles’ के नाम से जाना गया।

वर्तमान में भारत तथा विश्व में कितने मोबाइल फोन यूजर्स है?

पिछले  वर्ष (2018) के आंकड़ों के अनुसार वर्तमान में भारत में लगभग 1 अरब 5 करोड़ मोबाइल फोन यूजर्स हैं, जिसमें से लगभग 38 करोड़ 69 लाख 34 हजार स्मार्टफोन यूजर्स हैं।

 

 

 

 

 

वर्ष 2014 के बाद भारत में मोबाइल प्रयोग करने वाले लोगों की संख्या काफी तेजी से बढ़ी है। इस वर्ष (2018) तक भारत विश्व का दूसरा सबसे ज्यादा मोबाइल प्रयोग करने वाला तथा उत्पादन करने वाला देश बन गया है। वर्ष 2014 में 30 लाख मोबाइल फोन भारत में बनाये गए, जो वर्ष 2017 में बढ़कर 1.1 करोड़ तक पहुंच गया। वर्तमान में चीन मोबाइल प्रयोग तथा उत्पादन करने वाला दुनिया का सबसे बड़ा देश है।

पूरे विश्व तथा अन्य देशों में मोबाइल फोन यूजर्स की संख्या :

S. No. देश यूजर्स की संख्या
1. दुनिया में 457 करोड़
2. चीन 115 करोड़
3. अमेरिका 27 करोड़
4. ब्राजील 13.92 करोड़
5. रूस 10.43 करोड़
6. इंडोनेशिया 17.4 करोड़

ये सारे आंकड़े वर्ष 2018 के हैं। Source : Statista

 

 

 

 

मोबाइल के रोचक एवं महत्वपूर्ण तथ्य (Facts of Mobile Phones)

  1. दोस्तों, आपने Nokia 1100 मोबाइल कभी न कभी तो खरीदा ही होगा लेकिन क्या आपको मालूम है, यह अभी तक के इतिहास में सबसे ज्यादा बिकने वाला मोबाइल फोन तथा electrical gadgets है। पूरी दुनिया में इसके 25 करोड़ से ज्यादा सेट बिके थे और वो भी मात्र 5 वार्षों में!
  2. वर्ष 1983 में जो पहला मोबाइल आम लोगों के लिए अमेरिकी बाजार में लाया गया था उस समय उसकी कीमत $4000 थी। मतलब आज के हिसाब से 296440 रूपए!
  3. वर्ष 2012 में Apple कंपनी ने हर दिन 3,40,000 से ज्यादा iPhones बेचे थे, जिसका अर्थ हुआ हर सेकेंड 4 iPhone बिक रहे थे! और एक वर्ष में 12 करोड़ 41 लाख से ज्यादा।
  4. 2010 में अमेरिकी शोधकर्ताओं ने पाया था कि मोबाइल फोन पर हमारे घर के शौचालय के फ्लश हैंडल से 18 गुना अधिक कीटाणु होते हैं तथा उसकी सीट से मोबाइल 10 गुना अधिक गंदा होता है!
  5. एक ऑनलाइन सर्वेक्षण कंपनी  ‘App Annie’  के अनुसार भारत में हर रोज लोग 3 घंटे स्मार्टफोन पर बिताते हैं तथा स्मार्टफोन पर सबसे ज्यादा प्रयोग किये जाने वाले 5 प्रमुख एप – Whatsapp, Facebook, Facebook Messenger, Truecaller और SHAREit – हैं।
  6. विश्व का पहला मोबाइल कॉल आज से 45 साल पहले (1973) स्वयं मोबाइल फोन के आविष्कारक मार्टिन कूपर द्वारा अमेरिका के न्यूयॉर्क शहर से न्यू जर्सी में स्थित Bell Labs के  मुख्यालय में किया गया था।
  7. जापान में लगभग 90% से 95% तक मोबाइल फोन वाटरप्रूफ होते है। इसका मुख्य कारण है जापानी लोगों की आदत विशेषकर महिलाओं कि। जापानी महिलाएं अपने मोबाइल से इतनी जुड़ी हुई होती है कि शावर लेते समय भी वे अपना फोन अपने आस-पास ही रखती है। उनकी इसी आदत को देखते हुए जापान में हर मोबाइल manufacturing कंपनी को वाटरप्रूफ मोबाइल फोन तैयार करने होते हैं।
  8. विश्व के पहले स्मार्टफोन को आज से 23 साल पहले वर्ष 1995 में आईबीएम तथा बेल साउथ सेलुलर कंपनी द्वारा संयुक्त रूप से बनाया गया था। उसका नाम – सिमोन (Simon) रखा गया था और इसे पहली बार अमेरिके के Wireless World Conference में प्रदर्शित किया गया । यह पूरी तरह एक टच स्क्रीन फोन था, जिसकी कीमत उस समय $899 रखी गई थी। उससे आप फोन के अलावा ई-मेल तथा फैक्स कर सकते थे। उसमे नोट, कैलेंडर, कंटैक्ट बुक आदि की भी सुविधाएं थी।
  9. uSwitch वेबसाइट के मुताबिक ब्रिटेन में हर साल लोग लगभग 1 लाख मोबाइल टॉयलेट  में और 23,000 मोबाइल फोन बाथ टब में गिरा देते हैं!
  10. मोबाइल फोन के आदि हो जाने वाले लोगों को एक बीमारी होती है जिसे ‘नोमोफोबिया‘ (Nomophobia) के नाम से जाना जाता है। इस बीमारी में लोगों को बाहर जाते समय घर में फोन छूटने का डर, फोन आस-पास न होने पर बेचैनी, फोन खोने का डर आदि समस्याएं होती हैं। दुनिया भर में लगभग 2 अरब लोग इस बीमारी व फोबिया से पीड़ित हैं।
  11. पूरी दुनिया में मोबाइल से भेजे जाने वाले 90% martin cooper टेक्स्ट मैसेज मात्र 3 मिनट के अंदर पढ़ लिये जाते हैं।
  12. आप हर महीने कितना मोबाइल बिल भरते martin cooper है? ₹1000 या ₹2000… लेकिन क्या आपको पता है martin cooper दुनिया में अभी martin cooper तक का सबसे अधिक मोबाइल बिल ₹1,06,65,060 है। यह बिल वर्ष 2011 में एक अमेरिकी महिला सेलिना आरोन्स का था।
  13. गिनीज वर्ल्ड martin cooper रिकॉर्ड्स के martin cooper मुताबिक Sonim XP3300 Force विश्व का सबसे मजबूत (toughest) martin cooper मोबाइल फोन है। martin cooper इसे 84 फीट ऊपर से गिराने पर भी न तो इसमें कोई खराबी आई न ही इसके कोई पार्ट्स टूटे!
  14. विश्व के पहले कैमरे martin cooper फोन martin cooper का निर्माण martin cooper जापान के Sharp Corporation द्वारा नवंबर, 2000 में किया गया था। इस फोन का नाम Sharp J-SH04 था।
  15. पिछले वर्ष (2017) पूरी दुनिया में लगभग 153.65 करोड़ मोबाइल फोन बिके। जिसमें सबसे अधिक हिस्सेदारी सैमसंग (32.12 करोड़) तथा एप्पल (21.49 करोड़) कंपनी की रही।

 

 

 

 

 

विश्व के सबसे कीमती मोबाइल फोन का क्या नाम है तथा यह किस कंपनी का है?

तो हम बता दे कि उस कीमती मोबाइल फोन का नाम है – फॉल्कन सुपरनोवा पिंक डायमंड आईफोन 6 । इसे वर्ष 2014 में एक अमेरिकी कंपनी ‘Falcon’ ने बनाया था और इसकी कीमत थी 3 अरब 24 करोड़ रूपए। इसके इतने महंगे होने का मुख्य कारण इस फोन के पिछले भाग में लगा गुलाबी रंग का हीरा है; जो विश्व के सबसे कीमती हीरों में से एक है।

इंडिया में 5g सर्विस कब लांच होगा?

वर्तमान में 5g सेवा विश्व स्तर virgin mobile founder पर martin cooper व्यावसायिक virgin mobile founder रूप में virgin mobile founder प्रयोग virgin mobile founder करने के लिए उपलब्ध नहीं है लेकिन, Ministry of Communications की योजना virgin mobile founder इसे जल्द से जल्द भारत में लाने की है।virgin mobile founder  भारत में 5g सेवा वर्ष 2022 या 2023 तक शुरू होने कि संभावना है। देश में Reliance Jio और Samsung virgin mobile founder कंपनी साथ virgin mobile founder मिलकर अभी इस प्रौद्योगिकी को विकसित करने का प्रयास कर रही है।

अंत में एक और सवाल…

 

 

 

 

 

 

क्या आप बता सकते है कि Mobile तथा Wireless में क्या अंतर है?

मोबाइल और वायरलेस ये दोनों शब्द एक प्रकार से समान दिखते हुए भी समान नहीं हैं। मुख्य अन्तर इन दोनों के कार्य करने की प्रणाली, व दोनों के अलग-अलग फायदे का है।

मोबाइल की विशेषता यह है कि वह घर, phone number founder दफ्तर, शहर या शहर के बाहर कहीं भी दूर सुनसान जगह आदि में भी कार्य कर सकता है। phone number founder जहां चाहे वहां कार्य करने की प्रणाली उपलब्ध है। phone number founder किसी भी जगह से हम मोबाइल का उपयोग कर सकते हैं, phone number founder  जबकि वायरलेस/वायरलेस लैन (Local Network) का मतलब है phone number founder कि दो भिन्न प्रकार phone number founder के यंत्रों आदि को बिना तार के जोड़ना व उसी प्रकार सामान्य रूप से कार्य करना जैसे कि तारों को जोड़ कर किया जाता हैं।

मोबाइल का मतलब है कि आप अपना कार्य phone number founder जहां चाहे ले जा सकते हैं, phone number founder चाहे आप घर में हों, founder insurance phone number हवाई जहाज में बैठे हों, होटल में हों, phone number founder चाहें कहीं दूर, founder insurance phone number आप इसके founder insurance phone number फायदे वहां बैठ कर उठा सकते हैं, चाहे आपको founder insurance phone number बात करनी हो founder insurance phone number या अपने मोबाइल को कंप्यूटर से जोड़कर कोई नई फाइल या फोल्डर खोलना हो या फिर कुछ आंकड़ों founder insurance phone number का आदान-प्रदान करना हो या ई-मेल भेजना हो या देखना हो, founder insurance phone number मोबाइल के जरिये आप दुनिया founder insurance phone number  भर की सूचनाएं अपने साथ ले जा सकते हैं, देख सकते हैं व उनका प्रयोग जहां चाहे वहां कर सकते हैं।

 

 

 

 

 

जबकि वायरलेस का मतलब है कि आपके यंत्र (Computer, Keyboard, Mouse, Printer आदि) किसी विशेष प्रणाली से बिना तार के जुड़े रहते हैं जैसे कि वायरलेस लेन, जी.पी.आर.एस., ब्लूटूथ तकनीक, वाई.फाई. आदि। ये आधुनिक यंत्रों को बिना तार के तार से जोड़ने का कार्य करते है। आप इनके जरिये अपना ई-मेल देख व भेज सकते हैं, virgin mobile founder मनचाहे दस्तावेज दूर बैठकर छाप सकते हैं, जबकि दो यंत्रों के बीच कोई तार या किसी प्रकार का वास्तिवक सम्बन्ध नहीं होता है।

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